पिछला भाग पढ़े:- मामी और उनकी बेटी की चूत मारी-2
सेक्सी कहानी अब आगे-
मैं लेट गया और खुश हो गया था कि मामी की चूत मारी गई। अब मामी मेरी हो गई। तभी मामी फ्रेश होकर आई और मैं भी बाथरूम चला गया। जब मैं वापस आया तो देखा मामी सो गई थी, पर वो दूसरी साइड सो रही थी और मेरी साइड कोई और सो रहा था। मैं अपनी जगह जाकर लेट गया और जो भी अब तक हुआ वो सोच रहा था। पर मुझे नींद नहीं आ रही थी।
कुछ देर बाद मेरे पैरों पर किसी ने पैर रखे। मुझे लगा नींद में रख दी होगी और मेरे पैरों से उसके पैर रगड़ने लगी। मैं सोचने लगा कि कौन था जो ये सब कर रहा था। मैंने भी सोने का नाटक किया कि देखो क्या होता है। थोड़ी देर बाद मेरे सीने पर किसी का हाथ फिरना शुरू हुआ तो मैंने झट से हाथ पे अपना हाथ रखा और हटा दिया तभी मेरे कान के पास एक हल्की सी आवाज आई और मुझे झटका लग गया-
वो बोली: क्या हुआ, सिर्फ मम्मी ही पसंद है, उनकी जवान लड़की नहीं?
वो और कोई नहीं मेरी मामी की 23 साल की लड़की थी जो अब मस्त माल थी। उसका बदन 36-30-32 था, पर सही बताऊं मेरा इंटरेस्ट मामी में था, तो मैंने कभी उसकी तरफ ध्यान ही नहीं दिया। मैं बहुत खुश हुआ। ये बात सुन कर लगता था आज तो बंपर लॉटरी लग गई थी, मां-बेटी अपनी चूत देने को तैयार थी। पर मैंने जल्दीबाजी नहीं करी।
मैं: क्या बकवास कर रही हो?
बहन: अच्छा जो अभी मम्मी के साथ कर रहे हैं वो सही हैं?
मैं: क्या बोल रही हो तुम? ऐसा कुछ नहीं हुआ है, हम दोनों भाई-बहन हैं।
बहन: मामी भी तो माँ समान होती है। जब मेरी माँ को चोद रहे थे, तब रिश्ते याद नहीं थे?
मैं: पर ऐसा कुछ नहीं हुआ।
दीदी: मैंने सब कुछ देखा कैसे मेरी माँ चोद रहे थे। अब बेटी सामने से चुदवाने को कह रही है तो रिश्ते याद आ रहे हैं।
मैं: अरे ऐसा नहीं है पगली।
और इतना कहते ही मैंने उसे अपने ऊपर खींच लिया।
मैं: यार माल तो तू बहुत मस्त है, अपनी माँ से भी ज्यादा, पर तेरी माँ में अलग ही आग है।
दीदी: मेरी आग देखी ही कहां है तुमने जानेमन?
