पिछला भाग पढ़े:- सेक्सी भाभी ने कैसे अपने देवर को चोदा-3
भाभी सेक्स कहानी अब आगे-
थोड़ी देर में भाभी भी हॉल में आ गई। मैं भाभी को भाभी को किस्स करने लगा।
भाभी बोली: अभी नहीं अभिषेक, अभी खाना खाया है। थोड़ी देर बाद में पक्का।
मैंने कहा: ठीक है।
फिर हम दोनों नंगे ही सोफे पर एक-दूसरे पर हाथ रख कर मूवी देखने लगे। आधी मूवी के बाद उसमें रोमांस वाला सीन आ गया तो मैं धीरे-धीरे भाभी के बूब्स पर हाथ फेरने लगा और बोला-
मैं: भाभी आप मेरी गोद में बैठ कर मूवी देखने का मजा लो।
भाभी ने पहले तो मना किया, पर मेरे बार-बार कहने पर मेरी गोद में बैठ गई।
वो बोली: आज एक काम करते हैं।
मैं भाभी के बूब्स को मसलते हुए बोला: क्या करें?
भाभी ने कहा: अब मुझे भाभी मत बोलो, मेरे नाम से बुलाओ मुझे। और मैं आपको अभी के नाम से बुलाऊंगी।
मैं बोला: ठीक है काजल बेबी (वो हंसने लगी)।
2 मिनट तक मैं ऐसे ही बूब्स और चूत मसलता रहा। फिर काजल मेरी तरफ मुंह करके मेरी गोद में बैठने लगी तो मैं बोला: रूको तो!
काजल बोली: क्या हुआ बेबी?
मैं बोला: मेरे लंड को अपनी चूत में डालते हुए बैठो।
वो बोली: जैसी तुम्हारी मर्जी।
फिर हम दोनों एक-दूसरे को किस्स करने लगे। मैं नीचे से धक्का लगाने लगा उसकी गांड पकड़ते हुए। क्या मुलायम गांड थी।
मैंने धक्के लगाने बंद कर दिए तो बोली: क्या हुआ?
मैं बोला: काजल मुझे तेरी गांड चोदनी है।
वो बोली: नहीं गांड नहीं।
मैं बोला: क्यों, भैया चोदते है क्या?
वो बोली: 2 दिन मारी थी। बहुत दर्द हुआ था। चला भी नहीं गया।
मैं बोला: मुझे तो तेरी गांड चोदनी है।
वो बोली: नहीं पहले चूत को तो शांत कर, फिर देखेंगे।
इतना बोलते ही मैंने एक जोर से झटका लगाया।
भाभी उछल पड़ी और बोली: आराम से, कहीं जा थोड़ी रही हूं।
मैं हंसते हुए बोला: ठीक है, अब आपको सोफे पर लिटा कर चोदूंगा।
तो वो बोली: मना किसने किया है मेरे राजा को?
