Samjhota, Shajish Aur Sex – Episode 4
पिछली बार साजिश में चोट खाने के बाद हमारी फिर से हिम्मत नहीं हो पा रही थी साजिश को आगे बढ़ाने की, पर फिर किस्मत से हमको फिर मौका मिला। तो हमने इसे एक बार फिर अजमाने का सोचा!
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पिछली बार साजिश में चोट खाने के बाद हमारी फिर से हिम्मत नहीं हो पा रही थी साजिश को आगे बढ़ाने की, पर फिर किस्मत से हमको फिर मौका मिला। तो हमने इसे एक बार फिर अजमाने का सोचा!
संदीप तो मेरी चूत में अपना बीज भर चूका था, उसके बाद बारी रोनक को थी. मैंने पहले ही महसूस कर लिया था की उसका लूँ संदीप से बड़ा और मोटा है. मजा लो मेरी इस आगे की सेक्स कहानी का!
कहानी के इस दूसरे भाग में पढ़िए किसे हमने अपना अगला शिकार चुना। जिसको साजिश के तहत सेक्स करना था और हमारे प्लान के मुताबिक डरा धमका कर हमेशा के लिए भगा देना था। मगर इस बार ये आसान नहीं था। हम खुद थोड़ा ऐसे फंस गए कि बहुत मुश्किल पेश आयी।
मैं और मेरे पति ने मिलकर एक ऐसा षड़यंत्र रचा जिसमे एक मर्द को अपने जाल में फंसा कर एक मकसद के तहत अपने साथ सेक्स के लिए प्रेरित किया। वो क्या षड़यंत्र था और उसके कैसे अमलीजामा पहनाया उसके लिए पढ़िए ये रोमांचक हिन्दी सेक्स कहानी।
इस हिन्दी सेक्स कहानी के इस दुसरे प्रकरण में पढ़िए, किस तरह मैंने दूसरे जागरण की तैयारी की और किस तरह की बाधाएं आयी। क्या हमारा मिलन फिर हो पायेगा? यह कहानी के इस नए प्रकरण में जानिये।
जब जाने अनजाने में परिस्थितिवश जागरण की वो रात मेरे लिए कभी ना भूलने वाली एक मधुर मिलन की रात बन गयी। जिसके बारे में कभी नहीं सोचा वो अनचाहा संगम हो गया। आशा है आपको यह हिन्दी सेक्स कहानी पसंद आएगी।
राज और मैं चुदाई से पहले पोर्न विडियो देखते और उसी के हिसाब से चुदाई करते, इस बार विडियो में एक लड़की की दो लड़के एक साथ चुदाई करते है। वो पोर्न विडियो देखते ही हमने फेसला कर लिया और इसके साथ साथ भोला भी मिल गया जो राज के साथ मिलकर मेरी ठुकाई करने वाला था।
पिछली हिंदी सेक्स कहानी में मैंने बताया कि मैंने एक बस कंडक्टर के साथ दोस्ती करके उससे अपनी चूत और गांड की चुदाई करवाई। उसके बाद हम दोनों चुदाई करने लगे और हम चुदाई करने से पहले पोर्न मूवी जरूर देखते थे। मूवी देखने के बाद हम दोनों वैसे ही चुदाई करते जैसे मूवी में में होती थी।
आज मैं आपको अपनी एक हिंदी सेक्स कहानी बताने जा रहा हूँ, जिसमें मैंने एक शादीशुदा महिला के साथ रंग रलियाँ मनाई जो रोज़ मेरे घर के सामने कुत्ता घुमाने आती थी। पढ़िए कैसे मैंने उसे अपने लंड की दीवानी बनाया की वो मेरे लंड की प्यासी कुतिया बन गयी!
मेरी एक कस्टमर ने मुझे अपनी सहेली सरिता हो रेफर किया था, उसी ने मुझे अपनी किटी पार्टी के लिए लुधियाना बुलाया था. मैं सोच कर तो ये गया था की सरिता की चुदाई करूँगा, पर वहां तो सरिता के साथ उसकी कई सहेलियां भी मेरा लंड लेने के लिए तेयार बेठी थी.