मेरी बहन ने मेरे होंठों पर अपने होंठ रख दिये और हम दोनों पागलों की तरह एक-दूसरे को चूसने लगे। मेरे हाथ उसकी कमर से गर्म हुए उसकी गांड को दबाने लगे। उसके हाथ मेरे गालों पे से मेरे माथे से होते हुए मेरे बालों में जाने लगे। मैंने अपनी जांघें फेला दी और उसकी टांगे मेरी टांगों के बीच में थी।
फिर मैंने अपनी जीभ उसके मुंह के अंदर डाली और उसने भी अपनी जीभ मेरी जीभ से मिला दी। मैंने उसकी शर्ट के अंदर हाथ डाल दिया और उसकी ब्रा की स्ट्रिप को टी-शर्ट के अंदर से खोल दिया और उसकी नंगी पीठ पर हाथ फेरना शुरू किया। हम अभी भी एक-दूसरे को किस्स कर रहे थे और उसका हाथ मेरे लंड की तरफ जाने लगा। उनके पजामे के ऊपर से मेरा लंड पर हाथ फेरा और फिर होठों को चूम कर बोली: लगता है मुझे इसको जगाना होगा।
मैं: तो जगा दे ना मेरी रंडी बहन।
वो उठ गई और नीचे की तरफ हुई और मेरे पजामे के ऊपर से ही मेरे लंड को किस्स करी। फिर मेरा पजामे नीचे करके मेरे अंडरवियर पर अपनी उंगली घुमानी शुरू कर दी। वो पूरी प्रशिक्षित थी और होगी भी क्यों नहीं, 19 साल की उम्र में 52 साल के आदमी का लंड खा चुकी थी। वो सब कैसे हुआ, वो मैं आपके बाद में बताऊंगा।
उसने अब मेरे अंडरवियर पर चुम्बन करनी शुरू कर दी और धीरे से अपने हाथ में केवल अंडरवियर के अंदर ले जाकर मेरे लिंग को सहलाने लगी। अब वो मेरे बगल में आकर लेट गई और मेरे लंड को सहलाते हुए मुझे होंठ लगाने लगी। मैंने उसकी टी-शर्ट ऊपर करी और उसकी चूची पे हाथ फेरने लगा। एक-दम टाइट चूची और निपल्स बिल्कुल टाइट हो गई थी। मैंने उसकी निपल को अपने मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिया और उसने मेरे लंड पर अपना पकड़ बढ़ा दिया। मुझे बारी-बारी से उसकी चूची को चूसना था और वो मेरे लंड को चूसने लगी। मैंने उसके लोअर में हाथ डाला और उसकी गिली पैंटी को छुआ।
मैं: बहुत गीली है तेरी चूत बहन की लोड़ी।
बहन: जिसका भाई उसकी माँ को चोद रहा हो, उसे देख कर चूत गीली नहीं होगी क्या मादरचोद?
हम 69 पोज़ में आ गए। अब उसका मुँह में मेरा लंड और मेरे मुँह में उसकी चूत थी। मैंने उसे चाटने लगा और उसकी गांड को दबाने लगा। उसके चूसने से मेरा लंड टाइट हो गया था और मेरी चाटने से उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया था। वो हांफने लगी तो मैंने उसका उल्टा किया और उसकी गांड को चाटने लगा। मैं उसकी गांड पे किस्स करता रहा मुआह मुआह मुआह। वो पागल होने लगी और बोली: भाई चोद ने यार अब रुका नहीं जाता।
मैं: अभी नहीं, पहले तेरे इस जिस्म को अच्छे से भोग लू और इतना कह कर मैं उसकी जांघों पर चूमने लगा और अपनी जीभ उसकी जांघों पर घुमाने लगा। क्या मस्त जांघें थी उसकी।
मैंने अब उसके घुटनों पर किस्स करते हुए उसके पैरों तक किस्स कर लिया और उसके पैरों को किस्स करने लगा। मैं उसके पैरों को चाटने लगा और उसके पैरों को चूसने लगा। वो बेंचैन हो रही थी तो मैंने एक उंगली उसकी चूत में डाल दी और फिंगरिंग करने लगा। उसने अपना हाथ अपनी चूत पर रगड़ना शुरू किया और एक हाथ से अपनी चूची दबानी शुरू की। वो पूरे जोश में थी, अब मैं उसके पैरों से उसके घुटनों और जांघों को चूमता हूँ, उसकी नाभि के पास आया और उसकी नाभि को चटने लगा। उसके शरीर में एक करंट शुरू हुआ और वो हल्की आवाज में आह आह करने लगी।
