पुरानी पड़ोसन की पलंगतोड़ ठुकाई–2

तूफान शांत होने के बाद मेरा लण्ड फिर से हलचल करने लगा। अब मै आँटी के रसीले होंठो पर फिर से टूट पड़ा। आँटी भी मेरा साथ देते हुए मेरे होठो को खाने लगी।

पड़ोसन बनी दुल्हन-43

जब एक दुसरे के लिए भरसक प्यार हो और समर्पण का भाव हो तो एक दूसरे को चुदाई का आनंद देने और लेने में जीवन सफल हो जाता है।