सगी बहन की पेंटी देख कर चुदाई की

ये कहानी 2022 की है जब मैं स्कूल में पढ़ता था। ये कहानी मैंने और मेरी सग्गी बहन ने जो सेक्स किया था उसके बारे में है। मेरे घर में मां, पिता जी, और मेरी बहन रहते है। पापा गवर्मेंट जॉब करते है, मां हाउसवाइफ है।

मेरी बहन मेरे से 1 साल छोटी है। मैं 1 साल बड़ा हूं। उस वक्त वो 18 साल की थी, और मैं 19 साल का था। उसका नाम वर्षा है और देखने में बिल्कुल कमसिन है। 32b ब्रा साइज, और पैंटी मीडियम साइज की है। कैसे पता लगा ये आपको आगे मालूम होगा।

ये बात तब स्टार्ट हुई, जब वो स्कूल जाने के लिए रेडी होती थी। तब जब मैं उसको स्कर्ट में देखता। जब वो जूते पहनने  के लिए अपना पैर उठाती, तब उसकी पैंटी देखती। कभी लाल, कभी पिंक, या स्किन कलर की पहनती थी वो। इससे मेरा दिमाग़ खराब हो जाता था।

कभी-कभी तो उसके पोछा लगाते हुए बूब्स ब्रा के अंदर से दिखते थे। फिर पैंटी लाइन शॉर्ट में से देखता। इससे मेरा लंड खड़ा हो जाता था। मैंने कई बार मुठ बहन के नाम लेके मारा है। मैंने कई बार पोर्न और सेक्स स्टोरी पढ़ी थी और देखी थी, जिसमे बहन भाई की चूदाई देखी थी और पढ़ी भी थी।

मैंने भी प्लान बनाया कि मैं भी अपनी बहन को चोदूंगा। मैं और मेरी बहन एक ही स्कूल में पढ़ते थे, और एक ही क्लास में थे। जब हम लोग का एग्जाम फिनिश हुआ था, उसके बाद हम लोग की स्कूल में छुट्टी हो गई थी। उसके बाद हम घर में रहते थे। तब पापा ने बोला कि हम छुट्टी में घूमने जाएंगे। मैं खुश हो गया। फिर मैं अपनी बहन को बोला कि हम लोग साथ में रहेंगे और घूमेंगे। वो भी खुश हो गई।

फिर पापा ने बोला: तुम लोग जाओ, अपने कपड़े चेक कर लो कि क्या-क्या है, या नए कपड़े खरीदने हैं?

तो मैं अलमारी में गया और कपड़े चेक करने लगा। मेरी बहन भी पीछे-पीछे आ गई। वह भी अलमारी में कपड़े चेक करने लगी। कपड़े निकालते टाइम मैंने उसकी ब्रा और पेंटी भी देखी, और ब्रा का साइज 32b था, तो मैं ब्रा देखने लगा। वह अपने बूब्स निहारने लगी, और मैंने भी देख कर नजरअंदाज कर दिया। मैं समझ गया कि वह अपने बूब्स देख रही थी। फिर मैंने ब्रा और पेंटी को छोड़ दिया, और मैंने देखा कि लाल, हरे, पीले, कलर की पेंटी थी।

फिर मेरा लोड़ा खड़ा हो गया, और मैं अपने आप को कंट्रोल करने लगा। वो भी ये समझ गई और वहां से चली गई। फिर मैं भी चला गया, लेकिन मन में बहुत गुदगुदी भी हो रही थी। अगले दिन पापा आए और बोले: मुझे छुट्टी नहीं मिल रही है।

फिर हम लोग उदास हो गए। मेरी बहन नीचे खेलने चली गई, और वह स्कर्ट और टी-शर्ट पहनी हुई थी। जब वह खेल रही थी तो उसके बूब्स उछल रहे थे। उसके बूब्स देख कर मैं अपना लोड़ा मसल रहा था, और मेरा मन कर रहा था कि जाकर मैं अभी उसे चोद दूं। लेकिन अपने आप को कंट्रोल किया।

अगले दिन मम्मी सब्जी लेने बाजार चली गई। अब घर में मैं और मेरी बहन थी, और पापा तो शाम को आते थे, तो मैं अपनी बहन के साथ बात-चीत करने लगा, और उसको छूने लगा।

वह कुछ नहीं बोल रही थी। फिर मैंने हिम्मत करके उसके बूब्स पर हाथ रख दिए। वो फिर भी कुछ नहीं बोली। फिर मैंने उसके बूब्स हल्के से दबा दिए। वह मना करने लगी और बोली, “यह क्या कर रहे हैं भैया?”

