छोटी बहन काव्या की जबरदस्त चुदाई

हैल्लो दोस्तों मेरा सभी पाठकों को नमस्कार। यह एक सच्ची घटना है जिसका नायक मै खुद ( राजू। उम्र-23 वर्ष। रंग- गोरा। कद -5’6″ ) नायिका मेरी छोटी बहन (काव्या। उम्र-19 वर्ष। रंग -गोरा। कद- 5’2″ )।

उसकी गदराई छलकती जवानी। गठीला बदन। पपीते के आकार की चूची। गोल कद्दू के आकार की गांड उसके यौवन को और ज्यादा ही खूबसूरत बना रहे थे।

मैं गाजीपुर का रहने वाला सामान्य परिवार का लड़का हूं और अभी ग्रैजुएशन पूरा किया है। काव्या 12वीं की छात्रा है।

जनवरी का महीना था। और मैं आपको बता दूं कि हमारे गांव के बच्चे बहुत कमीने हैं हर लड़कियों पर गंदे गंदे कमेंट करते हैं।

एक बार तो वो काव्या के बारे में बात कर रहे थे। कि यार एक बार काव्या से दोस्ती हो जाए तो इसके पपीते जैसे चूची को निचोड़कर उसके दूध को पूरा पी लेता।

और तो फिर उसके बाद इसे ब्लैकमेल करके इसकी चढ़ती जवानी के रस का पान कर लेता। और इसकी कद्दू जेसे गांड तब तक मारता जब तक उसमें सोनू का लंड आसानी से नही जाता।

जी हां सोनू एक काला लड़का कोई 100 kg का लड़का है। मैं बता दूं सोनू ने जितनी भी 2-3 लड़कियों को अपने गधे जैसे लंड से चुदाई की है वो 2 दिन तक तो नही चल पायी होंगी।

फिर वो लड़के बोल रहे कि जब तक काव्या को कच्ची कली से महिला न बना देंगे तब तक हम सब उसकी बुर में लंड पेलते रहेंगे। पर वो सब ये बात कर ही रहे थे किसी में हिम्मत नही थी काव्या की तरफ एक भी कदम बढ़ना क्योंकि वो सब मुझसे बहुत डरते थे।

एक बार तो कुछ लड़के आपस में मारपीट करके हास्पिटल तक पहुंच गये थे क्या करें लड़की चीज ही ऐसी है जैसा कि आपको पता है कि चूत का चक्कर मतलब मौत से टक्कर। यहां तो फिर भी बात बुर(भूरी झांटो वाली कच्ची कमसिन वर्जिन योनि ) की थी। तो मार तो होना ही था।

फिर उन्हे समझ आ गया और सब ने प्लान बना लिया कोई भी फंसाओ और खायेंगे सभी। बस फंसाने वाले की बारी पहली होगी। पर मेरी बहन फंसने वालों में नही थी।

और फिर कुछ दिन तक बात न बनने पर वो सब काव्या को घर से कुछ दूरी पर रोक लिया और सब हंस रहे थे कि आज इसकी जवानी को हम सब चखेंगे।

तभी काव्या ने बोला कि मैं अपने भैया से बोल दूंगी तो आप सबकी खैर नही तभी मेरा दोस्त कम दुश्मन ज्यादा गज्जू उधर से गुजर रहा थी तो उसने काव्या को देखा तो रुक गया और बोला

गज्जू – काव्या तू यहां क्या कर रही है ?

काव्या -देखो न भईया ये सब रास्ता रोक रखे हैं। और बोल रहे कि आज इसकी जवानी का मजा लेंगे।

गज्जू – काव्या को ऊपर से नीचे तक देखकर मुस्कुराते हुए बोला तुम चलो घर मैं इन्हे देख लूंगा।

काव्या रोते हुए घर पहुंची। मेरे पूंछने पर वो रोने लगी और फिर गले लग गयी। और बोलने लगी आज गज्जू भैया नही होते तो आज मैं आपको चेहरा नही दिखा पाती।

