मेरी अपनी चाची खंड-1

ज़रूरी नही के वो सब एक इंसान को मिले जिसकी उसे चाहत हो, कभी कभी वक़्त के साथ ज़रूरतें ओर चाहते बदल देनी चाहिए। ज़िन्दगी थोड़ी आसान बन जाती है।

मैं दीदी और वो

यह कहानी मेरे जीवन की सच्चाई हैं, यह कहानी मेरे और मेरी दीदी उन हकीकत को बयां करता हैं जिसका सपना यौवन के दहलीज पर कदम रखने वाला तकरीबन हर युवा देखता हैं।