बहन: चोदो मुझे जान, चोदो अपनी प्यासी बहन को, बुझा दो मेरी आग। डालो अपना लंड मेरी चूत में और बन जाओ बहनचोद। आह चोद बहन का लंड मुझे आह चोद मुझे। फाड़ दे मेरी चूत जैसे मेरी माँ की फाड़ी थी। आज से मैं भी तेरी रंडी और मेरी माँ भी तेरी रंडी। बस चोद दे अब।
और इतना कह कर उसने मुझे ऊपर खींच लिया और मुझे पागलों की तरह पूरे चेहरे पर किस्स करने लगी मुआह मौआ लव यू भाई मुआह मुआह फक मी।
उसने मेरा लंड पकड़ के अपनी चूत पर सटाना शुरू किया और अपनी गांड आगे करके उसको अंदर लेने की कोशिश करने लगी। वो उठ कर बैठ गई और हम दोनों एक-दूसरे के सामने अब बैठे हुए थे। उसके बाल खुले हुए और नंगा जिस्म मुझे पागल कर रहा था। उसने मेरी जांघों पर अपनी जांघें रखीं और मेरी गोद में बैठ गई। हम दोनों फिर से होठों को चूमने लगे और एक-दूसरे की पीठ पर हाथ फेरने लगे।
मैंने लंड उसकी चूत पे सेट किया तो वो थोड़ा ऊपर हुई और लंड को पकड़ के चूत में लेने लगी। जैसे ही लंड का मिलन उसकी चूत से हुआ उसने आअहह भरी और बोली: आह जान अब रुकना मत।
अब वो मेरी गोद में चोदने लगी। मेरा लंड उसकी चूत की गहराई को चीरता हुआ उसकी बच्चेदानी से टकरा रहा था और हर एक झटका में उसकी चूची हवा में उछल रहे थे। मैंने उसकी चूची को मुंह में भर का चूसना शुरू कर दिया और उसने अपने हाथ ऊपर करके अपने बालों को पकड़ लिया। उसकी बगलें अब दिखाई दे रही थी, और मैंने अपनी जीभ उसकी बगलों पर ले ली और उसकी बगलों को चाटने लग गया।
अब उसने अपना पूरा वजन मेरे ऊपर डाल दिया और मेरे माथे से अपना माथा लगाया और बोली: भाई मजा आ गया तुमसे चुदवाने में। आज से मेरे सिर्फ तुम मालिक हो। मुझसे शादी करो भाई, मुझे अपनी बीवी बना लो और अगर बीवी नहीं बन सकती तो अपनी रखैल ही बना लो। मैं शादी के बाद भी सिर्फ तुमसे चुदुंगी या फिर शादी ही नहीं करूंगी।
मैं: मजा तो मुझे भी आ रहा है तुझे चिपकने में, और तुझसे शादी करके मेरा ही फायदा है, तुझे और तेरी मां दोनों को चोदूंगा। मेरी सास भी मस्त चुदाई करवाती है। मेरी गर्लफ्रेंड बनेगी तू?
बहन: ये तो मेरी किस्मत होगी। अब मुझे अपनी बीवी, अपनी रंडी, अपना गुलाम, अपनी गर्लफ्रेंड सब कुछ बना लो।
मैंने अब स्पीड बढ़ा दी और उसका लिटा कर उसके ऊपर आ गया मिशनरी पोज़ में। उसने मेरी कमर अपने पैरों से लॉक कर ली और मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी।
भाभी: आह जान आह जान, चोदो मुझे और तेज, और तेज, और तेज।
मैं: मुझे तेरी गांड मारनी है।
बहन: ठीक है मार लेना, मम्मी ने तो तुमको गांड नहीं दी, पर मैं दूंगी। आज से और अभी से मेरे सारे छेद सिर्फ आपके लिए है मेरे पतिदेव।
मैं: आह बहन की लोड़ी, मजा आ जाएगा तेरी गांड मारने में। बन जा घोड़ी बहन की लोड़ी।
बहन: जान अभी चूत को तो ठंडा करो। गांड भी तुम्हारी है। फिर से चूस कर खड़ा कर दूंगी तुम्हारा लंड। आह भाई आआह बहनचोद मैं गई। मैं डिस्चार्ज होने वाली हूं, आह मां आह मम्मी तुम्हारी लड़की तुम्हारे यार से चुद गई।
मैं: आआह चुद कुतिया, ये ले, पूरा ले मेरा लंड।
बहन: भाई बस मैं गई, और इतना कहता ही उसने मुझे कस्स के पकड़ लिया और डिस्चार्ज हो गई।
मैं: मैं भी होने वाला हूं, अंदर निकालूं क्या?
