चुदाई के रंग में रंगी मेरी चुदक्कड़ मां-3

मुझे अपना पड़ोसी बहुत अच्छा लगा, लेकिन मेरी मम्मी को उसकी मम्मी जमी नहीं। फिर कैसे मैंने मम्मी को ज़िंदगी जीने की सलाह दी, वो पढ़िए।

मम्मी की चूत की दास्तान-1

मेरे मम्मी-पापा की बनती नहीं थी, और हमेशा लड़ाई चलती रहती थी। इस बीच मेरे मन में कैसे अपनी मां के लिए वासना पैदा हुई,‌ कामुकता कहानी में पढ़े।

संस्कारी विधवा मां का रंडीपना-14

मैं मां के कमरे में गया तो वो बहुत सेक्सी बन कर शीशे के सामने खड़ी थी। मां के साथ मैंने कैसे हल्का-फुल्का रोमांस किया, वो पढ़ कर मज़ा लीजिए।