मम्मी को चोदा दुकान वाले ने

This story is part of the मम्मी को चोदा दुकान वाले ने series

    हैलों दोस्तों, मेरा नाम अमित है, और मैं हरियाणा के एक बहुत बड़े शहर में रहता हूं। मेरे घर में मम्मी, पापा, एक छोटा भाई, और एक छोटी बहन है। दोस्तों बात एक साल पहले की है। मैं एक कंपनी में काम करता था, और मम्मी भी मेरे साथ काम करती थी। मम्मी का फिगर बहुत ही हॉट है।

    एक दिन की बात है। मैं और मेरी मम्मी कंपनी जा रहे थे, कि रास्ते में दो शराबी मिले। वो मम्मी को देख कर मूतने लगे, तो मम्मी ने उन्हें मूतते हुए देख लिया था। फिर मम्मी ने मेरे को बोला, कि उन्हे पेशाब लगी थी।

    तो मैंने बोला: कंपनी में कर लेना, हम वैसे ही लेट है।

    तो मम्मी ने बोला: तेज लगी है।

    फिर मैंने बोला: ओके, जल्दी जाओ और आओ। हम लेट हो रहे है।

    फिर मम्मी चली गई उन शराबियों की तरफ मूतने। दो मिनट तक मम्मी वापस नहीं आई तो मैं देखने चला गया। फिर जो मैंने देखा, मेरी तो आंखे फटी की फटी रह गई। मम्मी उन दो शराबियों में से एक शराबी का लिंग अपने हाथ में लेकर देख रही थी, और उसको प्यार से सहला रही थी।

    और मम्मी उन्हे बोल रही थी: आपका बहुत मोटा है।

    उसमे से दूसरा शराबी बोला: इस तरीके से मोटाई का पता नहीं चलेगा। तू शाम को हमारी दुकान पर मिलना आकर।

    तो मम्मी ने मुस्कुरा कर हामी भर दी, और उसका लिंग छोड़ कर वापस आने लगी। तो मैं भी थोड़ा पीछे हट कर रोड पर चला गया। फिर मम्मी वापस आई और थोड़ी खुश लग रही थी। तो मैंने कहा-

    मैं: जल्दी चलो, नहीं तो लेट हो जायेंगे।

    और फिर हम दोनों चले गए। कंपनी पहुंचने में दस मिनट लेट हो गए तो कंपनी का HR आकर बोलने लगा कि जल्दी आया करो।

    तो मम्मी ने बोला: सारी सर, गलती हो गई।

    और हम दोनों अपने-अपने काम में लग गए। मम्मी ने लंच टाइम में मुझे बोला कि वो थोड़ा जल्दी घर जायेंगी, क्योंकि उनकी तबियत कुछ ठीक नहीं थी।

    तो मैंने भी ओके बोल दिया, क्योंकि मेरे को पता था कि मम्मी को कहा जाना था। तो मम्मी ने पांच बजे HR से  छुट्टी ले ली, और चल दी अपने नए आशिकों के पास। मैंने भी HR को बोलकर छुट्टी ले ली, और चल दिया उनके पीछे।

    पन्द्रह मिनट के बाद मम्मी उनकी दुकान के पास पहुंच गई, और उनकी दुकान के बाहर बैठ गई। अभी तक सब नॉर्मल था। इतने में वो शराबी भी आ गए दोनों, और मम्मी को देख कर हंसने लगे, और दुकान के अंदर चले गए। मम्मी ने भी इधर-उधर देखा, और वो भी दुकान के अंदर चली गई।

    मम्मी ने दुकान के अंदर चार लोगों को पाया। मम्मी एक खाट पर बैठ गई, जो वही अंदर पड़ी थी। उन चारों की उमर साठ साल या पचपन साल होगी और मम्मी की पैतालीस साल थी। पर मम्मी सुंदर बहुत थी, और वो चारों काले थे। मम्मी ने सर नीचे कर रखा था, और मुस्कुरा रही थी।

    तभी चाय वाले ने बोला: चाय पियोगे?

    तो मम्मी ने बोला: मैं तो कुछ और ही पीने आई हूं।

    तो चारों हंसने लगे और मम्मी भी हंसने लगी। इतने में चाय वाला आया, और मम्मी को खड़ा कर दिया, और बोला-

    चाय वाला: हम चारों तुम्हारे साथ कर ले तो कोई दिक्कत तो नहीं?