फिर मैं उसे सोफे पर लिटा कर चोदने लगा। इस बार भाभी कुछ ज्यादा ही जोश में थी। मेरे हर धक्के से धक्का मिला कर चुदाई करा रही थी, और आवाज भी बहुत जोर-जोर से निकाल रही थी-
भाभी: आह आह आह। चोदो मेरे राजा, और जोर से चोदो। आई मां मर गई रे इस कुत्ते के नीचे आ कर। बहुत जोर से चोद रहा है, आ आई आ आ आ आ। पूरे बदन को तोड़ कर रख दिया। बहुत जोर से चोदता है, आआ आआ आई मां आ आई उ आ उउ आ। बस मेरे राजा, ऐसे ही चोदता रह। मैं तो तेरे से चुदवाई करवाए बिना नहीं रह सकती एक दिन भी, आ आई आ उ उ आई उ इ आई। और जोर से चोद। फाड़ दे आज अपनी भाभी चूत और गांड। चोद-चोद कर भुरता बना दे इसका आ आ गई रे मर गई आ तो आ आ आ ई उ इ आई आ।
भाभी: बस ऐसे ही चोदते रहो अपनी भाभी को। इस बार तो तुझे मेरे साथ लेकर जाउंगी। वहां पूरी-पूरी रात चुदाई करवाऊंगी तेरे से और दिन में तेरे भैया से, आई आ आ ई आ आ मर गई रे।
ऐसे बोलते हुए वो मेरी गर्दन पर अपने दांत चुभा दी। साथ ही मेरी पीठ पर नाखुन चुभाते हुए भाभी झड़ने लग गई।
मैं बोला: भाभी मेरा भी होने वाला है।
भाभी बोली: जल्दी कर और अंदर ही डाल दे।
फिर 5-7 शॉट जोर-जोर से मारते हुए मैं भी झड़ गया और दोनों एक-दूसरे को डीप किस्स करने लगे।
फिर मैं बोला: भाभी आप तो इस बार कुछ ज्यादा ही जोश में थी।
वो बोली: तो सुबह से बार-बार गर्म करके छोड़ दे रहा है। अब जाकर शांति मिली है (और फिर से एक-दूसरे को चूमने लगे)।
मैं बोला: भाभी कैसा लगा मेरा लंड? और कैसी लगी मेरी चुदाई?
भाभी बोली: बहुत ज्यादा मजा आया। जयपुर में, वहां रात को मैं चुदूंगी और दिन में तेरे लिए एक माल है, उसको चोदना। मैं सैट करा दूंगी।
मैं भाभी को एक लंबा किस्स करते हुए बोला: धन्यवाद भाभी, आप जैसी भाभी सभी को मिले।
आधी घंटे ऐसे ही लेटे रहे, एक-दूसरे के अंगों से खेलते रहे। मैं फिर से भाभी को किस्स करने लगा और भाभी के बूब्स मसलने लगा। नीचे आकर बूब्स को मुंह में भर कर चूसने लगा।
भाभी सिसकारियां लेते हुए बोली: शाबाश मेरे राजा। अब सीख गया। बस ऐसे ही चूसते जा इनको।
भाभी मेरे सिर पर हाथ रख कर अपने बूब्स पर दबा रही थी। 5 मिनट बाद मैं नीचे आकर भाभी की चूत पर किस्स करने लगा। भाभी सिसकारियां लेने लगी, और जोर-जोर से बोली: मेरे राजा तू बहुत अच्छे से चूस रहा है।
मैं चूत पर किस्स करते हुए चूत में ऊंगली डाल कर चोदने लगा। भाभी और भी जोर-जोर से सिसकारियां निकालने लगी।
भाभी: आज खाजा इसे, कर दे इस आग को शांत। बहुत तड़पाया है इसने।
यह बोलते हुए मेरे को अपने से दबाने लगी: आ आ ई उ आ आई उ इ बस ऐसे ही चूसते रह अपनी भाभी की चूत को।
2 मिनट बाद ऐसे करते झड़ने लगी और मेरे मुंह को अपनी चूत पर दबाते हुए बोली: पी जा आज अपनी भाभी पानी पूरा, और मैं अपनी जीभ से चूत को अंदर तक चाटने लगा।
