बेटी को चोदने का प्लान बनाया-2 (Beti ko chodne ka plan banaya-2)

पिछला भाग पढ़े:- बेटी को चोदने का प्लान बनाया-1

फैमिली सेक्स कहानी अब आगे से-

मेरी पत्नी और बेटी कल की तैयारी और सलाह के लिए चले गये थे। तभी मेरे दिमाग में आया कि अगर यहां 21 दिन बाप-बेटी ससुर-बहू की चुदाई चली, तो गांव वालों को पता चल सकता है। पता नहीं मेरी बेटी मेरा लम्बा लंड संभाल पाए या चीखें मारने लगे। क्योंकि मैं तो अपनी सारी ख्वाहिशें पूरी करने वाला था। तो मैंने पिता जी से कहा-

मैं: पिता जी अगर ये काम यहां होंगा, तो गांव में किसी को पता चल सकता है। और आने-जाने वाले लोगों का क्या करेंगे?

पिता जी: तो अब क्या करें बेटा? अगर किसी को पता चला तो बदनामी भी होगी।

तभी मैंने सोचने का नाटक करते हुए बोला-

मैं: पिता जी अगर हम 1 महीने के लिए शहर में एक फ्लैट किराए पर ले लेते हैं, तो इससे लोगों को पता भी नहीं चलेगा और काम भी हो जायेगा। अगर यहां किसी ने देख लिया तो मुश्किल हो जायेगी।

पिता जी: हां ये ठीक है। तुम कल सुबह जाकर कोई अच्छा फ्लैट ले लेना।

मैं: ठीक है।

इतने में मेरी बीवी ने सब को खाना खाने को बोला और फिर हम सब रात को साथ बैठ कर खाना खाने लगे‌। मेरा लंड अपनी बेटी को देख कर बार-बार झटकें मार रहा था। मेरे दिमाग में बस ये ही घूम रहा था कल मेरी बेटी पहले अपने भाई से फिर बाप से ताबड़तोड़ चुदाई करवायेंगी। उधर मैंने ध्यान से देखा तो पिता जी भी मेरी पत्नी की चूचियां और होंठों को घूर-घूर कर देख रहे थे। शायद कल की चुदाई के बारे में सोच-सोच कर उनका लंड भी झटके मार रहा हो।

हम खाना खाने के बाद अपने-अपने कमरें में आ गये। मैं भी अपने कमरे में आकर लंड सहलाते हुए अपनी पत्नी का इंतजार करने लगा, ताकि उसे चोद कर अपनी कुछ आग शांत कर सकूं। क्योंकि मैं निशा की टाइट गांड, चूंचियो व उसका मासूम गोरा चेहरे को देख कर पागल सा हो गया था।

कुछ देर के बाद मेरी पत्नी और निशा बर्तन साफ करके मुझे हमारे कमरें में आते हुए नजर आयी। तो मैंने अपना लंड पजामे में दबा लिया। निशा की चूंची और गांड को लोवर–टी-शर्ट में देख कर मेरे लम्बे लंड ने एक झटका मारा। वो दोनों कमरे में आ गयी और तभी निशा बोली-

निशा: कल कैसे करना है पापा? कुछ सोचा है?

मैं: हां बेटी, मैं कल शहर में एक फ्लैट 1 महीने के लिए किराए पर ले लूंगा, ताकि गांव में किसी को पता ना चले।

निशा: हां ये ठीक रहेगा। अगर यहां किसी ने कुछ देख लिया…

इतना बोल कर उसने नज़रें झुका लिया और वो शर्मा कर चली गई। जाते हुए उसकी गांड देख कर मेरा लंड झटके खाने लगा। मैं पागल हो गया और मैं जल्दी दरवाजा बंद करके, खड़े-खड़े ही मिनाक्षी के होंठों को किस्स करते हुए उसके बूब्स को जोर-जोर से दबाने लगा। मैं उसके होंठों को लगातार चूसते हुए कभी अपनी पत्नी की मोटी तनी हुई चूचियों को दबाता, कभी बड़ी टाइट गांड को दबाता।

