मै, मम्मी और सर-4 (Main mummy aur sir-4)

This story is part of the मै, मम्मी और सर series

    अगले दिन सुबह-

    मम्मी: गुड मॉर्निंग बेटा, चला उठ जा परसो से तेरे एग्जाम है।

    मैं: गुड मॉर्निंग मम्मा।

    और मम्मी के गले लगाते हुए: हैप्पी बर्थडे मम्मा।

    मम्मी: थैंक्स, मेरे प्यारे बेटे।

    मैं नहा धो कर अपने रूम मैं एग्जाम की तैयारी करने लग जाता हूं, और मम्मी घर के काम में। शाम को मम्मी मेरे रूम में चाय लेकर आती है। और हम चाय पीते हुए-

    मैं: मम्मी आज आपका बर्थडे है, तो आज बाहर चले?

    मम्मी: पागल है क्या, परसो से तेरे एग्जाम है। इसलिए कही नहीं जाना।

    मैं: तो फिर आपका बर्थडे?

    मम्मी: कोई बात नहीं, हम यही सेलिब्रेट कर लेंगे।

    मैं: ठीक है मम्मी।

    मम्मी: और तेरा मैथ्स का कोर्स‌ पूरा हो गया?

    मैं: हां मम्मी, सर ने पूरा कोर्स कंप्लीट करा दिया, आज टेस्ट लेंगे।

    फिर मम्मी थोड़ी देर सोचने लग जाती है।

    मैं: क्या सोच रही हो मम्मा?

    मम्मी: कुछ नहीं, मैं चाय बनाती हूं, सर भी आने वाले है।

    फिर सर आ जाते है और मुझे क्वेश्चन पेपर देकर ड्राइंग रूम में मम्मी के साथ बैठ कर चाय पीते हुए बात करते है। मैं दरवाजे पे कान लगा कर सुनता हूं।

    सर: और जान, कैसा लगा मेरा गिफ्ट?

    मम्मी: यार तुमने ये सब क्या भेज दिया। मैंने कभी ट्राई नहीं क्या, और ब्रा-पैंटी से तो मेरी अलमीरा भर गई।

    सर: कोई बात नहीं, सब सीख जाओगी। जब भी मेरी याद आए, तो तुमको तड़पने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

    मम्मी (उदास होते हुए): यार तुम चले जाओगे, तो मेरा और मेरी चूत का क्या होगा?

    सर: कोई ना, मैं बीच-बीच में आता रहूंगा। तुम टेंशन मत लो, बेडरूम में चलो। मैं आपको बर्थडे गिफ्ट देता हूं। ध्रुव अब 1 घंटे से पहले नहीं उठेगा।

    मम्मी: नहीं, अभी नहीं।

    सर: क्यों जान, क्या हुआ?

    मम्मी: आज मेरा बर्थडे है, तो आप खाना यही खाना। और रात को भी यही रुकना।

    सर: लेकिन ध्रुव?

    मम्मी: उसकी टेंशन मत लो, वो सो जाएगा।

    फिर सर और मम्मा एक-दूसरे के गले लग गए, और मैंने टेस्ट देना शुरू कर दिया था। मुझे खुशी और दुख दोनों थे। खुशी इस बात की मैं रात भर मम्मी की लाइव चुदाई देखूंगा। और दुख इस बात का कि सर मम्मी को रात भर चोदेंगे।

    सर: ओके जान, मैं तुम्हारे लिए केक लेकर आता हूं। जब तक तुम रेड्डी हो जाओ, और खाना मत बनाना। मैं बाहर से ऑर्डर कर दूंगा।

    1 घंटे बाद सर मेरे रूम में आते है।

    सर: ध्रुव पेपर हो गया?

    मैं: यस सर।

    सर मेरी कॉपी देखते है।

    सर: शाबाश ध्रुव, आपके सभी जवाब हैं।

    और सर चले जाते है।

    मैं मम्मा के पास जाकर,और पीछे से बाहों मैं भर कर: आई लव यू मम्मा।

    मम्मी: आई लव यू बेटा, क्या बात है आज तू बड़ा खुश लग रहा है?

    मैं: हां मम्मी, आपका बर्थडे है ना। बताओ आपको क्या गिफ्ट चाहिए?

    मम्मी: कुछ नहीं, तूने मुझे इतनी खुशी दे रखी हैं, ये क्या कम है क्या? और हां, आज सर, मैं, और तुम मिल कर केक काटेंगे।

    मैं: मम्मी, सर आज रात यही रुकेंगे?

    मम्मी: हां।

    मैं: मतलब आज पूरी रात चुदाई?

