Drishyam, ek chudai ki kahani-52

इतना चोदा तुमने मुझको की सुध न रही मेरे तन में, यह लण्ड तेरा कैसा लण्ड है, कोई रहम नहीं उसके मन में? पढ़िए हिन्दी सेक्स स्टोरी।

Drishyam, ek chudai ki kahani-42

लण्ड मेरा यह बेकाबू है तेरी सूरत देखि जब से, चूत से मिलने को पागल है वह खड़ा ही रहता है तब से। कैसे उसको मैं शांत करूँ कैसे उसको मैं मनाऊंगा।

रोड यात्रा में मोटी आंटी की गांड मारी

पढ़िए कैसे एक सफर में मेरी गाड़ी खराब हो गई थी। और फिर मैं उसको ठीक करवाने एक गराज पहुंचा, जहां मुझे चूत और गांड का मज़ा मिला।