पत्नी: आपको क्या हो गया आज? अभी सब जाग रहे हैं। छोड़ो आआआआहहहह।

पर मैं लगातार उसके होंठों और गर्दन को चूमने लगा, जिससे वो गर्म होने लगी। मैं उसे लगातार किस्स व उसकी चूचियों को दबाता हुआ उसे बेड पर ले गया। करीब 5 मिनट के बाद मैंने किस्स तोड़ा और जल्दी-जल्दी अपनी पत्नी के ब्लाउज और ब्रा को उतार कर उसके बड़े-बड़े बूब्स को दो-तीन बार चूसा।‌ फिर उसके निप्पल को काटने लगा। इससे वो चिल्लानें लगती, “अअअआआहह आराम से आआहहह कहीं बच्चे या बाबू जी सुन लेंगे। अअअआआहह आराम से।” इस पर मैंने अपनी बीवी को छेड़ते हुए कहां-

मैं: क्या बात है आज तुम भी बहुत गरम हो रही हो? देखो तुम्हारी (उसका बूब्स चूसता हुआ) चूचियां कितनी टाईट हो गयी है। जैसे इनमें जवानी उतर आयी हो। कल तुम नये लंड का स्वाद लोगी। इसलिए तो नहीं?

इस पर मेरी पत्नी ने शर्मा कर मेरे होंठों पर एक गहरी किस्स करी और अपनी नज़रें झुका ली। मैं समझ गया था, जैसे मेरा लंड अपनी बेटी की चुदाई करने के बारे में सोच-सोच झटके ले रहा था, शायद मेरी पत्नी भी अपने ससुर के नीचे लेट कर जबरदस्त चुदाई के बारे में सोच-सोच कर गरम हो रही थी।

मुझसे अब अपने लंड का कड़कपन बर्दाश्त नहीं हो रहा था। तो मैंने जल्दी से अपनी पत्नी का पेटीकोट उतारा। वो अब बिल्कुल नंगी मेरे सामने लेटी थी। उसने नीचे पेंटी नहीं पहनी थी उसकी चूत पर हल्के छोटे बाल थे। उसकी चूत अब भी 30-35 साल की औरत तरह टाइट लगती है।

दो मिनट उसकी चूचियों को चूसने के बाद फिर मैंने अपने कपड़े उतार दिए और अपने लंड पर थोड़ा सा थूक लगा कर अपनी पत्नी को बेड के किनारे पर खींचा। फिर उसके पैरों को मोड़ कर अपना लंड उसकी चूत पर रखा।‌ आज मेरा 9 इंच लम्बा लंड अपनी बेटी की चूचियां और गांड देख कर कुछ ज्यादा मोटा व सख़्त हो गया था। तो मैंने‌ एक झटके में आधे से ज्यादा लंड उसकी चूत में डाल दिया।

पत्नी: आआआह आराम से करों, आज तो आपका लंड ज्यादा बड़ा लग रहा है।

मुझे इस बात से और जोश चढ़ा। इतने में जोश में भर कर मैंने एक और जोरदार धक्का लगाया, तो मेरा पूरा लंड उसकी चूत को फाड़ता हुआ अन्दर चला गया। इससे उसकी चीख निकल गई, जो बाहर तक चली गयी होंगी। पर मैं किसी बिना परवाह के लगातार धक्के लगाने लगा और वो-

पत्नी: आआआहहहह ममम्मीमी आआआआहहहह रूरूककको आआहहह मां रूक जाओ अअअआआहह धधीरररे धधीररे माररर दोगे क्या।

और उसकी आंखों में आसूं से आ गये थे। पर मैं उसे चोदता जा रहा था, जिससे थपथपथपथप की तेज आवाजे कमरे में गूंजने लगी। कभी मैं उसके बूब्स दबाता, कभी होंठों को चूसता हुआ उसके लगातार धक्के लगाए जा रहा था। जिससे वो भी और गरम हो गई और मेरी आंखों में देखती हुई मेरा साथ चुदाई में देने लगी।

पत्नी: आआआआहहहह जजजजाननन आआआआहहहह अअअआआआरररराम से अअआआआआआ मममममम्मां आज चुदाने में इतना मजा आ रहा है अआआहहह।

मैं (जोरदार धक्के लगाता हुआ। अपने 9 इंच लम्बे लंड से तेज़ी से चोदते हुए): हां मिनाक्षी, आज तुम भी बहुत मज़ा दे रही हो। आज क्या हो गया तुम्हें?