मैंने बोला कि, “कुछ नहीं कर रहा हूं, बस तुमसे प्यार कर रहा हूं।” वह बोली कि, “यह ठीक नहीं है।” फिर मैंने टी-शर्ट के ऊपर से उसके दोनों बूब्स दबा दिए। बहुत मजा आया। फिर वह मना करने लगी “नहीं, अभी ठीक नहीं है, मम्मी आ जाएगी, मैं मम्मी को बोल दूंगी।” फिर मैं डर गया लेकिन मैं उसे समझाने लगा, “ठीक है, मम्मी को मत बोलना प्लीज। एक बार अपने बूब्स दिखा दो।”

वह नहीं मानी, लेकिन बहुत रिक्वेस्ट करने के बाद वह मान गई। मैंने बोला कि, “मुझे तुम्हें ब्रा और पैंटी में ही देखना हैं।” फिर मैंने बोला, “वर्षा एक बार दिखा दो”। फिर बहुत कोशिश करने के बाद वह मान गई।

वह बोली कि,” ठीक है।” फिर उसने अपनी टी-शर्ट और स्कर्ट उतार दी। मेरी आंखें फटी की फटी रह गई। गोरे बदन पर काली ब्रा और पेंटी इतनी खूबसूरत लग रही थी, जैसे अप्सरा हो। फिर मैंने जबरदस्ती नहीं की, और उसकी बात मान ली। और मैंने बोला कि,”ठीक है, कपड़े पहन लो।”

वह कपड़े पहन ली। उसके बाद वह मेरे से बात नहीं की। मैंने उसको समझाया, “प्लीज मान जाओ, सॉरी।” वह बोली,”मैं आपकी बहन हूं, आपको ऐसा नहीं करना चाहिए था।” मैंने बोला, “प्लीज सॉरी, जोश-जोश में ऐसा हो गया।” फिर रात में हम लोग सब खाना खा कर सोने चले गए। मुझे रात को नींद नहीं आई। मुझे तो सिर्फ उसका नंगा जिस्म ही दिखाई दे रहा था।

वह बड़े-बड़े बूब्स और चूत, और उसमें काली ब्रा और पेंटी। मैं रात भर उसके ख्यालों में खोया रहा, और एक बार मैंने वर्षा के नाम पर मुठ भी मारी। फिर कुछ दिन निकलने के बाद मुझे एक बार और मौका मिला। मम्मी शाम को आंटी के यहां गई हुई थी कुछ काम से मिलने। फिर वर्षा किचन में कुछ काम कर रही थी, और मैं उसके पास गया।

मैं बोला, “क्या कर रही हो?”

वह बोली, “कुछ नहीं, बस खाना बनाने की तैयारी कर रही हूं।” फिर मैं उसके पीछे गया, और उसको पकड़ लिया और उसकी गर्दन पर किस करने लगा। मैं साथ-साथ में उसके बूब्स को दबाने लगा। वो डर गई और बोली, “भैया आप यह क्या कर रहे हो? प्लीज मत करो, मम्मी आ जाएंगी और देख लेंगी।”

मैंने बोला कि, “नहीं मैंने गेट बंद कर दिया है। वह नहीं आएंगी।” वह बोली कि, “नहीं भैया, यह ठीक नहीं है। मैं आपकी बहन हूं। प्लीज भैया।”

मैंने बोला, “वर्षा मान जा।” मैं नहीं माना, और उसको अपनी ओर खींचा, और हाथ अपना उसकी गांड में डाल दिया, और गांड को दबाने लगा। बहुत ही मुलायम और बड़े थे, और मैं उसको किस भी करने लगा, और गाल पर किस किया।

वो मना कर दी, “भैया नहीं, प्लीज मत करो।” मैंने बोला, “बसा एक बार किस करने दो।” फिर मैंने उसको किस किया, और उसके बूब्स भी दबा दिए, और वो थोड़ा मेरा साथ भी देने लगी थी। लेकिन वह थोड़ा सा कसमसा रही थी। मैंने बोला कि, “प्लीज एक बार मुझे करने दो अच्छे से।”

तो मैंने उसको बूब्स भी दबा दिए और अपना हाथ उसकी चूत पर रख दिया, और थोड़ा मसलने लगा। पैन्टी टाईट पहनने के कारण उसकी चूत मैं ठीक से दबा नहीं पा रहा था। पर बहुत मजा आ रहा था उसकी चूत को सहलाने में, और उसके बूब्स को दबाने में।

