हेलो दोस्तों, मैं आपके साथ आज अपने दोस्त की बहन की चुदाई की कहानी शेयर कर रहा हूं।
मेरा नाम रोहित है और मेरे दोस्त का नाम राहुल है। मेरे और राहुल में अच्छी दोस्ती थी। हम साथ ही शहर मैं पढ़ाई करते थे। मैं कई बार राहुल के साथ उसके घर गया हुआ था। राहुल की बहन जिसका नाम पूजा था, वो एक 23 साल की जवान लड़की थी। पूजा की फिगर 32-30-32 थी। मैं जब भी राहुल के घर जाता, तो पूजा को देख कर पागल हो जाता था और सोचता था कि काश एक बार ये मुझे चोदने को मिल जाए।
ये बात तब की है जब मैं राहुल के साथ उसके घर पर गया हुआ था। उस टाइम उसके यहां एक शादी थी। जब मुझे वहां रहते हुए कुछ दिन हुए, तो मुझे सुनने मैं आया कि पूजा के उसके गांव के किसी लड़के से सम्बन्ध थे। पहले तो मैंने इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया। पर मैं पूजा को चोदना चाहता था।
एक दिन राहुल के घर के लोग किसी काम से बाहर गए हुए थे शादी के लिए सामान खरीदने। घर पर मैं, पूजा, राहुल का एक छोटा भाई, उसकी दादी और शादी में आए हुए कुछ और थे। रात को सभी लोग खाना खाने के बाद अपने-अपने रूम में सोने चले गए। मेरा और पूजा का रूम एक-दम सामने था।
रात को करीब 11 बजे होंगे। मैंने देखा कि पूजा अपने कमरे से बाहर आई। मैं सोचा कि शायद पानी पीने आई हो। मैंने देखा कि पूजा अपने कमरे से निकल कर पास ही एक दालान था उसमें जा रही थी। मैं सोचने लगा कि वो अपने रूम को छोड़ कर दालान में सोने क्यों गई? अचानक मेरे दिमाग में वो सब बाते याद आई जब मैंने सुना था कि उसका सम्बन्ध गांव के ही एक लड़के के साथ था।
मैं सोचा कही वो उससे वो मिलने तो नहीं गई? मैं ये सोच कर देखने दालान में जाने लगा। जब मैं दालान में पहुंचा तो देखा कि अंदर से दरवाजा बंद था। अब मेरा शक यकीन में बदल गया था। मैंने दालान का दरवाजा पीटा और बोला कि पूजा दरवाजा खोलो। मैं दरवाजा पीट ही रहा था कि अचानक दरवाजा खुला और उसने से एक लड़का मुझे धक्का देते हुए बाहर की तरफ भाग गया। पूजा अभी भी अंदर ही थी।
मैं अंदर गया तो पूजा मुझे देख कर पूरी तरह डरी हुई थी। मैं पूजा से बोला कि, “यही सब करती हो, जब घर पर कोई नहीं है? बॉयफ्रेंड को बुलाती हो!” रुको कल राहुल आता है तो उसको सब बताता हूं। ये सुनते ही पूजा मुझसे बोली कि मैं ये सब किसी को नहीं बताऊं वरना घर के लोग उसे मारने लगेंगे।
मैं बोला कि मैं बताऊंगा। ये सुनते ही पूजा मेरे हाथ को पकड़ ली और बोली, “प्लीज ये सब किसी को मत बताइए। अगर आपको भी मुझे चोदना है तो चोद लिजिए।” मैं तो यही चाहता था। मैं पूजा से बोला कि, “यही चुदवाओगी?” तो वो बोली, “हां।”
