मेरे भाई ने मुझे चोदते हुए कंडोम फाड़ डाला (Mere bhai ne mujhe chodte hue condom faad dala)

हेलो दोस्तों, मेरा नाम आलिया है। मैं अभी 22 साल की हूं। मेरा रंग दूध जैसा गोरा और पतली कमर है। साथ में बड़ी-बड़ी चूचियां और बड़ी-बड़ी गांड है, जिसे देख कर कॉलेज के लड़कों का लंड खड़ा हो जाता है। मेरी चुदास हमेशा बड़ी रहती है।

मैं अपने बॉयफ्रेंड के साथ कई बार चुदाई कर चुकी हूं, पर मेरी चुदाई की प्यास बुझती ही नहीं, और बढ़ती चली जाती है।

मैं लखनऊ की रहने वाली हूं। मेरे मम्मी पापा और मेरा एक जुड़वा भाई है, जो मेरी ही उम्र का है। मेरे भाई का नाम बिट्टू है।

बिट्टू बड़ा ही शरारती है। हम दोनों आपस में ज्यादातर लड़ते रहते हैं, पर हम दोनों में प्यार भी बहुत है। वह हमेशा लड़ने के बाद मुझे मुंह बना कर सॉरी बोलने लगता है, और फिर मैं उसके गाल पर किस्स करके झगड़े को खत्म कर देता हूं।

एक बार की बात है। मम्मी और पापा दोनों ही घर पर नहीं थे। मैं अकेली अपने कमरे में बैठ कर अपने बॉयफ्रेंड से कुछ सेक्सी बातें करके गर्म हो रही थी। मैं हल्के-हल्के अपनी चूत को रगड़ रही थी, और उससे बातें कर रही थी। कि तभी ना जाने कहां से मेरा भाई अचानक मेरे रूम में आ गया।

मैंने झट से अपने हाथ चूत से हटा लिए। मेरा भाई मुझे चूत रगड़ते हुए तो नहीं देखा था। पर वह इतना तो भाप गया था कि मैं कुछ अनुचित कर रही थी। वह मेरे पास आकर बैठ गया। मैं अपने बॉयफ्रेंड से केवल हूं-हां करके बातें कर रही थी। वह मेरी और देख कर मुस्कुरा रहा था।

फिर मैं गुस्से से उससे बोली: यहां से बाहर जा। तुम्हें और कोई काम नहीं है?

बिट्टू: नहीं सारे काम खत्म हो गए तो सोचा तुमसे बात कर लूं। पर तुम तो पता नहीं कहां बिजी हो।

मैं: मुझे अभी कोई बात नहीं करनी, तुम जाओ मेरे कमरे से।

मैं थोड़े गुस्से से बोल रही थी।

बिट्टू मुस्कुराते हुए नटखटी अंदाज में बोला: ठीक है, तो तुम बातें करो। मैं यहीं बैठा हूं।

तभी मेरे बॉयफ्रेंड ने कॉल काट दिया, और मुझे बहुत गुस्सा आया मेरे भाई पर।

वह हंसते हुए बोला: किससे बात कर रही थी?

मैं गुस्से में बोली: तुमसे मतलब?

वह हंसते हुए बोला: अच्छा जरा दिखाओ तो।

और उसने झट से मेरा मोबाइल छीन लिया। मैंने मोबाइल को लॉक भी नहीं किया था। मुझे बहुत घबराहट हुई। मैं जब तक उससे अपना मोबाइल छीनती, उसने झट से व्हाट्सएप ऑन किया। उसमें मेरे बॉयफ्रेंड ने एक फोटो भेजा था, जिसमे मैं उसके लंड को चूस रही थी। यह देख कर मेरा भाई नाराज़ होते हुए मेरा मोबाइल बेड पर फेंक दिया।

मैं डर के मारे भाई को पीछे से पकड़ ली और उससे सॉरी बोलने लगी। वह मुझसे खुद को छुड़ाने लगा, पर मैं उसे बहुत ही जोर से पकड़ ली थी और छोड़ नहीं रही थी। मेरे दोनों चूचियां उसकी पीठ में सटी हुई थी, और उसकी मोटी गांड मेरी चूत को रगड़ रही थी।

मैं तो पहले से ही गर्म थी। उसे पकड़ के ना जाने क्यों मुझे मर्दाना ताकत फील होने लगी, और मैं और गर्म होने लगी। मैं उससे माफी मांग रही थी, पर वह मुझे छोड़ने को बोल रहा था।

मेरी बहुत देर तक मिन्नत करने के बाद वह मेरी ओर मुड़ा और मुझे अपनी बाहों में पकड़ के मेरे होंठों को चूम लिया। मैं हैरान होकर उसकी आंखों में देख रही थी। मैं हैरान थी कि मेरा भाई मेरे होंठ को चूम लिया, और अभी भी वह मुझे बाहों में पकड़े हुए था।

फिर उसने बड़े प्यार से मेरे गाल को सहलाते हुए बोला: यदि मैं तुझे इससे भी बड़ा लंड दूं तो?

