Drishyam, ek chudai ki kahani-12

कालिया ने अपना पाजामे का नाडा खोल दिया। अपनी निक्कर निकाल फेंक कालिया ने कालिया नाग के जैसे अपने लण्ड को सिम्मी के सामने प्रस्तुत किया।

Drishyam, ek chudai ki kahani-11

अर्जुन दीदी की तगड़ी चुदाई देखना चाहता था। उसे चुदाई देखने का नशा चढ़ गया था। अर्जुन को खुद चोदने की इतनी ललक नहीं होती थी!

Drishyam, ek chudai ki kahani-10

चाचा को चाची को चोदते हुए जबसे अर्जुन ने देख था तब से पता नहीं क्यों, उसके मन में चुदाई देखने का एक पागलपन सवार हो गया था।

Drishyam, ek chudai ki kahani-9

कालिया ने सिम्मी को फांसने का अब एक बड़ा ही शातिर प्लान बनाया। कालिया ने देखा की यह लोग डर या धमकी से ज्यादा प्यार से पसीज जाते हैं।

Drishyam, ek chudai ki kahani-8

चाचीजी की चूत को अच्छी तरह चाटने और चाचीजी को काफी गरम करने के बाद चाचाजी चाचीजी के ऊपर सवार हो गए और अपना लण्ड चाचीजी की चूत में घुसेड़ कर उन्हें चोदने लगे।

Drishyam, ek chudai ki kahani-7

कालिया अपनी मस्ती में था। उसको सिम्मी की परेशानी से ज्यादा उसके लण्ड में हो रही चरमराहट की चिंता थी। उसका लण्ड मारे उत्तेजना से फुला हुआ था।

Drishyam, ek chudai ki kahani-5

कालिया ने सिम्मी की ब्रा का हुक खोल दिया। उसे यह देख कर अच्छा लगा की सिम्मी ने उसे रोकने की कोशिश जरूर की पर??