Pariwarik Chudai Trip To Shimla – Part 2
Jaise hi hum ander gaye didi ke ankho me vasna dikhayi de rahi thi. Mujhe jyada samay nahi laga hum log ek dusre ko pakad kar chumne lage.
Pati ki apni biwi ke sath chudai ki kahaniya. Suharaat se lekar kisi dost ki biwi ki chudai tak, har taha ki chudai yaha apko padhne ko milegi.
Jaise hi hum ander gaye didi ke ankho me vasna dikhayi de rahi thi. Mujhe jyada samay nahi laga hum log ek dusre ko pakad kar chumne lage.
Komal aur sanjay ke beech aaya usi ka dost jo.. Jo komal ko usi ke pati ke saamne chodna chaahta hai vo bhi pati ko pata chale bina.
Baat tab ki hai jab meri nayi nayi shaadi hui thi. Tabhi maine apni nayi nayi biwi ko ek alag tarah ka honeymoon gift kiya.
जस्सूजी और उनकी पत्नी ज्योतिजी एक और और दूसरी और सुनीता और उसके पति सुनील जी। एक दूसरे को क्या क्या गुल खिलाते हैं? आगे पढ़िए।
Radha ki chudai ke bada kumar ka agla nishana kon banega or kumar kaise or kisko chodega ye is pure part ko padh kar pata lagaiye.
Maine apni beti baat kari aur Anu bhabhi se shaadi karne ka fesla kiya. Shadi ke din hi maine apni pehli biwi ki chut ko achhe se choda.
दोनों जोड़े सिनेमा हाल में पहोंच गए थे, पर पर सुनीता इस बात से हेरान थी की वो कर्नल साहब के साथ बेठी है और उसका पति ज्योति के साथ..!
Aap meri is kahani me janege ki ek raat kaise maine apni biwi aur padosi ko chudai karte range hath pakad liya aur unki pitayi kar daali,
Boss ki beti pooja meri randi ban gayi thi aur mujhse chudna to jaise uska janun ban gya tha, par ek din achanak wo mujhse dur chali gayi.
रंजन के झड़ने के बाद अब मैंने खुद के लिए उसका मूड फिर बना कर उसको चोदना शुरू किया और वो भी इसमें शामिल हो दूसरी बार मजे लेने को तैयार था.
कुमुद की चूत में हो रहे कम्पन का राज भी अनुभव कर रहा था, क्यूंकि राज के लण्ड को कुमुद की चूत ने इतना सख्ती से जकड रखा था की कुमुद की चूत में होती थोड़ी सी कम्पन भी राज के लण्ड को महसूस होती थी।
राज ने देखा तो रानी और कुमुद की नजरें मिली हुई थीं। वह समझ गया की आखिर कितनी ही खुली क्यों ना हो, भारतीय नारी को अपनी लज्जा की मर्यादा का ध्यान रहता ही है।
राज चोद तो रानी को रहा था पर मजे कमल की बीबी कुमुद के स्तनों का ले रहा था। जब की कमल अपनी बीबी की चूत में अपने लण्ड को घुसेड़ने की कोशिश कर रहा था और साथ साथ में राज की पत्नी रानी के मस्त खरबूजों को अपने हाथों में मसल रहा था।
कमल ने थोड़ी देर बाद अपना मुंह हटाया और कुमुद की चूत में अपनी दो उंगलियां डाल दी और कुमुद को उँगलियों से चोदना शुरू किया। अक्सर औरतें लण्ड से ज्यादा उँगलियों की चुदाई से उत्तेजित हो जाती हैं।
राज ने बरबस अपना लण्ड अपनी बीबी रानी की जाँघों से सटा दिया, रानी ने आँखें खोली तो पति राज को कमल की पत्नी कुमुद की नंगी चूँचियों के दर्शन करते हुए पाया।
राज और रानी को चुम्बन करते हुए देख कर कमल से रहा नहीं गया। उसने अपनी बीबी को करीब खींचा तो कुमुद भी खिसक कर कमल की बाँहों में आ गयी।
दोनों कपल्स हिल स्टेशन पर घूमने जाते हैं. कुछ छोटी छोटी घटनाये हो रही थी जिससे ये आभास हो रहा था कि दोनों पति अपनी एक दूसरे की बीवियों में रूचि दिखा रहे थे.
शायद राज ने भी रानी को अन्तर्वस्त्र (यानी पेंटी और ब्रा) पहनने से रोका था जिसके कारण हवा का एक झोंका और पीछे से आती प्रकाश की किरणें रानी के गाउन में से उसके कमसिन नंगे बदन की आकृति की साफ़ साफ़ झांकी दे रही थीं।
कुमुद को आती हुई देख कर कमल थोड़ा सा अचम्भित हुआ। कुमुद ने अपने पति कमल के पास जाकर उसे वहाँ से हटने का इशारा किया और खुद कमल की जगह बैठ गयी।
कुमुद की सांस थम गयी। जब वह थोड़ी देर तक सांस न ले पायी तो थोड़ा सा अलग होकर उसने गहरी साँसे ली और फिर राज और कुमुद दुबारा बाहु पाश में बंध गए और फिर एक गहरे चुम्बन में उलझ गए।