मैं उसके मुंह से यह बात सुन कर मैं हैरान रह गई। पर मैं उसके मुंह से लंड शब्द सुन कर और ज्यादा गर्म हो गई। मेरे मुंह से कुछ आवाज ना निकली। तब वह मेरी चुप्पी को हां समझा और मेरे होंठों पर अपने होंठ रख कर खड़े-खड़े ही मेरे होंठों को पीने लगा।

थोड़ी ही देर में मेरी आंखें बंद हो गई, और मैं भी अपनी चूचियां उसके छाती पर रगड़ते हुए उसके बालों को सहला-सहला कर उसके होंठ को चूसने लगी। मैं एक पतली सी शर्ट और नीचे लोअर पहनी हुई थी, और अंदर में ब्लैक कलर की ब्रा और पैंटी पहनी हुई थी। मेरा भाई मेरे होठों को चूसते हुए अपने हाथ को मेरे नीचे नितंब पर ले जाकर उसे सहलाने लगा। मेरे मुंह से अब सिसकियां निकलने लगी आआहह उउफफ्फ्फ़।

मेरा भाई अब मेरी शर्ट की बटन को खोल कर उसे अलग कर दिया, और हल्के से लोअर को ही नीचे उतार दिया। अब मैं उसके सामने ब्लैक कलर की ब्रा और पेंटी में खड़ी थी। वह मेरी गर्दन और गाल को चूमते हुए नीचे की ओर बढ़ रहा था, और मेरी चूचियों को दबाते हुए मेरी नाभि में जीभ डाल कर चूसने लगा।

मैं बहुत ही ज्यादा गर्म हो गई, और मेरे मुंह से लगातार सिसकियां निकलने लगी। वह मेरी नाभि को चूमते हुए नीचे गया, और पेंटी के ऊपर से ही मेरी चूत को दांतों से काटने लगा। मेरी तो लगा कि प्राण ही निकल जा रहे थे। वह लगातार मेरी चूत को पेंटी के ऊपर से काट रहा था, और जीभ फिरा रहा था।

फिर उसने मेरी ब्रा और पैंटी को भी निकाल कर मुझे नंगी कर दिया, और मेरी चूचियों को जीभ लगा कर चाटना शुरू कर दिया। मेरे निपल्स को वह बड़े प्यार से काट रहा था। मेरी तो सांसे अटकने लगी। मेरी चूत से रस के धारा बहने लगी। वह मेरी चूचियों को दबाते हुए नीचे गया, और मेरे पैर को फैला कर हल्के-हल्के जीभ से चूत को चाटना शुरू कर दिया।

काफी देर तक मेरी चूत को चाट कर लाल कर दिया। मेरी चिकनी चूत उसकी थूक से चमकने लगी। वह अपने सारे कपड़े उतार कर अपने गोरे बदन को मेरे गोरे बदन पर रगड़ते हुए अपने लंड को मेरी चूत पर रगड़ने लगा। मैं जब उसके लंड को देखी, तो मुझसे रहा ना गया, और मैं उसे पकड़ ली। उसका लंड बहुत ही बड़ा था, मेरे बॉयफ्रेंड से भी बड़ा।

मैं उसके लंड पर अपनी जीभ फिराने लगी। वह तो जैसे सातवें आसमान में पहुंच गया। वो मेरे सर को पकड़ कर अपने लंड पर दबाव डालने लगा, और उसका लंड मेरे मुंह में घुसाने लगी। मुझे तो जैसे खांसी आ गई, पर वह निर्दई रुका नहीं, और मेरे मुंह को चोदने लगा। मैं उसके लंड को बड़े प्यार से चूस रही थी, पर वह बड़े ही निर्दई तरीके से अपने लंड को मेरे मुंह में डाल रहा था।

जब उसने अपने लंड को मेरे मुंह से निकाला, तब मेरी सांस में सांस आई और फिर मैं पैर फैला कर लेट गई। वह मेरे ऊपर आ गया, और मेरे होंठों को चूमते हुए अपने लंड को मेरी चूत पर रगड़ा, और उसके बाद अंदर डालने लगा। उसका लंड आधा बड़े प्यार से भीतर चला गया। उसके बाद मुझे तकलीफ होनी शुरू हुई, पर वह रुका नहीं, और मेरे कंधे को पकड़ कर इतनी तेज धक्का मारा, कि मेरी सांसे अटक गई।

मेरी आंखों से आंसू निकल आए। वह बड़े प्यार से मेरे चूचियों को सहलाया, और मेरी आंसू को अपने होठों से पीके और मेरे माथे को सहलाते हुए लंड को अंदर-बाहर करने लगा। मैं कुछ देर तक तड़पती रही, उसे मना करती रही। पर वह नहीं माना, और मुझे धीरे-धीरे चोदता रहा। जब मुझे मजा आने लगा, तब वह मेरे होठों को चूसने लगा और मेरे कंधे पकड़ कर धक्के जोर-जोर से मारने लगा।