फिर उसने मुझे अपनी ओर खींचा, और एक लंबा सा होठों पर किस किया, और वह मेरा साथ देने लगी थी। थोड़ी देर बाद दरवाजे की घंटी बज गई। हम दोनों अलग हो गए और डर गए। फिर हमने अपने-अपने कपड़े ठीक किए, और मैंने जा कर दरवाजा खोल दिया तो देखा, कि मम्मी दरवाजे पर खड़ी थी।

हम नॉर्मल की तरह पेश आने लगे, और मेरी प्यास अधूरी रह गई। कुछ दिन ऐसा ही चलता रहा, और अब वह मुझे स्माइल देती और मैं भी उसको स्माइल देता। दिन निकलते गए। फिर एक दिन हमारे घर में एक अंकल आ गए। वह रात को रुकने वाले थे, तो मम्मी ने बोला कि, “तुम भाई-बहन एक कमरे में सो जाओ, और अंकल दूसरे कमरे में सो जाएंगे।”

मैंने बोला कि, “ठीक है।” और मेरी बहन को भी कोई कुछ प्रॉब्लम नहीं थी। जब रात को मेरी आंख खुली, तो मैंने देखा कि मेरी बहन सलवार सूट पहन के सोई हुई थी और उसके बूब्स ऊपर की तरफ थे। पर मेरा मन कर रहा था कि उसके बूब्स दबा दूं। फिर सोने का नाटक करने के बहाने मैंने अपना हाथ उसके बूब्स पर रख दिया, और धीरे-धीरे दबाने लगा। मुझे बहुत अच्छा फील हो रहा था। फिर मैंने हिम्मत करके उसके ऊपर अपना एक पैर रख दिया, और कुछ महसूस नहीं हुआ कि वह जागी थी।

फिर मैंने और हिम्मत करके अपने हाथ से दूसरे बूब्स को दबाने लगा हल्के-हल्के से। फिर मैंने हिम्मत की, और आगे बढ़ा और उसके ऊपर छा गया। मैं उसके होठों पर चुंबन देने लगा। गर्दन पर और गाल पर धीरे-धीरे किस करने लगा।

वह कुछ नहीं बोली। फिर मैंने अपने दोनों हाथ उसके बूब्स पर रखे, और धीरे से उसके होठों पर किस किया। वह जाग गई। वह बोलने लगी, “प्लीज अभी मत करो। बाहर आवाज चली जाएगी।” मैंने बोला कि, “आवाज नहीं जाएगी, धीरे-धीरे हम लोग करेंगे।”

फिर उसको किस करते-करते अपना हाथ उसकी चूत पर रखा, और मसलने लगा। सूट पहनने के कारण उसका चूत‌ मैं ठीक से दबा नहीं पा रहा था। मैंने बोला कि, “अपना सूट नीचे से खोल दो।” वह नहीं मानी और बोली कि, “नहीं।”

फिर मैंने उसके ऊपर से सूट खोल दिया और वह ब्रा में थी। मैं उसे किस किए जा रहा था। अंधेरा होने के कारण मैं उसके बूब्स नहीं देख पा रहा था। थोड़ी देर किस करते-करते मैं उसके ऊपर चढ़ गया, और अपने आप को आगे-पीछे करने लगा। इससे मुझे बहुत मजा आ रहा था। फिर 10-15 मिनट आगे-पीछे करने के बाद मेरा पानी निकाला आया, और मैं उसके ऊपर लेटा रहा। फिर 5 मिनट बाद मैं नीचे आया, और उसे लंबा किस करके उसे आई लव यू बोला।

वह कुछ नहीं बोली और मैं उसको बस देखा रहा। फिर वो अपना सूट पहन के चाली गई वाशरूम। थोड़ी देर में वो आई, और बाद में हम दोनो सो गए । अगले दिन सुबह हम उठे, तो मैंने सोचा कि अब मेरा रास्ता साफ था। अब मैं अपनी बहन वर्षा को कभी भी चोद सकता था। जब वह किचन में काम करती, तो पीछे जा कर मैं उसके चूतड़ दबाता, और बूब्स दबा देता। फिर मैं वहां से चला जाता।