बहन: नहीं भाई, कोई रिस्क नहीं लेना। अभी एक काम करो, मेरे मुँह में निकाल दो। मुझे स्वाद लेना है।
मैं एक-दम से अलग हुआ और अपना लंड उसके मुँह के पास ले गया। उसने एक-दम से मेरा लंड पकड़ लिया और अपने मुँह में डाल कर चूसना शुरू किया। फिर बाहर निकाल कर उसे हिलाने लगी और मेरे अंडकोष को चूसने लगी।
मैं: उफ्फ बहनचोद रंडी, मैं आने वाला हूं बहन की लोड़ी कुतिया।
दीदी: आओ मेरे मुँह में।
और इतना कहते ही उसने चूसना शुरू कर दिया। मुझे पहले ही दो बार डिस्चार्ज हो चुका था, तो अब डिस्चार्ज हो रहा था तो दर्द होने लगा। वो मेरे लंड को चूस कर रही थी और तभी मैंने उसका चेहरा पूरा लंड से चिपका दिया। वो सांस भी नहीं ले पा रही थी और मैंने पिचकारी छोड़ दी जिसको वो सारा पी गई।
पीने के बाद उसने मेरा लंड को बाहर निकाला तो उसकी आँखों में आंसू आ गए। वो सारा माल पी गई और फिर मेरे लंड को हिलाने लगी जब तक लंड से आखिरी बूंद तक नहीं निकली।
बहन: थैंक्स हनी, आई लव यू भाई।
ये कह कर वही लेट हो गई और मैं उसके बगल में लेट हो गया। हम दोनों हांफ रहे थे और थोड़ी देर ऐसे ही लेटे रहे। फिर पहले वो वॉशरूम गई और एक बार लेट गई और मैं भी वॉशरूम गया। जब मैं वॉशरूम का गेट खोल कर बाहर निकला तो देखा कि उसकी मां खड़ी हुई थी और मुझे घूर रही थी।
मैं: क्या हुआ मामी, आप कैसे जग गई?
मामी: तू मेरी बेटी को चोदेगा तो मुझे पता नहीं लगेगा? बहुत हरामी है तू, एक ही रात में माँ और बेटी दोनों चोद दी।
मैं: मैंने आपको समझा कि क्या हुआ और फिर मैंने मामी को सारी बात बता दी और बोला कि आपके लिए ये सब करना पड़ा।
मामी इमोशनल हो गई और मेरे गले लग कर बोली: तू इतना प्यार करता है मुझे? बहुत बहुत धन्यवाद, सोच रही हूं तेरी शादी अपनी बेटी से करवा दूं।
मैंने कहा: क्यों मजाक कर रही हो?
तो मामी बोली: तू बता करनी है तुझे शादी?
मैं: हां!
मामी: ठीक है, मैं कुछ ऐसा प्लान बनाती हूं कि तेरी और उसकी शादी हो जाए और सब की इजाजत से। इसको एक मजबूरी बताना होगा। करती हूं कुछ।
मैं: क्या?
मामी: वो मुझे छोड़ दे, पर शादी के बाद मुझे भूलेगा तो नहीं?
मैं: क्या बात कर रही हो, तुम दोनों को पत्नी का हक दूंगा। इतना सुनते ही मामी ने मुझे लिप्स किस्स दी और मेरा लंड पकड़ लिया।
मामी: सोच रही हूं तुझे आज गांड दे देती हूं। वरना मेरी बेटी जीत जाएगी मेरे से पहले देकर।
मैं: साची मामी? अभी दोगी?
मामी: हां, तू चल मैं आती हूं।
आगे क्या हुआ वो अगले भाग में बताता हूं। कृपया अपनी प्रतिक्रिया यहां साझा करें: [email protected]