फिर भाभी और भी ज्यादा जोर से मेरे सिर अपनी चूत पर दबाने लगी। आखिर 5 मिनट तक चूसने के बाद भाभी शांत हुई और बोली: अब मेरी बारी।
ये कहते हुए भाभी मुझे नीचे लिटा कर मेरे लंड को आइसक्रीम की तरह लपालप चूसने लगी। बहुत मजा आ रहा था भाभी के गर्म होंठों से चुसाने में। 10 मिनट तक भाभी ने चूसते हुए मेरा पानी निकाल दिया, और पानी पी कर बोली-
भाभी: मेरे देवर का तो बहुत टेस्टी है।
फिर हंसने लगी और मेरे होंठों पर अपने होंठ रख कर चूसने लगी।
वो बोली: आज मैं बहुत खुश हूं। तूने बहुत अच्छे से चुदाई की। अब तू जैसे कहेगा वैसे ही चुदाई करवाऊंगी।
मेरे तो मन में लड्डू फ़ूटने लगे। अब तो भाभी की मुलायम मुलायम गांड मारने को मिलेगी। मैं भाभी को किस्स करने लगा। 15 मिनट तक भाभी के मुलायम होंठों को और उनकी जीभ को चूसता रहा। भाभी मेरे लंड को सहला रही थी। मैं उनकी चूत को मसल रहा था। अब दोनों गर्म हो गए थे।
तो मैं बोला: भाभी अब आप की गांड मारनी है।
भाभी बोली: ठीक है, पर आराम से करना, नहीं तो जयपुर नहीं ले कर जाऊंगी।
मैं बोला: ठीक है भाभी।
भाभी बोली: पहले तेल लेकर आ।
मैं तेल लाकर भाभी की गांड के छेद पर डाला थोड़ा और उसमें अपनी 2 उंगलियां घुसा दी और उंगलियों से चोदने लगा।
भाभी आ इ आई उ करते हुए बोली: बस ऐसे ही करते जा।
फिर 3 उंगलियां डाल कर चोदने लगा।
भाभी को मजा आने लगा और वो बोली: ला तेरे लंड पर भी तेल लगा दूं।
भाभी मेरे लंड को हाथ में लेकर तेल लगाने लगी। मैं भाभी को घोड़ी बनाया और भाभी की गांड पर लंड सैट किया।
तभी भाभी बोली: अभी धीरे-धीरे डालना।
मैं बोला: ठीक है भाभी।
और मैं लंड धीरे-धीरे डालने लगा। लेकिन 5 मिनट तक आधा लंड ही गांड में घुसा था। मेरे से भाभी की सेक्सी गांड देख-देख कर रहा नहीं गया। फिर एक जोर से झटका मारा और उसी के साथ पूरा लंड गांड में घुसा दिया। भाभी जोर-जोर से चिल्लाने लगी और गालियां देने लगी।
वो बोली: चूतिया, कुत्ते साले फाड़ दी गांड। मार दिया रे कुत्ते। धीरे-धीरे करने को बोला था ना तेरे को।
मैं बोला: भाभी आप की गांड है ही इतनी सेक्सी। क्या करु कंट्रोल नहीं कर पाया।
2 मिनट तक भाभी को किस्स करते हुए मैं उनके बूब्स मसलने लगा। भाभी फिर गांड हिलाने लगी। मैं समझ गया भाभी तैयार थी। अब मैं भाभी की कमर पकड़ कर उनकी गांड मारने लगा जोर-जोर से।
वो सिसकारियां लेने लगी: आ आ ई आ उ आ आआआ ऐसे ही चोदते रहो मेरे देवर जी। तुम बहुत प्यारे हो, बस चोदते रहो अपनी भाभी को।
10 मिनट बाद मैं नीचे लेटा और भाभी को अपने उपर किया। भाभी अब मेरा लंड हाथ में लेकर अपनी गांड में सैट कर रही थी, और मैं उनके बूब्स दबाने में लगा था। भाभी धीरे-धीरे लंड ले रही थी। मैंने उनकी कमर पकड़ कर नीचे से एक झटके में पूरा घुसा दिया। भाभी फिर से चिल्लाने लगी।
मुझे हंसी आने लगी। भाभी ने मुझे देखा और मेरे सीने पर मुक्के मारते हुए बोली: हरामजादा, आराम से कर।