पर गज्जू की सच्चाई तो मैं जानता था वो इसी तरह 2 लड़कियों को अपना शिकार बना रखा है। पर इस बात को नजर अंदाज करते हुए उन सभी लड़कों को खूब पीटा। और फिर वो बोले कि आज से हम काव्या को अपनी बहन की तरह मानेंगे।

पर बात तो तब बिगड़ती दिखी जब मैं उन लड़कों को सबक सिखा कर आ रहा था। मैने देखा गज्जू। उसका दोस्त सोनू ओर एक ताऊ तीनो काव्या को लेकर बात कर रहे थे।

ताऊ- गज्जू बहुत दिन से कोई चिड़िया नही मिली। अब लंड बेकरार है किसी चूत को फाड़ने को।

सोनू – हां ताऊ मेरा भी बहुत मन हो रहा किसी को बजाने को।

गज्जू – मेरे पास एक चिड़िया है तो पर उसमें थोड़ा खतरा है। अभी कच्ची कली है पता नही झेल पाएगी या नही आपका।

ताऊ- कौन है जल्दी बताओ ? मुझे तो कच्ची कली के दर्शन सालों से नही हुए।

गज्जू – अरे वो राजू है न उसकी छोटी बहन काव्या क्या माल है ताऊ आज मैने उसकी गदराई जवानी को नजदीक से देखा है क्या चूची है क्या गांड है मन तो कर रहा था यहीं पकड़कर पेल दूं। आप तो जन्नत प्राप्त कर लोगे ताऊ।

ताऊ- अरे उ राजू की बहिनिया पर तो हमारी नजर महीनों से है पर मिलेगी कैसे ये समझ नही आ रहा था। तुमने तो मुंह की बात छीन ली।

सोनू- गज्जू भैया काव्या रोज 3 बजे स्कूल से लौटती है। और वहीं सिवान में ही दबोच लेंगे। और हमारा वहीं ट्यूबबेल है। वहां कोई जाता भी नही जल्दी। मौका अच्छा है। हमारा काम भी हो जाएगा और किसी को कानो कान पता तक भी नही चलेगा।

ताऊ – और अगर उ पुलिस में रिपोर्ट कर दी तो क्या होगा?

गज्जू – का ताऊ हमार मोबाइल कौने रोज खातिर है। वीडियो बना लेंगे और धमकी देंगे तो चुप रहेगी साली।

मुझे गुस्सा तो बहुत आ रह था मन कर रहा था कि तीनो को जिंदा जमीन में गाड़ दूं। पर डर ये था कि मैं अकेला और वो तीन। और अगर मुझे कुछ हो गया तो मेरी बहन को ये सब बेरहमी से चोदेंगे।

अब तक मुझे समझ तो आ ही गया था कि अगर मैने ध्यान नही दिया तो मेरी बहन की जबरदस्त चुदाई होने वाली है।

फिर एक हफ्ते बाद मैने देखा कि गज्जू काव्या से हंसते हुए कुछ बात कर रहा था और मुझे आता देखकर वो कुछ बोलकर वहां से चला गया।

मेरे पूंछने पर काव्या ने बोला गज्जू भईया कितने अच्छे हैं। उस दिन मुझे उन लड़कों से बचाया और आज मुझे बोल रहे थे कि आने वाले 25 फरवरी को उनका बर्थ डे है तो मुझे आने के लिए बहुत रिक्वेस्ट कर रहे थे। और अंत में मुझे मना ही लिया।

मैं तुरंत समझ गया 25 फरवरी को काव्या को चोदने और उसकी जवानी को लूटने का प्लान है।

फिर पता चला कि 16 फरवरी को रिश्तेदारी में शादी है। तो हम सब वहां चले गए और शादी के बाद मां पापा घर लौटने लगे तो मैं वहीं रुक गया और काव्या को भी रोक लिया ताकि उनका प्लान फेल हो जाए और ऐसा ही हुआ।

फिर वहां पर हम दोनो होली तक वहीं रूके और होली के दिन जब हम सब होली खेल रहे थे तो मेरी निगाह काव्या के यौवन पर पड़ा। फिर मुझे समझ में स्टार्ट हुआ कि आखिर लोग क्यों उसकी जवानी के पीछे पड़े हैं और क्यों चोदना चाहते हैं।

