ऑफिस में अपनी सीनियर की गांड मारी (Office mein apni senior ki gaand maari)

हेल्लो दोस्तों मैं विनय आज अपनी एक सच्ची घटना आप सब को बताने जा रहा हूं, कि कैसे मैंने अपने ऑफिस में सिनियर मैडम की गांड मारी। तो दोस्तों आप मेरा नाम तो जानते है। मैं दिल्ली का रहने वाला हूं। मेरी हाईट 5.9 फीट‌ है। गेहुंआ रंग है मेरा, लंड 7 इंच लम्बा है और 3 इंच मोटा है, जिससे मैं किसी की भी प्यास बुझा सकता हूं। मेरा ऑफिस छतर पुर लगता है। मेरे ऑफिस में ज़्यादा स्टाफ् नहीं है और हम सिर्फ 4 लोग ही काम करते है।

दोस्तों मेरी सीनियर मैडम का नाम इशिका कौर है। वो पंजाबी है। मैडम कि हाईट 5 फुट 4 इंच है। बॉडी फिगर ऐसा है कि किसी का भी दिल पहले उसकी गांड मारने कि सोचेगा 34-29-42। वो अपनी बॉडी बहुत अच्छे से रखे हु्ई है।

दोस्तों बुधवार 17 तारीक की बात है। मुझे सेक्स स्टोरी और पोर्न मूवी देखना बहुत पसंद है। मैडम लंच टाइम तक नहीं आई, तो मुझे लगा आज वो नहीं आएंगी। मुझे बताया भी नहीं था तो मैंने सोचा क्यूं ना पोर्न मूवी देखी जाए। तो मैंने साईट ओपन की और गांड चुदाई की वीडियो लगा ली। उसमें एक निग्रो तेल लगा कर लड़की की गांड मार रहा था। और तभी मेरी मैडम की गांड मेरे सामने घूमने लगी।

मैं बेफ़िकर होकर मैडम का नाम लेकर मुठ मार रहा था। मेरे कैबिन में मैडम के अलावा कोई बिना मुझसे पूछे नहीं आ सकता, तो मैं मुठ मार ने इतना व्यस्त था कि मुझे पता नहीं चला कि मैडम कब अचानक आ गयी। और मैं मैडम का नाम लेकर मुठ मार रहा था। मैडम ने जैसे ही मुझे आवाज लगाई, मेरी तो गांड ही फट गयी। मेरा खड़ा लंड एक-दम से बैठ गया।

अब मैडम मेरी तरफ बहुत गुस्से में देख रही थी। पर मैंने नोटिस किया मैडम की नजर अब भी मेरे लंड पर थी।

मैडम चिल्ला कर बोली: तुम मेरे बारे में ऐसा सोचते हो? मैं तुम्हारी अभी कंप्लेंट करती हूं, और काम से निकलवाती हूं।

मैं बहुत डर गया था। मैं तुरंत मैडम के पैर पकड़ कर माफी मांगने लगा।

मैंने कहा: मैडम आप जो कहोगी वो करुंगा, लेकिन मुझे काम से मत निकालो।

मेरे बहुत कहने पर वो कुछ शांत हुई।

फिर उन्होंने कहा: अपने कपड़े ठीक करके मेरे कैबिन में आओ।

मैं 5 मिनट बाद गया।

मैडम ने कहा: बैठो।

मैं बैठ गया।

मैडम ने फिर मुझसे पूछा: तुम मेरा नाम लेकर कब से ऐसा कर रहे हो?

मैंने थोड़ा भोला बनते हुए पूछा: क्या कर रहा हूं मैं?

मैडम ने गुस्से में मेरी तरफ आ कर मेरा लंड बहुत तेजी से दबा दिया जिससे मेरी आह निकल गयी।

मैडम फिर गुस्से में बोली: जल्दी बताओ, कब से ऐसा कर रहे हो?

मैं डरते हुए बोला: जब से आपके ऑफिस में आपको देखा है, तब से कर रहा हूं।

तो मैडम ने फिर से मेरा लंड दबाया, लेकिन इस बार उन्होंने आंड नही दबाए। ऐसे करने से मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया और पेंट का उभार दिखने लगा। मैडम ने मेरी पैंट की तरफ देख कर बोला-

मैडम: बेशरम, अब भी मेरे ही सामने खड़ा कर रखा ‌है?

तब मैंने कहा: आपके दबाने कि वजह से ऐसा हो गया है, और तभी बैठेगा जब ये शांत हो जाएगा (मैं मुंह नीचे करके बात कर रहा था)।

तभी मैडम मेरी पेंट जिप खोलने लगी। जिप खोलते ही लंड बाहर आया। मैडम मेरा लंड देख कर देखती ही रह गयी। मेरे लंड की एक-एक नस खड़ी थी। मैडम घुटनों ने के बल बैठ कर लंड को ऐसे देख रही थी, जैसे कभी लंड ही ना देखा हो। मैडम हैरानी से मेरे लंड पर उंगली से छू रही थी। जैसे ही मैडम ने मेरे लंड को टच किया, मेरा लंड अपने आप सलामी देने लगा। मैडम के फेस पर अलग ही मुस्कान थी।

