Sanjha Bistar, Sanjhi Biwiyan – Episode 15
राज और रानी को चुम्बन करते हुए देख कर कमल से रहा नहीं गया। उसने अपनी बीबी को करीब खींचा तो कुमुद भी खिसक कर कमल की बाँहों में आ गयी।
Hindi sex khaniya, jinka luft aap desi kahani par uthaiye. Hindi chudai stories, baap, maa, beti, gaon, khet, biwi, padosan, bhabhi sabhi indian sexy kahaniyon ka mila jula mel apko yaha milega.
राज और रानी को चुम्बन करते हुए देख कर कमल से रहा नहीं गया। उसने अपनी बीबी को करीब खींचा तो कुमुद भी खिसक कर कमल की बाँहों में आ गयी।
दोनों कपल्स हिल स्टेशन पर घूमने जाते हैं. कुछ छोटी छोटी घटनाये हो रही थी जिससे ये आभास हो रहा था कि दोनों पति अपनी एक दूसरे की बीवियों में रूचि दिखा रहे थे.
शायद राज ने भी रानी को अन्तर्वस्त्र (यानी पेंटी और ब्रा) पहनने से रोका था जिसके कारण हवा का एक झोंका और पीछे से आती प्रकाश की किरणें रानी के गाउन में से उसके कमसिन नंगे बदन की आकृति की साफ़ साफ़ झांकी दे रही थीं।
एक गरमा गरम मसाज के बाद मैं अपने पति के दोस्त के साथ बिना प्रोटेक्शन के चुदवाने को तैयार हो गयी थी, उसके एक भरोसे के सहारे। क्या वो मेरा भरोसा रख पायेगा?
कुमुद को आती हुई देख कर कमल थोड़ा सा अचम्भित हुआ। कुमुद ने अपने पति कमल के पास जाकर उसे वहाँ से हटने का इशारा किया और खुद कमल की जगह बैठ गयी।
पति का दोस्त अकेले होटल के कमरे में एक एक कर मेरे शरीर के अंगो की मालिश करता मुझे तड़पा रहा था। जब उसे लगा कि मैं काबू में आ चुकी हूँ, उसने अगला कदम उठाया।
रानी सिर्फ पेंटी पहने हुए अपने स्तनों को अपने हाथों से छुपाने की नाकाम कोशिश करते हुए खड़ी शर्म के मारे मरी जा रही थी। छोटी पेंटी में से रानी के झांटों के बाल भी दिख रहे थे। रानी की समझ में नहीं आ रहा था की वह हाथों से अपने स्तनों को छुपाये या अपनी चूत को।
पैरो की मसाज से शुरू करते हुए राज ने मेरी नंगी कमर और पीठ की मसाज करने की इजाजत ले ली थी। वो हदें पार करते हुए क्या मेरी इस मासूम इजाजत का गलत फायदा उठाएगा?
कुमुद की सांस थम गयी। जब वह थोड़ी देर तक सांस न ले पायी तो थोड़ा सा अलग होकर उसने गहरी साँसे ली और फिर राज और कुमुद दुबारा बाहु पाश में बंध गए और फिर एक गहरे चुम्बन में उलझ गए।
मेरी एक्सरसाइज के निरक्षण के बहाने राज मेरे बदन को छूने लगा। मेरे रोकने पर उसने मेरे बदन को छूने की ऐसी तिकड़म भिड़ाई कि मुझे उसको इजाजत देनी ही पड़ी।
कुमुद कुछ पलों तक राज से नजर से नजर मिलाकर देखती रही। फिर कुमुद धीरे से खिसक कर राज के पास आयी तो राज ने अपनी लम्बी बाहों में कुमुद को लपेट लिया।
हम दो कपल घूमने जाते है, पति मुझे होटल रूम में अपने दोस्त के साथ अकेला छोड़ देते हैं। दोस्त मेरा फायदा उठाने की कोशिश करता हैं, मैं बचने की कोशिश करती हूँ।
राज भी कुमुद को देखता ही रहा। कुमुद का सारा बदन एक सूरज की पहली किरण की तरह चमक रहा था। मुश्किल से कुमुद के स्तनों पर से अपनी नजर हटा कर कमल के पैर छुए।
कुछ कारणों से मैंने अपनी बीवी को गाँव भेज दिया था. इस लिए मैं अब शहर में अकेला पद गया. लेकिन जहा मैं रहता था यह वही की मुह बोली भाभी की सेक्स स्टोरी है!
कमल की बात सुनकर राज की बीबी रानी के पॉंव के निचे से तो जैसे जमीन ही खिसक गयी। कमल अपनी बीबी कुमुद को रानी समझ कर चोद रहा था, यह सुनकर रानी एकदम गरम भी हो गयी।
राज का माथा ठनक गया। किसी गैरमर्द के सामने नंगी ना होने वाली उसकी बीबी को क्या कमल के सामने नंगी होने में कोई एतराज नहीं था?
परिवार वाले अनजाने में, रिश्ते की परवाह बगैर एक दूसरे को चोदे जा रहे थे। क्या वो अपनी पहचान छिपा वहां से निकल पाए? पढ़ो मेरी हिन्दी सेक्स कहानी का आखिरी भाग।
दूसरे दिन राज ने सारी बातें विस्तार से कमल को सुनाई। कमल ने राज की कही सारी बातें सुनी। उसे सुनकर कमल को कोई आश्चर्य नहीं हुआ।
मास्क के पीछे अपनी बहन को भाई नहीं पहचान पाया और अनजाने में उसको चोदने को तैयार था उसका साथ दे रहा था मेरा पति। मेरी इस इंडियन चुदाई स्टोरी में आगे जानिए!
अपने भाई के साथ मेरे कैसे रिश्ते बने की हम दोनों एक ही हो गए, मैंने अपने सगे भाई के साथ उसे वैगरा की गोली और शराब पिला कर. उससे अपनी चूत और गांड की आग शांत करवाई. मेरी देसी हिन्दी सेक्सी स्टोरी का मजा लीजिये!