पत्नी: आआआआहहहह उउउऊऊऊ मजा आ रहा है औररर तेजजज औररर तेजजजज जजाआननन।

करते हुए 10 मिनट की चुदाई में ही वो झड़ने लगी और मुझे अपनी बाहों में भर कस लिया। पर मेरा अभी नहीं हुआ था, तो मैं उसे हल्के धक्कों से चोदता रहा। उसकी चूत झड़ कर गीली हो गयी थी, तो मैंने उसकी चूत से लंड बाहर निकाला और उसके होंठों को चूसते हुए उसे उठा कर बेड के किनारे पर ही कुतिया की पोजीशन में किया।

फिर उसकी दोनों गोरी-गोरी जांघों को आपस में मिला दिया, जिससे उसकी प्यारी और गोरी गांड देख कर मुझे बेटी निशा की जींस में टाइट गांड मेरी आंखों के आगे आने लगी। मेरी पत्नी की गांड मेरी बेटी से ज्यादा बड़ी थी और टाईट थी। उसने आज तक अपनी गांड में मेरा पूरा लंड नहीं लिया। आधे लंड में ही वो‌ चिल्लाने लगती थी। इतने में मिनाक्षी बोली-

पत्नी: और कितना करोंगे? तुमने तो एक राउंड में हालत खराब कर दी, आज क्या सोच रहे हो?

उसके इतना कहते ही मैंने लंड उसकी चूत में टिकाया और एक जोरदार धक्के के साथ पूरा उतार दिया।‌ फिर उसकी कमर को पकड़ कर तेज तेज धक्के मारने लगा।

उसके मुंह से निकला: आआईईईईई मममममम्मां क्यययाआआ मममाआआर दोगे अआआज। क्या हो गया तुम्हें आज जो इतनी जबरदस्त तरीके से चोद रहे हो? जैसे में कोई वेश्या हूं अअअआआहह धधीरररे अआआहहह।

तो मैं बोला: जान मेरे दिमाग में भी वही बार-बार आ रहा है, जिसे सोच-सोच कर तुम्हारी चूत पानीं पर पानी छोड़ रही है।

शायद मेरी पत्नी समझ गयी थी उसकी इतनी तगड़ी चुदाई की वजह उसकी बेटी ही थी।

पत्नी: तो उसका सारा आआआहहह अआआहहह जोर मुझ पर क्यों निकाल रहे हो? आआआआहहहह अआररामम से अआआहहह आज तुम मुझ पर नहीं सहे जा रहे, तो वो तुम्हें 21 दिन कैसे झेलेगी?हालात खराब कर दोगे तुम तो उसकी।

मेरी पत्नी समझ गयी थी कि उसे आज इतनी जबरदस्त तरीके से क्यों चोदा जा रहा था। कभी मैं उसकी चूचियों को दबाता तो‌ कभी उसकी कुल्हों को पकड़ कर तेज धक्के लगाने लगाता, जिससे पूरे कमरें में थपथपथप थपथपथप की आवाजों के साथ मेरी पत्नी की आवाज आआआआहहहह आआआआहहहह धधधीररे धधरररे अआआहहह जजजानननन आररामम से अआआराआररम से कर रही थी।

तो तब मैं बोला उसे: अपनी बेटी को‌ तो मैं हर तरीके से चोदूंगा। वो जवान हो गई है, मुझे तो झेल ही लेंगी। तुम भी तो इसी लम्बे लंड से मजा कर रही हो।

मैंने उसकी गांड को पकड़ा और चौड़ा करके उसके गांड के गोल छेद को देखा। तो मैं और ज्यादा जोश में चोदने लगा। अब मुझे लगभग 7-8 मिनट हो गये थे उसे कुतिया की पोजीशन में चोदते हुए। तभी मैंने मिनाक्षी की चूत से लंड निकाला और बेंड के किनारे जमीन पर पैरों को लटका कर लेट गया। मेरा लंड थोड़ा काला व खम्भे की तरह सीधा खड़ा हो गया था। जिसे देख कर मिनाक्षी बोली-

पत्नी: अगर इतना मोटा लंबा लंड लड़की देख ले, तो डर कर भाग जायेंगी। इसको सहना तो दूर की बात है। इसे कल छुपा कर ही रखना। कहीं चुदाने से पहले देख लिया तो भाग जायेंगी बेचारी।