मैं बोला: आराम से ही तो किया था।
वो गुस्सा होने लगी। मैंने उसे अपने सीने से लगाते हुए सॉरी बोला और किस्स करने लगा। 5 मिनट बाद भाभी को दर्द से राहत मिली, और मैं धीरे धीरे धक्के लगाने लगा। फिर भाभी खुद ही उछल-उछल कर चुदाने लगी आ ई आ उ आ करती हुई। 10 मिनट तक चुदाई चली।
भाभी बोली: मैं अब थक गई, अब तू ही कर
मैं बोला: भाभी एक काम करो, मेरे लंड को अपने दोनों बूब्स के बीच में लेकर चूसो, और बूब्स से मुठ्ठी मारो, और मेरे पानी को बूब्स से पकड़ कर पीना।
फिर भाभी लंड बूब्स में लेकर चूसने लगी, और पानी पीने लगी। मैं उसके होंठों को चूमने लगा और फिर भाभी की चूत चोदने लगा। 40 मिनट कि चुदाई के बाद दोनों एक साथ चूत में ही झड़ गए, और किस्स करते हुए वहीं फर्श पर नंगे सो गए।
रात को 10 बजे भाभी जगी, टाइम देख कर मुझे किस्स किया, और बोली: मेरे लाडले देवर जी, खड़े हो जाओ। 10 बजे गए।
फिर मैं उठा और दोनों साथ में नहाने लगे। एक-दूसरे को साबुन लगा कर साफ़ किया और नहाते हुए किस्स करने लगे।
भाभी बोली: अब और नहीं। बहुत थक गई हूं।
मैं बोला: भाभी थक तो मैं भी गया हूं।
भाभी बोली: चलो नहा कर खाना कर सो जाते है। कल सुबह चोद लेना।
और हम दोनों ने हंसते हुए एक किस्स किया। फिर नंगे ही खाना बना कर भाभी को गोद में लेकर खाना खाया, और फिर नंगे ही सो गए। रात को 3 बजे उठा कर छत पर ले जाकर चुदाई की चांद की रोशनी में। भाभी का बदन चांद की रोशनी में चांदी जैसा चमक रहा था।
भाभी को सुबह 6 बजे तक 3 बार चोदा छत पर ही। बहुत मजा आया दोनों को। फिर नीचे आकर भाभी की चूत में लंड डाल कर अपने उपर लेकर सो गए। जब तक मम्मी पापा शादी से नहीं आए, तब तक हम दोनों नंगे ही रहते थे, और खूब चुदाई की। जहां भी चुदाई कर सकते थे वहां हर जगह चुदाई की।
इसी बीच भाभी ने मुझे खुशखबरी दी कि वो मां बनने वाली थी, ये बच्चा मेरा था। मैं बहुत खुश हुआ और इस बार तो हमारी चुदाई 50 मिनट चली। दूसरे दिन भैया आ गए। भाभी भैया से रात को चुदाई करवा ली ताकि किसी को शक ना हो कि यह बच्चा भैया का नहीं था। फिर भाभी मुझे अपने साथ जयपुर ले गए।
अब भाभी को चोदना बंद कर दिया था क्योंकि भाभी मां बनने वाली थी। लेकिन भाभी के बूब्स और गांड की साइज 2-2 इंच बढ़ा दी थी इन 10 दिनों में भाभी को चोद-चोद कर।
जयपुर में भाभी ने अपनी सहेली की चूत दिलाई। भाभी के बच्चा पैदा होने के 6 महीने तक नहीं चोदा। तब तक भाभी की सहेली को दिन रात चोद-चोद कर उसका भी फिगर बना दिया था भाभी के जैसा।
भाभी के बच्चा पैदा होने के 6 महीने बाद से रात को भाभी को चोदता हूं और दिन में उनकी सहेली को। भाभी दिन में अपने पति से और रात को अपने देवर से चुदवाती है। लेकिन भाभी और उसकी सहेली को कभी कपड़े नहीं पहनने देता, बिना कपड़े के ही रखता हूं।
धन्यवाद कहानी पढ़ने के लिए।