तब मैंने कहा: मैडम मेरा लंड फटने को हो रहा है। प्लीज मुझे जाने दो।

मैडम नॉटी बनते हुए बोली: तुम्हारी यहीं सजा है।

फिर मैडम ने कैबिन का लॉक फिर से चेक किया, और वापस आ गयी। मैडम ने उस दिन बहुत टाइट जींस पहनी हुई थी, जिसमें उनकी गांड अलग ही लग रही थी, और पीला टॉप डाला हुआ था। मैडम उस दिन भी बहुत सेक्सी लग रही थी। फिर मैडम ने मेरे लंड को पकड़ा, और मुझे दीवार के सहारे खड़ा कर दिया, और बोली-

मैडम: जब तक मैं ना कहूं, हिलाना नहीं है।

मेरा खड़ा हो गया, और मैडम घुटने के बल फिर से बैठ गयी। एक पल में ऐसा हुआ जिसकी मुझे उम्मीद नहीं थी। मैडम ने एक ही झटके में मेरा आधे से ज्यादा लंड मुंह में ले लिया। मैं हैरानी से देख रहा था, लेकिन मेरा लंड बड़ा और मोटा था, जिससे मैडम को खांसी आ गयी, और मेरा लंड मुंह से निकाल कर बोली-

मैडम: क्या खिलाते हो इसको?

तो मैं हसने लगा और बोला: सब आप जैसी मैडम का कमाल है।

मैडम फिर मुझसे खुल कर बात कर रही थी।

मैडम बोली: अच्छा तो तुमने बहुत चुदाई की है?

मैंने हां में सर हिलाया। मैडम ने फिर से मेरा लंड चूसना चालू किया। इस बार वो गले तक लेने की कोशिश करने लगी, पर नाकाम रही। मैं भी जोश में आ गया, और मैडम सर पकड़ चार पांच धक्के लगाए, और लंड डाल कर एक मिनट तक होल्ड रखा। जिससे मैडम की सांस फूल गयी। मैडम ने मेरे लंड पर काट लिया, और तब मैंने लंड बाहर निकाला।

मेरा लंड मैडम की थूक से पूरा भीग गया था। मैडम जोर-जोर से हांफ रही थी, और बोली-

मैडम: ऐसे कोई करता है क्या?

मैं हस रहा था। फिर मैडम के फेस पर भी एक मुस्कान आ गयी। मेरी हिम्मत अब बढ़ चुकी थी। मैंने मैडम को खड़ा किया, और अपने होंठ मैडम के होंठो से लगा दिये। 10 मिनट तक ऐसे ही मैडम के होंठ चूसने के बाद, मैंने मैडम का टॉप निकाल दिया। मैडम के बूब्स देख कर मैं पागल सा हो गया, और टूट पड़ा मैडम के बूब्स पर।

मैंने बारी-बारी दोनों बूब्स चूसे जिससे मैडम के व्हाइट बूब्स रेड हो गए। मैंने 15 मिनट तक ऐसे ही चूसा। उसके बाद मैंने मैडम की जींस उतारना चालू किया। जिसका मुझे कब से इंतजार था।

जैसे ही मैंने जींस उतारी, साथ में मैडम की कच्छी भी उतर गयी। मैडम की‌ चूत‌‌ अब मेरे सामने थी, और मैं 2 मिनट के लिए देखता ही रह गया। बिल्कुल साफ चूत देख मेरा बुरा हाल हो गया। मैडम की चूत के हॉट ब्रेड की तरह फूली हुई थी। मैंने तुरंत अपने‌ होंठ मैडम की चूत पर लगा दिए, जिससे मैडम मचल गयी और मेरा सिर अपनी चूत पर दबाने लगी।

मैं नॉन स्टॉप मैडम की चूत  चाटता रहा, जब तक मैडम का पानी नहीं निकल गया। मैडम आह आह कर रही थी। फिर मैंने अचानक दो उंगली मैडम की चूत में डाल दी, जिससे मैडम का पानी निकल गया। मैडम बहुत तेजी से हाफ रही थी। फिर मैडम उठ कर बैठ गयी, और मेरे माथे पर किस किया, और थैंक्स कहा।

फिर मैंने कहा: अभी नहीं, अभी तो और भी थैंक्स कहना है आपको।

मैडम मेरी बात समझ गयी।

फिर मैडम ने कहा: ठीक है, पर आराम से डालना। मुझे दर्द होगा क्यूंकि तुम्हारा बहुत मोटा और बड़ा है, प्लीज।

मैंने ठीक है कह कर मैडम को डॉगी पोजिशन बनवाई। मैं जानता था मैडम झेल नहीं पाएंगी। मैंने मैडम की पैंटी मैडम के मुंह में डाल दी, और पीछे आकर चूत पर लंड सेट किया, और हल्का सा धक्का दिया। पर लंड मोटा होने के कारण फिसल गया। मैंने इस बार फिर सेट किया, और इस बार एक तेज झटका मारा, जिससे लंड 3 इंच घुस गया, और मैडम की हल्की सी चीख निकल गयी।