क्या माल है यार मेरी बहन। क्या चूची थे जैसे कि इसमें दूध भरा हो। और गांड का क्या कहना मैं तो उसके गांड के बीच के दरार में ही खो गया था।

अब मैं भूल गया था कि वो मेरी बहन है। मैने सोच लिया था कि अब तो कुछ भी हो जाए काव्या के साथ सम्बन्ध बनाना ही है।

मैं सोच ही रहा था तब तक वो मुझे रंग लगाने के लिए दौड़ी और फिसलकर मेरे ऊपर आकर गिर गयी। उसके कपड़े भीगे थे।

जब वो मेरे ऊपर गिरी उसके चूची दब गये और होठ मेरे होठ से स्पर्श कर गये तो मुझे करंट सा लगा। और मैं भी इस चीज का फायदा उठाते हुए मैं भी किस कर लिया और रंग लगाने लगा।

तभी वो उठकर भागी तो मैं उसके पीछे पीछे भागते हुए देखा कि छत पर सब अपने में मस्त है तो मैं उसे दौड़ाते हुए नीचे ले गया। तभी वो एक कमरे मे जाकर छुपने लगी तब तक मैं रूम में पहुंच गया। और दरवाजे को धक्का दे दिया।

फिर मैं पीछे से काव्या के गाल पर रंग लगाने लगा। पर तब तक मेरा 7″ लम्बा लंड सलामी देते हुए काव्या की गांड के दरार में घुसने के लिए बेताब हो रहा था तो मैने कपड़े के ऊपर से ही धीरे से लंड को घुसाने के लिए दबाया। पर काव्या सिहर गयी और वो आगे की तरफ मुड़ गयी और फिर मैं डर गया।

पर तुरंत काव्या ने बोला क्या हुआ अब नही खेलना होली और मेरे चेहरे पर फिर रंग लगा दी। तब तक मैने देखा कि उसकी सांसे बढ़ गयी थी और उसके पपीते बहुत तेजी से ऊपर नीचे हो रहे थे।

मैने ये मौका बिना गंवाये उसे लिप किस किया और वो मुझे तेजी से जकड़ ली और किस करने लगी। मैं उसकी चूची को पीना चाहता था और मैं पीने के लिए जैसे टीशर्ट ऊपर किया। ब्रा नीचे करने ही वाला था तब तक वो दूर हट गयी और बोली भैया ये सब गलत है।

मैने उसे समझाया कि हमारे अलावा किसी को नही पता है। और वैसे भी इतना कुछ हो गया। फिर वो बोली बस किस ही करेंगे आप। अगर पीने को सोचेंगे तो मैं मां पापा से बोल दूगी। मैं कुछ करता तब तक सब छत से नीचे आने लगे।

फिर हम दोनो नार्मल हो गये और शाम हुआ फिर रात। रात में काव्या मेरे कमरे में आयी और बोली की मैं यहीं सो जाऊंगी भैया के पास ही क्यूकि रात में पैकिंग भी करनी है घर जो जाना है कल।

फिर रात में जब सो गये तो मेरे से बोल रही कि भैया मुझे माफ कर दो हम दोनो आज बहुत बड़ी गलती हो जाती।

अब मुझे अपना काम बिगड़ता दिखा तो मैने 1-2 पार्न उसे दिखाया और बोला कि ये भी तो भाई बहन हैं। और फिर काव्या को राजी कर लिया। और काव्या बोली की हम अब सब कुछ अपने घर करेंगे।

हम दोनो उस रात एक दूसरे को किस करते रहे और एक दूसरे को निहारते रहे कुछ देर बाद काव्या सो गयी तो मैने मौके का फायदा उठाते हुए उसकी चूची को ब्रा से आजाद कर दिया और उसे पीते हुए 2-3 फोटो निकाली ताकि अगर कभी काव्या मना करे तो फोटो दिखाकर उसके साथ कुछ कर सकूं।

आगे की कहानी अगले पार्ट में!

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