मैंने अपना लंड निकला और बोला कि, “लो चूसो इसे।” पूजा के पास कोई रास्ता नहीं था, तो वो बिना कोई विरोध किए चूसने लगी। मुझे काफी मजा आ रहा था। पूजा मेरे लंड को चूस रही थी। थोड़ी देर बाद मैं उसके मुंह में ही झड़ गया। थोड़ी देर आराम करने के बाद मैंने पूजा को बोला कि, “अपने सारे कपड़े उतार कर बेड पर चलो।”
पूजा अपने सारे कपड़े उतारने लगी और मेरे सामने पूरी नंगी हो गई। मैं उसे बिना कपड़ों के देख पागल हो गया। उसके बाद मैंने भी अपने कपड़े उतारे और उसे लेकर बेड पर आ गया। बेड पर आकर मैंने पूजा को अपनी बाहों में भरा और उसके बदन से खेलने लगा।
पहले मैंने पूजा की होठों को पूरी तरह चूसा। उसके बाद मैंने उसकी चूची को अपने हाथों मे लिया और उसे मसलने लगा। क्या मस्त चूची थी, मजा आ रहा था मसलने में। थोड़ी देर मे पूजा भी मदहोश हो कर मजे लेने लगी। मैं बिना देर किए उसके पैरों को फैलाया, और अपना लंड उसकी चूत पर रख कर एक जोरदार झटका लगा दिया। जैसे ही लंड पूज की चूत में गया वो मुझसे लिपट गई और आह आह की आवाज निकलने लगी।
मैं उसे कितनी दिनों से चोदना चाहता था, तो आज मैं सारी कसर निकाल लेना चाहता था। उसके बाद मैं पूजा की चूत पर लंड का झटका देने लगा। वो भी अब पागलों की तरह मुझसे लिपट कर मेरा लंड ले रही थी। मैं अब उसकी चूत पर अपने लंड का झटका और फास्ट और हार्ड देने लगा। वो मुझसे लिपट कर हर झटके का मजा लेने लगी।
पूजा: आह आह, मेरे राजा मुझे नहीं पता था इतना मस्त चोदते हो, वरना कब की चुदवा चुकी होती।
मुझे ये सुन कर और जोश आने लगा और अपना लंड उसकी चूत में देने लगा। वो लगातार बोले जा रही थी: आह आह आह और चोदो मुझे। आज अपने दोस्त की बहन का पूरा मजा ले लो।
मैं अब उससे चोदते हुए पागल हो चुका था। इसी बीच मैंने अपने लंड का झटका दिया कि वो चिखने लगी और बोली, “नहीं, प्लीज इतना कस कर नहीं प्लीज।” मैं बोला कि, “इस दर्द का अलग मजा है मेरी जान,” और उसके चूत पर झटके लगाने लगा।
मैं फिर पूजा को चोदता रहा। वो मुझसे लिपट कर चुदवाती रही। उसके बाद मैं उसकी चूत में ही झड़ गया। उसके बाद वो मुझे अपनी बाहों में लेकर सोए हुए बोली: आज की चुदाई कभी नहीं भूलूंगी।
मैंने भी कहा: मैं भी ये नहीं भूल सकता कि कैसे मैंने आज तुम्हारी चूत मारी और तुम भी मस्त चुदवाई।
उसके बाद मैं पूजा को अपनी बाहों में पकड़ा और दूसरी चुदाई के लिए रेडी हो गया। मैं पूजा को अपनी बाहों में फिर से पकड़ा और उसके चूत पर फिर से झटके देने लगा। वो और मजे ले कर चुदवाने लगी। मैं उसकी चूत पर झटके लगा रहा था, और वो मजे में चीख रही थी और बोल रही थी, “ओह जानू, ओह राजा, और चोदो अपने दोस्त की बहन को।”
मैं उसकी चूत की हर गहराई को नाप देना चाहता था। मेरा हर झटका उसको और पागल बना रहा था। आगे की चुदाई की कहानी अगले भाग में, जहां मैं आपको बताऊंगा कि कैसे मैंने पूजा को फिर चोदा और उसकी जवानी के मजे लिए।
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