पिछला भाग पढ़े:- भाभी की चूत चोदी-3
भाभी सेक्स कहानी अब आगे-
मैं: भाभी सच बताऊं तो मैं तुम्हें बहुत दिनों से चोदने की सोच रह था।
आशीष से मैंने वादा किया था कि मैं उसे भाई या बहन लाकर दूंगा अगर तेरी मम्मी मान गयी तो। और देखो आप खुद ही आकर मुझसे चुदने को तेयार हो।
भाभी: तो तूने मुझे ये पहले क्यों नहीं बताया? मैं ख़ुशी से तुझे अपने उपर चोदने बुला लेती और कहती कि मेरे गले में हाथ डाल के रोमांटिक मूड में- आजा मेरे राजा, कर ले अपने मन की। चोद ले अपनी मधु को और बना दे मुझे तेरे बच्चे कि माँ।
मैंने भाभी कि कमर को पकड़ा, और उसे नोच डाला जोरो से।
भाभी: धीरे मेरे राजा, कही नहीं जा रही हूं। 6-7 दिन तेरी ही हूं। कर लेना जो करना है।
मैं: चुप कर मेरी रांड। तू तो रंडी बनेगी मेरी। मेरा लंड तू खायेगी और चूसेगी। मेरा लंड तेरी चूत का भोंसड़ा बना देगा। तेरी गांड में अपना मोटा लंड डाल कर तेरी गांड फाड़ूंगा। तू भी कहेगी के किस देवर से चुद गयी, जो उसके भाई से ज्यादा मेरी चूत और गांड में अपना घोड़े जेसा लंड डाल कर चोदे जा रहा है।
भाभी: तुझे जो करना है कर ले। मुझे जेसे चोदना है चोद ले। चाहे तो मेरी चूत फाड़ कर रख दे। मुझे अपनी रांड बना ले, रखेल बना ले। तू जब भी बोलेगा, मैं तुझे बुला के चुदवा लूंगी। तू चाहे तो मेरी गांड फाड़ देना, चाहे तो मुझे अपने दोस्तों से भी चुदवा देना। पर तू मुझे मा बना दे एक बार।
मैंने कहा: चल ठीक है मेरी जान। पहले तू मंगलसूत्र निकाल और मुझसे शादी कर ताकि मैं तुझे मेरी बीवी बना कर चोदूं।
भाभी: अच्छा तो बीवी बना के चोदेगा मुझे? मगर मैं तो पहले से ही शादी-शुदा हूं। वो भी तेरे भाई की, जो पहले ही मेरी चुद को चोद कर अपना बीज मेरे अन्दर डाल कर एक बच्चा कर गया।
मैं: चुप कर तू! तुझे कहा था ना जो मैं कहूं वो तू करेगी। नहीं तो तुझे नहीं चोदूंगा मैं। जा चुदा ले किसी से।
भाभी: किसी से क्यों, तू है ना मेरा राजा। तू चोदेगा मेरी चूत को। चल अब आजा, ज्यादा देर मत कर।
भाभी ने मंगलसूत्र निकाल दिया और कहा: आजा कर ले मुझसे शादी।
मैं भाभी के करीब गया। मैंने कहा भाभी तो वो कहने लगी: क्या अभी भी भाभी ही कहेगा? शादी कर रहा है तू मुझसे। बाद में मुझे चोदेगा भी सही। तो मधु बुला ना अब तो।
मैं: मधु मेरी जान, मैं बहुत खुशनसीब हूं कि तू मेरी बीवी बनेगी। अब से तुझे रोज चोदूंगा। तू रोज मेरे पास सोएगी। अब से तू मुझे अपना पति मान और मेरी सेवा कर।
मधु: ठीक है मेरे पतिदेव, अब से जो आप कहेंगे, वही करूंगी।
मैं: गुड, मेरी बीवी।
मैं मधु के करीब आया और उसे किस्स करने लगा। वो भी मेरा साथ अब ऐसे दे रही थी, मानो वो मेरी पत्नी बन कर मेरा ही लेगी। हम दोनों एक-दूसरे में खोये जा रहे थे। हम किस्स किये जा रहे थे। कभी मैं उसके होंठ चूसता, कभी वो मेरा होंठ चूसती। मेरे मुंह का पानी उसके मुंह में जा रह था। उसके मुंह का पानी मेरे मुंह में जा रहा था।