मुझे उसे चोदने का मौका नहीं मिल पा रहा था, तो अब कुछ दिन तक ऐसे ही रहा। फिर 1 दिन मैं उसकी ब्रा और पेंटी खोजने के लिए अलमारी में देखने लगा, तो मैंने देखा कि पापा मम्मी ने कंडोम का पैकेट छुपा के रखा हुआ था। फिर मैंने उसमें से दो कॉन्डम निकाल लिए और अपनी बहन की ब्रा और पेंटी लेकर अपने रूम में आ गया। मैं रूम लॉक करके उसके नाम की मुठ मारने लगा। उसके ब्रा पेंटी को देख कर मुझे बहुत मजा आ रहा था।

फिर वो टाइम आ ही गया। मेरे पापा आर्मी में जॉब करते हैं, तो वह सामान लाने के लिए कैंटीन जाते थे। तो मेरे पापा ने बोला मेरी मम्मी को कि, “चलो सामान लेकर कैंटीन से आ जाना।” उस टाइम 2:00 बज रहे थे, और उस टाइम हमारी स्कूल की तो छुट्टी थी। तो मैं और मेरी बहन हम दोनों घर में अकेले ही थे।

मम्मी के जाने के बाद मैंने दरवाजे को अंदर से अच्छे से बंद कर दिया, और अपनी बहन को देखने चला गया। मैंने देखा कि मेरी बहन वहां किचन में कुछ कर रही थी, तो मैं उसके पास गया, और बोला कि, “चलो मेरे साथ कुछ काम है।”

वह नहीं आई। वो समझ गई कि मैं उसे कुछ करूंगा। फिर कुछ बोलने के बाद वह मेरे साथ चली आई, और उसे मैं अपने रूम में ले गया। रूम में ले जाने के बाद मैंने उसे बिस्तर पर लिटाया, और उसके बूब्स दबाने लगा। वह मना करने लगी कि, “मम्मी आ जाएंगी।” मैं बोली कि, “मम्मी के आने में अभी 1 से 2 घंटे हैं।” फिर वह बोली कि, “ठीक है।” फिर मैं उसे बिस्तर पर लिटा कर उसके ऊपर लेट गया, और उसे किस करने लगा। कभी गाल पर, कभी गर्दन पर, कभी हाथों पर, साथ-साथ में उसके बूब्स भी दबा रहा था।

मुझे बहुत मजा आ रहा था। वह भी मेरा साथ दे रही थी। मैंने उसकी टी-शर्ट उतार दी थी, और वह काली ब्रा पहने हुए थी, जिसमें वह बहुत खूबसूरत लग रही थी। फिर मैंने उसकी शॉट्स उतार दी, और वो गुलाबी कलर की पैंटी में थी।

मैं यह सोच रहा था, कि वह कितनी खूबसूरत‌ थी। काली ब्रा और गुलाबी पैंटी पहने में वो बहुत खूबसूरत दिख रही थी। मैंने भी अपने कपड़े उतार लिए, और सिर्फ अंडरवियर में आ गया। यह देख कर उसने अपनी आंखें बंद कर ली। मैंने बोला, “क्या हुआ?” वह बोली, “मुझे शर्म आ रही है।”

मैंने बोला, “किस बात की शर्म? अभी तो हम दोनों को नंगे होना हैं।”

मेरी बहन ब्रा पेंटी में थी, और मैं सिर्फ अंडरवियर में था, और उसके ऊपर लेटा हुआ था, और रोमांस कर रहा था। फिर काफी देर तक हम दोनों एक-दूसरे से लिपटे रहे, और किस करते रहे।  उसने अपना हाथ मेरे अंडरवियर पर रखा, और झट से छोड़ दिया। मैंने बोला, “क्या हुआ?” वह बोली कि, “यह बहुत बड़ा है।” मैंने बोला, “यह तो मेरा लंड है।” और मैंने अपना अंडरवियर निकाला, और हाथ से उसको लंड को पकड़ने के लिए बोला।

वह नहीं पकड़ी, और मना करने लगी। मैंने बोला, “प्लीज एक बार पकड़ लो मेरा लंड।” तो बोली कि, “ठीक है।” वो‌ लंड पकड़ी और उसे मैंने चूसने के लिए बोला तो वह नहीं चूस रही थी। मैंने बोला, “प्लीज, एक बार इसे मुंह में ले लो।”

तो बोली कि, “नहीं।” फिर काफी रिक्वेस्ट करने के बाद मेरा लंड अपने मुंह में लिया, और चूसने लगी एक लॉलीपॉप की तरह। जब उसने लंड अपने मुंह से निकाल लिया, तो मैंने बोला कि, “अब अपने हाथों से इसे हैंडजॉब दे दो।” फिर वह अपने हाथ से मेरे लंड को आगे-पीछे करने लगी, और गौर से देखने लगी।