मेरे घर के पड़ोस में ही मेरी मौसी का घर है और उनको दो बच्चे है जो अभी छोटे है. जिनको पढ़ने के लिए चंचल नाम की एक मेडम आती है. चंचल का साइज 36-30-36 है और जब वो गांड हिला हिला कर चलती है तो मेरे शरीर मे बिजली कोंध जाती है.
कुछ देर बाद मैं बहुत ज्यादा गर्म हो गई और उसका सिर अपनी चूत पर दबा कर चूत उसके चेहरे पर मसलने लगी। थोडी़ ही देर में मैं तेजी से गांड हिलाते हुए ठंडी आंहें भरती हुई झड़ गई और शांत हो गई। राज ने कहा क्या हुआ सानिया बहुत जल्दी ठंडी हो गई अभी तो चुदाई भी नहीं हुई।
पिछले पार्ट में मैंने आपको बताया कि कैसे मैंने नेहा को पटाया और फिर उसकी जमकर चुदाई की, अब इस पार्ट में मैं आपको बताऊंगा की मैने फिर से कैसे नेहा को चोदा और वो भी उसके हस्बैंड के सामने, मुझे उमीद है आपको मेरी हिंदी सेक्स स्टोरी पसंद आएगी!
राज सोफे पर बैठ गया और मैं सेक्सी अंदाज से चलते हुए उसके पास गई और गोद में बैठ गई। मैं राज का लंड अपनी गांड से मसलने लगी। उसका लंड एक दम तना हुआ था। उसने भी जींस पहनी हुई थी और मैंने भी लेकिन फिर भी उसका लंड मेरी गांड पर चुभ रहा था।
अगले दिन मैं सीट पर बैठ गई और वो भी साथ बैठ गया। मैंने उसको कहा राजपाल जी थैंक्स आप मेरे लिए सीट रखते हो। उसने कहा मैंने तो दोस्त समझ कर सीट रखी है अगर तुम भी दोस्त समझती हो तो राजपाल नहीं सिर्फ राज कहना और आप की जगह तुम।
मेरा नाम सानिया खान है और मैं एक अमीर घर की बेटी और बहू हूं। मैं शादीशुदा हूं और एक बेटी और एक बेटे की मां हूं। मेरी आयु 29 साल और कद 5 फीट 7 इंच है। मेरा रंग काफी गोरा और फिगर बहुत सेक्सी है। मेरी यह कहानी एक दम सच्ची है मुझे उमीद है आपको जरुर पसंद आएगी!
मेरे पड़ोस में रह रही एक लड़की जिसका नाम नेहा था, मैंने जब से उसके कंटीले जिस्म को देखा था मन ही मन मैं उसे तब से ही चोद रहा था. एक दिन मैंने हिम्मत करके जब उसे अपने मन की बात बताई तो उसका जवाब जान कर मैं जेसे मानो फुला नहीं समां रहा था. उमीद है आपको मेरी यह हिंदी सेक्स कहानी पसंद आएगी.
अपना एक इंटरव्यू देने ले किये मैं ट्रेन से मुंबई जा रहा था, की रस्ते मुझे एक भाभी मिली जो उसके पति और छोटे बच्चे के साथ थी. उसे देखते ही मेरा लुंड फुंकार मरने लग गया था, और जब मेरी उन लोगो से बात हुई तो वो मेरी दूर की रिश्तेदारी से निकल गयी और ये वजह बनी की मैं उनकी छुट छोड़ पाया.
मैं एक प्लेबॉय हूँ ये बात तो आप सभी जानते ही है, इस कहानी में पढ़िए मेरी एक कस्टमर ने मुझे अपनी एक कुवारी दोस्त को छोड़ने के लिए कहा. जब मैं उसकी दोस्त से मिला तो मैं उसे देखता ही रह गया और उसकी चुदाई करके उसकी चूत का कच्चा धागा तोड़ दिया!
मेरी भाभी ने मुझे कई बार उनकी चूचियां घूरते हुए पकड़ा था, वो जानती थी की मैं उनके जिस्म को पाना चाहता हूँ। वो भी मुझे अक्सर हस कर ही देखा करती थी, की एक दिन मैंने उनको अपने मनन की बात बता दी। पर उन्होंने सटी सावित्री बनने के नखरे किये और बाद में मान भी गयी।