उसके हर धक्के का साथ देने लगी, और उसके होंठों को पीते हुए उसकी पीठ सहला रही रही थी, और वह जोर-जोर से मेरी चूत चोद रहा था। तभी मुझे शरीर में अकड़न हुई, और मैं झड़ गई। मैं उसे कस के अपने गले लगाई हुई थी, और वह मुझे जोर-जोर से चोद रहा था।

फिर वह अपने लंड को बाहर खींचा, और अपने लंड को मेरे मुंह में डाल दिया। वो खुद मेरी चूत में अपना मुंह लगा कर चूसना शुरू कर दिया। मैं उसके लंड को चूस रही थी, और वह मेरी चूत को चूस रहा था। हम दोनों 69 के पोजीशन में थे।

फिर मैं उससे बोली: कंडोम लगा लो, नहीं तो अंदर गिर गया तो मैं प्रेग्नेंट हो जाऊंगी।

थोड़ी देर तक चुसम-चुसाई के बाद वह उठा, और अपने कमरे में जाकर एक कंडोम ले आया। मैं तब तक लेटी रही।

उसने कंडोम को मेरी ओर फेंक दिया। मैं उस कंडोम को दांतों से फाड़ी, और उसके लंड पर चढ़ा दी। फिर उसने मुझे नीचे लिटाया और अपने लंड को मेरी चूत में डाल दिया, और मेरे ऊपर लेट गया। मेरे गाल और होंठों को चूमते हुए उसने जोर-जोर से मेरी चुदाई शुरू कर दी। मैं बहुत ही ज्यादा तड़पने लगी और उसके बालों को सहलाते हुए अपने पैर को ऊपर हवा में उठा ली, और वह मेरी चूत में धक्के लगाए जा रहा था।

वह मुझे जोर-जोर से बेरहमी से चोदना शुरू कर दिया। फिर उसने मुझे कुतिया बना दिया और पीछे से लंड को बहुत ही तेजी से डालने लगा। वो मेरे बालों को पकड़ कर खींचने लगा।

मैं: आआआआहहहहह… बिटू… धीररीईई… मर गयीईई… उउफफ्फ्फ़….

इसी तरह मुझे जोर-जोर से चोदने के बाद मुझे‌ नीचे लेटा दिया, और मेरे ऊपर से अपने लंड को भीतर डाल कर जोर-जोर से चोदना शुरू कर दिया। वह इतनी रफ्तार में चोद रहा था कि लग रहा था जैसे आज मेरी चूत को फाड़ देगा।

वह जोर-जोर से चोद रहा था। तभी मुझे ऐसा लगा जैसे उसका लंड मेरे बच्चेदानी से टकरा रहा था। मुझे एहसास हो गई कि कंडोम फट चुकी थी। मैं उसे धीरे से कान में बोली, पर वह मेरे बात को नहीं सुना और मुझे जोर-जोर से चोदता रहा। वह झड़ने वाला था। उसके मुंह से अब अजीब सिसकियां फूट रही थी। वह मुझे कस के जकड़ लिया, और अपनी गांड को उछाल-उछाल कर मेरी चूत में धक्के लगाने लगा।

फिर एक-दो शॉट के बाद वह मुझे इतनी जोर से पकड़ लिया कि लगा जैसे मुझे नहीं छोड़ेगा। तभी मेरे बच्चेदानी से दो-तीन गर्म-गर्म धारा टकराई। उसके लंड ने सफेद पानी मेरी चूत में छोड़ दिया था। मैं समझ गई थी कि कंडोम फट चुका था, और उसके लंड का पानी सीधे मेरी चूत में गिर रहा था। वह मेरे ऊपर लेट कर हांफ रहा था, और हल्के-हल्के धक्के लगाने लगा।

जब वह पूरी तरीके से शांत हो गया, तब मैं उसके होंठों को चूमते हुए बड़े प्यार से मुस्कुराते हुए बोली: यह क्या किया बिट्टू? तुमने इतनी जोर-जोर से चोदा कि कंडोम फट गया और सारा पानी मेरी चूत में चला गया। अब मैं प्रेग्नेंट हो गई तब तुम क्या करोगे?

वह मेरे ऊपर से उठा, और अपने लंड को मेरी चूत से निकाला तो देखा कि वाकई में कंडोम फट कर लंड बाहर निकल चुका था। वो सारा पानी मेरे चूत में डाल चुका था। वह मुझसे सॉरी बोलने लगा।

तब मैं उससे बोली: तेरे सॉरी का क्या अचार डालू? अगर मम्मी को पता चला तो मार डालेगी?

बिट्टू मुझे किस्स करके बोला: घबराओ मत, शाम को दवा ला दूंगा। सब ठीक हो जायेगा।

फिर जाकर मेरी जान में जान आई। और मैं उससे बोली: तू बहुत बड़ा कमीना है। थोड़ा धीरे नहीं चोद सकता था? क्या जरूरत थी इतनी तेज करने की। देख कंडोम का क्या हाल कर दिया है तुमने, और मेरी चूत का भी।

वह हंसने लगा। फिर मैं भी हंसने लगी