मैं ऐसे ही रुका रहा। मुझे लगा मैडम का दर्द कम हो गया था। मैंने एक और झटका मारा, और पूरा का पूरा लंड पेल दिया। जिससे मैडम की बहुत तेज चीख निकल गयी। मैडम आगे को भागने लगी, पर मैंने देर ना करते हुए तेजी से झटके मारने चालू कर दिए।

मैडम बहुत चिल्ला रही थी: मर गयी! निकाल लो।

फिर थोड़ी देर बाद जब दर्द कम हो गया तो चीख सिसकियों में बदल गयी। 36 मिनट कि चुदाई में मैडम 3 बार झाड़ चुकी थी। और मेरा भी होने वाला था। तो मैडम से पूछा कहां निकालूं। मैडम ने अपनी चूत में ही झड़वा लिया। मैडम का बुरा हाल हो गया था। फिर कुछ देर ऐसे ही एक-दूसरे के उपर लेटे रहे।

मैडम फिर वॉशरूम गयी। जब वापस आई तो कुर्सी पर बैठ गयी, और जींस ढूंढने लगी।

मैडम ने मुझसे पूछा: मेरी जींस कहा है?

तो मैंने कहा: मिल जाएगी क्यूं घबरा रहे हो?

मैडम हसी और कहा: अभी और करना है?

मैंने हां में सर हिलाया तो मैडम ने कहा: अब कल करना, मेरी चूत पूरी सूज गयी है। समझो, तुम्हारा लंड बहुत मोटा और बड़ा है। मेरे पति का तो इससे आधा ही है।

मैंने कहा: मैडम मैं आपकी चूत नही गांड मारने की बात कर रहा हूं।

ये मैंने एक जोर का चांटा मैडम की भरी हुई गांड पर मार कर कहा। मैडम गांड चुदाई कि बात सुन कर मना करने लगी।

वो कहने लगी: चूत का ये हाल कर दिया है। गांड का गुड़गांव ही बना दोगे।

फिर मैंने जींस देने से मना कर दिया, और कहा: इतनी बड़ी गांड लेकर चूतिया बना रही हो? मुझे गांड मारनी है बस, नहीं तो कपड़े नहीं दूंगा, और चला जाऊंगा। बताओ क्या करना है?

फिर मैडम सोचने के बाद अपनी चूत देखने लगी और बोली: प्लीज चूत मार लो, और गांड रहने दो। मैं मर जाऊंगी। तेरा लंड बहुत बड़ा है मेरी गांड के लिए।

फिर मैंने प्लान बनाया और कहा: अगर नहीं जाए गा तो मैं नहीं डालूंगा बस। कोशिश तो करो।

ऐसे कह कर मैंने मैडम को राजी किया। मैंने पहले लंड चूसने का इशारा किया, तो मैडम लंड चूसने लगी। 10 मिनट लंड चूसने के बाद मैंने मैडम को फर्श पर लेटने को कहा, और थोड़ी गांड बाहर निकाली। फिर पीछे जा कर लंड गांड के छेद पर लगाया। मैडम मेरी ही तरफ देख रही थी।

वो बोल रही थी: तुमको आगे बढ़ने ही नहीं देना चाहिए था।

मैंने नॉटी सी स्माइल दी। मैं जानता था मुझे क्या करना था। जैसे ही मैंने मैडम के हाथ पकड़े, मैडम फिर बोली-

मैडम: प्लीज आराम से डालना।

मैंने ठीक है कहा, और ढेर सारा थूक गांड में डाला, और एक जोर का झटका मारा, और आधे ज्यादा लंड गांड में घुस गया।

मैडम बहुत तेज चिल्लाई: बचाओ कोई, मर गयी मैं।

मैंने देर ना करते हुए एक झटका और मारा, और पूरा लंड मैडम की गांड में था। मैडम की आखों के सामने अंधेरा छा गया, फिर भी मैं बिना रुके मैडम की गांड मरता रहा। मैं पूरा लंड बाहर निकालता, और एक ही बार में अंदर डाल देता। थोड़ी देर बाद जब मैडम नॉर्मल हुई, तो मैंने स्पीड बढ़ा दी। मैडम की गांड से खून निकल रहा था। थोड़ी ही देर में मैडम को भी मजा आने लगा।

45 मिनट गांड मारने के बाद मैं मैडम की गांड में ही झड़ गया और 2 मिनट ऐसे ही लेटा रहा। जब मैंने गांड में से लंड निकाला, जैसे बियर की बोतल खुलने पर आवाज आती है, ऐसी ही आवाज मैडम की गांड में से आई। मैंने देखा कि मैडम की गांड के छेद का साइज 10 के सिक्के के बराबर हो गया था। मैडम खुश भी थी और गुस्सा भी।

वो बोल रही थी: तुम बहुत बेरहम हो। जालिम हो। ऐसे कोई चुदाई करता है?

मैंने कहा: चुदाई तो मैडम ऐसे ही होती है। अब आपका पति सही से चोद नहीं पाता तो आपको कैसे पता चलेगा असली चुदाई किसे कहते है?

दोस्तों ये मेरी सच्ची कहानी है।