थोड़ी देर बाद मैंने उसे बिस्तर पर लिटा दिया, और उसके पूरे बदन को किस करने लगा। फिर मैं उसे गौर से देखने लगा कि आज मेरी बहन मेरे सामने ब्रा और पेंटी में बिस्तर पर पड़ी हुई थी। फिर क्या, फिर मैं उसके ऊपर लेट गया, और उसके पीछे से ब्रा का हुक खोल दिया। हुक खोल कर उसके बूब्स को आजाद कर दिया।

वह बड़े-बड़े बूब्स मानो कि दो संतरे हो।  फिर मैंने उसके बूब्स को चूम लिया और थोड़ी देर बाद मैंने पैरों को ऊपर करके उसकी गुलाबी पैंटी को उतार दिया। वह मेरे से अपनी चूत छुपाने लगी। फिर मैंने अपने होठों से उसकी चूत पर किस किया, और मैं उसकी चूत चाटने लगा।  वो सिसकियां लेने लगी। फिर वो मदहोश हो गई।

काफी चूत चाटने के बाद मैंने उसे पूछा कि, “कैसा लगा?” वो बोली, “बहुत मजा आ रहा है भैया।” फिर मैंने उसे बोला, “मेरी बहन मैं तुझे आज जन्नत की सैर करवा दूंगा।” फिर वह चुप-चाप मुझे देखने लगी।

फिर क्या, फिर मैंने उसे बिस्तर पर सीधा लिटाया। लेट जाने के बाद मैंने उसके दोनों पैर अपने कंधे पर रखा, और अपना लंड उसकी चूत में घुसाने लगा। फिर वह बोली, “नहीं भैया, ऐसे मत करो, नहीं तो मैं प्रेग्नेंट हो जाऊंगी।” मैंने बोला, “हट पागल है? ऐसे प्रेग्नेंट थोड़ी ना होते है।” वह मना करने लगी।

फिर मैंने उससे कहा, “2 मिनट रुको।” मैं अलमारी में से छुपाए हुए कंडोम निकाल ले आया। फिर वह बोली कि, “कंडोम आप कहां से लाए?” मैंने बोला कि, “यह पापा मम्मी की अलमारी से मैंने निकाले थे।” फिर समय ना बर्बाद करते हुए मैंने कंडोम का पैकेट खोला, और कंडोम अपने लोड़े पर लगाया। फिर उसके पैर अपने दोनों कंधो पर रखें, और लोड़ा ठीक उसकी चूत में घुसाने लगा।

वह दर्द से कराह रही थी। वह बोली, “भैया, ऐसे मत करो, दर्द हो रहा है।” फिर मैं अपना लोड़ा उसकी चूत में धीरे-धीरे घुसाने लगा। मैंने अपना लंड उसकी चूत में घुसाया, तो उसकी चीख निकल गई, और उसकी आंखों में थोड़े आंसू आने लगे। मुझे पता था कि आवाज घर के बाहर नहीं जाएगी, क्योंकि खिड़कियां चारों साइड से बंद थी, और मैंने अपना समय ना बर्बाद करते हुए अपना लंड उसकी चूत में पूरा घुसा दिया।

वो बहुत जोर से चीखी, “भैया प्लीज निकालो।” मैंने नहीं निकाला। मुझे पता था अगर मैं अपना लंड निकाल दूंगा, तो फिर वो कभी मेरा लंड नहीं लेगी। फिर मैंने उसको धीरे से समझाया और बोला, “थोड़ा सा शांत रहो, मैं धीरे-धीरे करूंगा।” वो शांत हो गई। मुझे अपनी बहन को चोदने में इतना मजा आ रहा था, कि मैं बता नहीं सकता।

फिर मैं धीरे-धीरे अपना लंड आगे-पीछे करने लगा, और वह मेरा साथ देने लगी। फिर मैंने थोड़ी देर रुक कर उसे आराम करने दिया। मैंने उसके ऊपर लेट के मिशनरी पोजीशन में सेक्स किया। 15 मिनट सेक्स करने के बाद मैंने उसे पलटने को कहा, और वह पलट गई। फिर मैंने उसे कहा कि, “तू अपने गांड थोड़ी सी ऊंची उठा, मुझे पीछे से लंड डालना है।