    मम्मी: चल बदमाश, जा मुझे तैयार होने दे। और हां खाना खा कर अपने रूम में चले जाना। सर को पता नहीं चलना चाहिए कि तुम्हें सब पता है।

    मैं: ठीक है मम्मी।

    फिर सर केक लेकर आते है, और मेरे लिए चॉकलेट। हम केक काटते है, और डिनर करने बैठ जाते है। मैं डिनर करके मम्मी और सर को गुड नाईट बोल कर अपने रूम मैं चला जाता हूं।

    दोस्तों आज मैं कुछ ज्यादा ही एक्साइटेड था। क्योंकि रात भर सर और मम्मी की लाइव चुदाई जो देखने को मिलने वाली थी।

    फिर मैंने कंप्यूटर ऑन करके देखा तो मम्मी का बेडरूम पूरा खाली था। पूरा साफ-साफ नजर आ रहा था।

    फिर मैंने सोचा थोड़ा गेम खेल लेता हूं। इसलिए बेड पर लेटे-लेटे गेम खेलने लग गया। अचानक से कब नींद आ गई पता ही नहीं चला। फिर अचानक से गेट के खुलने की आवाज आई तो कंप्यूटर पर देखा मम्मी बेड पर अकेली नंगी पड़ी हुई थी।

    मैं चुप-चाप बाहर आया तो देखा चारों तरफ अंधेरा था, और सर बाइक लेके जा रहे थे। फिर मैंने घड़ी में टाइम देखा तो मॉर्निंग के 4 बज चुके थे। मुझे अफसोस हो रहा था कि मैंने मम्मी की लाइव चुदाई मिस कर दी थी। फिर मैं चुप-चाप से मम्मी के रूम में गया तो देखा लाइट जल रही थी, और मम्मी नंगी ही करवट लेकर लेटी हुई थी।

    दोस्तो मैंने पहली बार मम्मी को इस तरह से देखा था। वास्तव में क्या लग रही थी। गोरा चिकना बदन, बड़े-बड़े कूल्हे, और थोड़ी-थोड़ी उनकी गुलाबी चूत भी दिख रही थी, और पूरे बिस्तर पर धब्बे लगे हुए थे। जिसे देख कर मैं वही खड़ा-खड़ा मम्मी को देखते हुए मुट्ठ मारने लगा।

    मुट्ठ मारने के बाद मैं अपने रूम में आता हूं, और कंप्यूटर बंद करके सो जाता हूं। फिर मेरी नींद 8 बजे खुलती है। मैं मम्मी के बेडरूम मैं देखता हूं कि मम्मी अभी भी नंगी ही लेटी हुई थी।

    मैं मम्मी को आवाज लगाता हूं, जिसे सुनकर मम्मी जगती है, और मेरी तरफ देख कर तुरंत बेडशीट से अपने आपको ढक लेती है।

    मम्मी: ओह गुड मॉर्निंग बेटा, सॉरी बेटा वो रात को।

    मैं: कोई बात नहीं मम्मी। सर कहा हैं मम्मी?

    मम्मी: कोई देख ना ले इसलिए मॉर्निंग में जल्दी ही निकल गए। तू फ्रेश हो ले, मैं चाय बनाती हूं।

    मैं (मम्मी के बेड पर बैठते हुए): मम्मी आप रहने दो, मैं बना कर लाता हूं। सर ने रात भर आपको बजाया होगा, तो आप थक गई होंगी ।

    मम्मी: पागल है क्या, मम्मी से कोई ऐसा बोलता है।

    मैं: सॉरी मम्मी, सर ने रात भर आपको चोदा होगा। आप आराम करो, मैं चाय लेकर आता हूं।

    ये कह‌ कर मैं किचन की तरफ जाता हूं।

    मम्मी: सुनो बेटा।

    मैं: हां मम्मी।

    मम्मी: अलमीरा में से मुझे मेरे अंडरगार्मेंट्स देना, और ( नीचे पड़े ब्रा पेंटी की ओर इशारा करते हुए) इनको बाथरूम में डाल दे।

    मैंने मम्मी की अलमीरा खोली तो उसमे बहुत सारी फैंसी ब्रा पैंटी थी। फिर मैं अचानक से मम्मी को बोला-

    मैं: मम्मी रहने दो ना ब्रा पैंटी, वैसे भी आप नहाने वाली हो।

    मम्मी: ठीक है बेटा।

    मैं मम्मी के ब्रा पैंटी फर्श पर से उठा कर बाथरूम में डाल देता हूं और किचन में चाय बनाने चला जाता हूं। तब तक मम्मी फ्रेश होकर‌ बिना ब्रा-पैंटी के गाऊन पहन लेती है, जिसमें से मम्मी के निप्पल और बड़े-बड़े कुल्हे साफ दिख रहे थे।

    मम्मी: क्या देख रहा है ऐसे? तू तो ऐसे देख रहा है जैसे कभी देखा ही नहीं।

    मैं: कुछ नहीं वैसे ही

    मम्मी‌ (मुस्कुराती हुई, और मेरे पजामे की ओर देखती हुई): हां-हां मुझे सब पता है, ला चाय दे।

    फिर मैं और मम्मी चाय पीते है।

    कहानी जारी रहेगी।