Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 14

जस्सूजी और उनकी पत्नी ज्योतिजी एक और और दूसरी और सुनीता और उसके पति सुनील जी। एक दूसरे को क्या क्या गुल खिलाते हैं? आगे पढ़िए।

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 13

उस दिन सुनील अपने ऑफिस के काम के सन्दर्भ में कहीं दो दिन के टूर गया हुआ था। कर्नल साहब और सुनील की पत्नी सुनीता परीक्षा की तैयारियों में लगे हुए थे।

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 11

कर्नल साहब और सुनीता और सुनील और ज्योति, दोनों जोड़े एक दुसरे के साथी के साथ उस अंधरे से भरे हॉल में एक दुसरे से आकर्षित होने लगे थे.

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 10

दोनों जोड़े सिनेमा हाल में पहोंच गए थे, पर पर सुनीता इस बात से हेरान थी की वो कर्नल साहब के साथ बेठी है और उसका पति ज्योति के साथ..!

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 9

जब सुनीता फिल्म फेस्टिवल में जाने के लिए छोटी स्कर्ट और पतला सा छोटा ब्लाउज पहन के बाहर आयी तो उसे देख कर सुनील की हवा ही निकल गयी।

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 8

सुनीता की पढ़ाई जोरो शोरों से चल रही थी। कर्नल साहब भी रात रात भर खुद पढ़ाई करते और दूसरे दिन आकर सुनील की पत्नी सुनीता को पढ़ाते।

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 7

अपने पति के मुह से कर्नल साहब और खुद के सम्बन्ध की एक बात सुन कर ही सुनीता के झनझना सा उठा. कहीं उसके पति कर्नल साहब से जल तो नहीं रहे?

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 6

सुनीता गणित सीखना चाहती थी, तभी उसे ज्योति से पता चलता है की कर्नल साहब गणित में काफी होशियार है, इस बात से सुनता का मन अन्दर से गुदगुदा उठता है!

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 5

सुनीता के पिता के देहांत के बाद वो बड़ी ही उदास रहने लगती है, फिर सुनील के कहने पर कर्नल साहब उसे समझाते है और उसके मुद ठीक कर देते है!

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 4

सुनील और उनकी पत्नी कर्नल साहब के बहोत कहने पर उनके घर जाते है, वहां पर सुनीता की कर्नल से तो सुनील की कर्नल पत्नी की पत्नी ज्योति से बात होती है।

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 2

जसवंत सिंह (कर्नल साहब) अपने पडोसी सुनील की पत्नी सुनीता का गदरीला बदन देख कर सन हो जाते है, आगे क्या हुआ इस एपिसोड में जानिए..

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 1

जीवन की भूलभुलैया में कुछ ऐसे लम्हे आते हैं। जिन को हम कितना ही चाहें फिर भी न कभी भूल पाते हैं।। ऐसे ही लम्हे इस कहानी में आपको पढने को मिलेगे!