हम दोनों ऐसा डीप किस्स किये जा रहे थे, हमें पता ही नहीं चल कुछ भी। उधर मेरा लंड बड़ा होने लगा। मैं अपना हाथ मधु भाभी के बूब्स पर रख कर दबाने लगा। इतने सॉफ्ट बूब्स थे उसके कि दबाने में खूब मज़ा आ रह था। मैं उसके बूब्स दबा रहा था। मैंने जोर से उसका बूब दबाया तो उसके मुंह से एक सिसकी निकली आह।
उसने कहा: क्या कर रहे हो? धीरे करो ना। मैं कहीं भाग थोड़ी रही हूं। अब तो तुम्हारी पत्नी बन गयी हूं।
मैंने कहा: तू मेरी पत्नी सिर्फ 6-7 दिन के लिए बनी है। उसके बाद मेरा भाई आएगा तो फिर तू उसके साथ सोने लगेगी।
उसने कहा: नहीं जान, अब से सिर्फ तुम्हारे साथ सोया करुँगी। अब से सिर्फ तुम ही मेरी चूत और गांड के मालिक हो। सिर्फ तुम इस दूध को दबाया करोगे। तुम्हारा भाई अब से हमारे बीच नहीं आयेगा। तुम बस मुझे यूं ही अपना बना कर चोदते रहना।
मैं: तू चिंता मत कर मेरी जान। तू सिर्फ अब से मेरा ही लंड लेगी। अपनी चूत में अब तू सिर्फ मेरी ही बच्चे पैदा करेगी। मैं तेरे साथ 3 बच्चे करूंगा। सुबह-शाम तुझे चोदा करूंगा।
तभी मैंने उसके दूध को ज़ोर से दबाया। उसकी फिर से सिसकी निकली-
मधु: अह अह अह बस करो मेरी जान। कितना दबाओगे? सिर्फ दबाओगे या मेरी चूत को मारोगे भी?
उसने मेरा लंड पकड़ लिया और कहा: वाह मेरे पति देव, इसको कहते है लंड। आज तो मैं तुमसे चुद कर अपना जीवन सुधार लूंगी। तुम ही मेरी चूत के मालिक हो। तुम ही मेरे होने वाले बच्चों के बाप। तुम ही मुझे माँ बनाना। मेरी जान चोद डालो मुझे, फाड़ डालो मेरी चूत को अपने मोटे लंड से।
उसके मुंह से ये सब सुन के मुझे मजा आ रहा था। मैंने उसके दुदू दबाने नहीं छोड़े क्यू़ंकि क्या दूध थे, नर्म और गोरे। उसके उपर उसका वो दाना जो मेरे मुह में था।
मैं उसके दूध पी रहा था।
मैं: मजा आ गया जान तेरे दूध पीकर। अब तू मेरा लंड चूस और बता केसा है।
वो नीचे बैठी और उसने मेरा पेंट उतारा। मेरा लंड उछलने लगा मेरी चड्डी में। उसकी आँख के सामने आते ही उसने कहा-
मधु: क्या लंड है, ये मेरी तो चूत सच में फाड़ कर रख देगा। देखो मेरे पति देव, मुझे चोदना, पर इतना जोर से मत चोदना अपने इस लंड से कि मेरी त्वचा को ही छील दो तुम।
मैं: तू चिंता मत मेरी जान। तू इतना चुदेगी, कि सुबह चल भी नहीं पाएगी। तेरी तो चूत को फाड़ना ही मेरा लक्ष्य है अब।
मधु: कितना प्यारा लंड है। ये कितना मोटा कितना लम्बा लगता है। मुझे माँ बनाने के लिए ही बना है ये। मन तो कर रह है अभी चुत में समां लू इस लंड को, पर मैं चाहती हूं आराम से चोदो तुम मुझे। क्यूंकि मैं अब तुम्हारी पत्नी हूं, और ये हमारी पहली रात है। तो तुम मुझे पत्नी की तरह चोदो।
मैं: चल देर मत कर। चूस मेरा लंड। ले अपने मुंह में।
वो मेरे लंड का टोपा अपने मुह में लेने लगी, तो उसे एक खुश्बू जैसी आई।
उसने कहा: ये खुश्बू कैसी है?
तो मैंने कहा: तेरे लिए ही मेरा लंड का पानी निकल रहा है, बस उसी की है। चल चूस ले पूरा अब तू।
वो सर्रर्र सर्रर्र सर्रर्र सर्रर्र सर्रर्र सर्रर्रर कर के लंड चूस रही थी। मुझे इतना मजा आज तक नहीं आया, जितना मेरी भाभी मेरा लंड चूस कर दे रही थी।
आगे की कहानी अगले पार्ट में।