Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 50

गर्मी और पसीने के मारे जस्सूजी, सुनीलजी और सुनीता की हालत खराब थी। ऊबड़खाबड़ रास्ते पर इतना लंबा सफर वह भी घोड़े पर हाथ पाँव बंधे हुए करना थकावट देने वाला था।

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 49

काफिले के पीछे उनके पालतू हाउण्ड घोड़ों के साथ साथ दौड़ पड़े और देखते ही देखते काफिला सब की आंखोंसे ओझल हो गया। उस समय सुबह के करीब ११३० बज रहे थे।