पहले वह मना की, फिर वो मान गई। मैंने बोला कि, “एक बार पीछे से करने दे।” फिर मैंने अपना लंड उसकी चूत में घुसा दिया। बहुत टाइट थी चूत। वह धीरे-धीरे चीख रही थी। लेकिन मैं नहीं रुका और अपना लंड आगे-पीछे करता रहा और अपनी बहन की चूता् मारता रहा। बहुत मज़ा रहा था।

थोड़ी देर डॉगी स्टाइल करने के बाद मैंने काओ-गर्ल स्टाइल में उसके साथ सेक्स किया। उसे बहुत मजा आ रहा था, और वो सिसकियां निकाल-निकाल कर मजे ले रही थी। “आह आह ओह ओह ओह माई गोड, आह आह भाई आह आह”।

मैं भी उसका बूब्स और गांड दबा-दबा के और लड़ा चूत में डाल के मजा ले रहा था। थोड़ी देर बाद मैंने उसे बिस्तर पर लिटा दिया, और उसके ऊपर लेट के अपना लोड़ा उसकी चूत में घुसा दिया, और बहुत तेजी से 15 मिनट तक मैं आगे-पीछे करता रहा।

मैं उसे अपनी बाहों में लेकर चोदता रहा। फिर 15 मिनट बाद मेरा पानी बाहर निकल गया, और उसका भी पानी बाहर निकल गया। हम दोनों बहुत संतुष्ट हो गए थे। थोड़ी देर बाद उसकी पैंटी से अपना लंड पोंछा और उसकी चूत भी पोंछ के साफ की।

फिर वर्षा बोली, “भईया आज अआपने बहुत मज़ा दिया, मुझे ये मजा रोज करना है।”‌‌मैं वॉशरूम में जाके रेडी हो गया और वो भी रेडी होने चली गई। फिर मैंने देखा वो लाल पेंटी पहन कर और काली ब्रा पहन कर रेडी हो रही थी। फिर जाके मैंने उसको किस किया और बोला, “आई लव यू मेरी बहन।”

थोड़ी देर बाद दरवाजे की घंटी बज गई, और मम्मी आ गई। फिर हम दोनों साथ में मिल कर बात किए और हंसी मजाक किया। मेरी मम्मी को पता भी नहीं होगा कि आज उसकी बेटी ने अपने भाई से चूदाई की थी।

अगले दिन मैं दूर मार्केट में जाकर एक बूढ़े अंकल के मेडिकल स्टोर से कामसूत्र का स्ट्रौबरी फ्लेवर कॉन्डम ले आया, और अपने पास रख लिया, कि जब भी मौका मिलेगा चूदाई के लिए तो मैं उसे यूज कर लूंगा। स्कूल खुलने में कुछ ही दिन बाकी थे, तो उससे पहले मैंने अपनी बहन वर्षा के साथ कई बार चूदाई की।

एक बार तो मैंने उसे बाथरूम में चोदा था, जिसमें मुझे बहुत मजा आया, और वह मेरा लंड अपने मुंह में लॉलीपॉप की तरह चुस्ती है। मैंने उससे पूछा कि, “यह कहां से सीखा?” तो वह बोली कि, “उसने पोर्न वीडियो में देखा था कुछ दिन पहले ही।” उसे भी तब पता लगा कि भाई बहन आपस में चूदाई करते हैं।

मम्मी पापा को अभी तक नहीं मालूम कि उनके घर से बाहर निकलने के बाद मैं अपनी बहन को चोदता हूं, और उसके बूब्स अब थोड़े बड़े भी हो गए हैं। आप मैं उसके लिए बाजार से अपनी पसंद की ब्रा और पेंटी हर कलर की रंग-बिरंगे कलर की लाता हूं, उसे पहनाता हूं, और उसके साथ सेक्स करता हूं। वो भी मेरे साथ देती है। एक बार तो मैं स्कूल जाने से पहले ही उसे स्कूल ड्रेस में पैंटी नीचे करके 5 मिनट में चोदा था।

यह मेरी कहानी है भाई बहन की चुदाई की। आप बताएं आपको कैसी लगी कहानी। अगर अच्छी लगी तो मैं आपके लिए अगली बार से एक नई कहानी लेकर आऊंगा। अब तो मेरी बहन बिल्कुल सनी लियोन की तरह हो गई है बड़े-बड़े बूब्स और फूली-फूली चूत। जब चूदाई का मौका नहीं मिलता है, तब वह मेरे लोड़ा हिला कर ही काम चला लेती है।

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