मेरी बीवी अपनी ही बेटी के बारे में बोल रही थी, पर वो नाम नहीं ले रही थी।

मैं: हां छुपा कर रखूंगा। अब तुम जल्दी से मेरे उपर आ जाओ और लंड को अपनी चूत में डालो।

पत्नी: और कितना करोंगे? तुम्हारा लंड आज ज्यादा लंबा और मोटा लग रहा हे। दर्द कर रहा है।

ये बोलते हुए मिनाक्षी अपनी पीठ व गांड मेरी तरफ करके मेरे लंड को अपनी चूत पर रख कर धीरे-धीरे बैठने लगी, जिससे मेरा लंड उसकी चूत में उतरने लगा और मेरे मुंह से हल्की अआआहहह निकली। लगभग 6 इंच लंड लेकर ही मिनाक्षी अपनी कमर ऊपर नीचे करते हुए अअअआआहह अआआहहह जजान अआआहहह मुझे चोदने लगी। शायद दर्द की वजह से वो पूरा लंड नहीं ले रही थी।

ऐसे ही 2 मिनट तक हुआ। इससे मुझे मजा तो आ रहा पर मेरे लंड को शांति नहीं मिल रही थी। तो मैंने मिनाक्षी की कमर को पकड़ा उसकी चूत में लंड होते हुए ही उसे घुमा कर जमीन पर खड़ा करके, उसके हाथ बेंड करके किनारे पर टिका दिये, और आधे से ज्यादा लंड बाहर निकाल कर, एक जोरदार धक्का मार कर पूरा लंड उसकी चूत में उतार दिया। जिससे उसकी चीख निकल गई और वो दर्द की वजह से-

पत्नी: अअआआआहहह मममां अआआहहह मममारर दिया अआआहहह। उसकी सारी कसर मुझ पर ही निकालोगे क्या? उसकी ही फाड़ना मुझे बख्श दो अअआआआहहह धधीररे धधीरररे जजजानन रूक जाओ।

मैं: हां जैसे आज तुम्हारी चूत मेरे लंड से किसी और की कमी पूरी कर रहीं हैं।

अब मैंने तेज़-तर्रार धक्के लगाने शुरू कर दिये। कभी मैं उसकी चूचियों को दबाता तो कभी उसके मोटे-मोटे चूतड़ों को दबा कर उसकी तेजी से चुदाई करने लगा। उसकी गांड बार-बार मेरी जांघों से टकराते हुए पूरे कमरें में फिर से थपथपथप और अआआहहह अआआहहह की चीखो की आवाजें गूंजने लगी। हमें लगभग 5 मिनट इस तरह चुदाई करते हुए हो गये थे।

तो मेरी पत्नी ने,‌ “अआआआहह आराम से अआआहहह मममारर डाला”, करते हुए अपना मुंह बेड पर रख दिया और मैंने दो-चार धक्के लगाए और वो फिर से झड़ने लगी। अब मैं भी झड़ने वाला था, तो मैंने और तेजी से धक्के लगाने शुरू कर दिये। इससे हमारा बेंड भी सरक रहा था और मेरे लंड की नशें फूलने के कारण मेरी बीवी कहनें लगी-

पत्नी: अआआहहह अब निकाल लो जलन हो रही है।

मैं: बस होने वाला है।

4-5 तेज धक्कों के साथ मैं उसकी चूत में वीर्य छोड़ते हुए उसे लेकर आगे को हो गया, जिससे वो बेंड पर उल्टी लेट गई। और मैं भी उसके उपर लेट गया। मेरा लंड अब भी उसकी चूत में था। आज बहुत दिनों बाद मेरे लंड से इतना वीर्य निकला था। हम 5 मिनट इस तरह से लेटे रहे। तब मेरी पत्नी बोली-

पत्नी: अब तो हट जाओ। आज तो तुमने मुझे झंझोड़ कर रख दिया।

मैं मिनाक्षी के उपर से उठा और लंड उसकी चूत से निकालता हुआ बोला-

मैं: आज बहुत दिनों बाद तुमने मेरा साथ दिया। आज कैसे क्या हो गया था, तुम्हें मजा आ गया?

पत्नी: वो ही दिमाग में आ रहा है जिसे दिमाग में लाकर आज तुम्हारा लंड पहले से ज्यादा मोटा और लम्बा हो गया था।

कमेंट करे और बतायें कहानी कैसी लगी। कहानी जारी रहेगी।

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