    मम्मी ने कहा: मैं यहां आप सब की रण्डी बनने आई हूं। मेरी मर्जी मत पूछो, बस मेरे को चोद दो प्लीज।

    तो इतने में वहा बैठा एक और आदमी आया, जिसका नाम सुरेश था। उसने मम्मी को खाट पर धक्का दे दिया। अचानक हुए इस हमले से मम्मी डर गई, और लेट गई। शायद सुरेश ने दारू पी रखी थी थोड़ी सी, और उसने मम्मी की धोती और ब्लाउज उतार दिया। मम्मी ने सिर्फ ब्रा पहन रखी थी पेंटी नहीं, तो उसने मम्मी की ब्रा फाड़ दी।

    तो मम्मी ने बोला: आराम से मेरे राजा।

    तो उसने मम्मी को एक चांटा मारा, और बोला: साली रण्डी, चार लोगों से चुदवाने यहां चली आई, और अब बोलती है आराम से।

    इतने में दुकान वाले ने अपनी दुकान का शटर नीचे गिरा दिया, और चारों मम्मी के बदन के पास पहुंच गए। मम्मी ने सुरेश को रोकते हुए कहा-

    मम्मी: राजा एक मिनट रुक जाओ और मेरे को रमन (शराबी) को धन्यवाद बोलना है।

    तो रमन बोला: कोई नहीं मेरी कुतिया, तेरे लिए ही ये चारों का इंतजाम किया है।

    तो मम्मी बोली: प्लीज रमन तुम पहले अपना लिंग मेरे मुंह में डाल कर दो बूंद पेशाब मेरे मुंह में डाल दो, फिर चालू करो अपना कार्यक्रम।

    रमन खुश होता हुआ मम्मी के मुंह के पास आया, और अपना लिंग निकाल कर मम्मी के मुंह में डाल दिया, और मूतने लगा। शायद उसने कुछ ज्यादा ही मूत दिया मम्मी के मुंह में। मम्मी ने उसका लिंग निकाल दिया बाहर, और सारा मूत पी लिया।

    फिर मम्मी ने सुरेश को बोला: अब शुरु करो।

    तो वो चारों मम्मी पर टूट पड़े। एक ने मम्मी के दूध पकड़े, और एक ने मम्मी के मुंह में अपना लिंग दे दिया, और एक ने मम्मी की चूत में अपना लिंग डाल दिया, और दुकान वाले ने मम्मी के दूध पकड़ रखे थे।

    चारों ने मम्मी को बहुत अच्छे तरीके से जकड़ रखा था, और मुंह में लिंग अंदर-बाहर कर रहे थे। इतने में सुरेश का वीर्य निकलने को आ गया, तो उसने मम्मी से पूछा-

    सुरेश: बोल कहा निकालूं अपने माल को?

    तो मम्मी ने बोला: कही भी निकाल दो।

    तो उन्होंने ने दुकान वाले को हटा कर अपना माल मम्मी के मुंह में डाल दिया, और मम्मी ने उसका सारा माल पी लिया।‌‌ मम्मी  लिंग को चूस कर साफ करने लगी, इतने में पहला वाला शराबी आया, और अपना लिंग मम्मी की चूत में डाल दिया। उसका लिंग थोड़ा बड़ा था, तो मम्मी को दर्द हुआ। लेकिन वो चुप रही और चुदाई के मजे लेती रही।

    इतने में दुकान वाले ने मम्मी के मुंह में अपना माल निकाल दिया, और अपनी कुर्सी पर जा कर बैठ गया। पहले‌ वाला शराबी भी माल निकालने के करीब आ गया और उसने भी अपना माल मम्मी के दूध पर निकाल दिया और उसे उंगली से मम्मी के मुंह में डालने लगा।

    अब आयी बारी आई रमन की। रमन ने मम्मी को कहा: थोड़ा पानी पी लो, फिर करेंगे।

    तो मम्मी ने ओके बोला, और पानी पीने लगी। तो रमन ने रोकते हुए कहा: ये पानी नहीं, मेरा वाला पानी।

    मम्मी समझ गई, और अपने घुटनों पर बैठ गई, और अपना मुंह खोल दिया। रमन ने मम्मी के मुंह में मूतना स्टार्ट किया, और एक मिनट तक मूता। मम्मी ने सारा उसका मूत पी लिया, और लास्ट की बची हुई लिंग पर कुछ बूंदे मम्मी ने लिंग की दरार में जीभ डाल कर सब साफ कर दी, और मुस्कुराने लगी।

    रमन ने मम्मी को फिरसे लिटाया, और अपना लिंग मम्मी की चूत में डाल दिया, और धक्के मारने लगा। फिर बीस मिनट बाद वो मम्मी के मुंह में झड़ गया। इतनी देर में मम्मी भी पांच या छह बार झड़ चुकी थी। मम्मी ने उठ कर कपड़े पहनने के लिए उठाए। इतने में सुरेश ने मम्मी से कहा-

    सुरेश: हमारा पानी कौन पिएगा?

    तो मम्मी मुस्कुरा कर बोली: आपकी रण्डी ही पिएगी मेरे राजा।

    और मम्मी घुटनों पर बैठ गई और तीनों लोगों ने मिल कर मम्मी के मुंह में मूतना शुरु कर दिया। मम्मी ने तीनों का मूत पी लिया, और मुंह धोने के लिए पानी लेने चली गई।

    मुंह धोकर मम्मी वापिस आई और कपड़े पहने लगी। फिर कपड़े पहनने के बाद दुकान वाले ने और रमन ने मम्मी को पांच-पांच सौ रुपए दिए, तो मम्मी ने मना करने लगी।लेकिन वो नहीं माने, और जबरदस्ती मम्मी के ब्लाउज में पैसे डाल दिए, और निप्पल खींच लिए। मम्मी हंसने लगी और वो चारों भी हंसने लगे, और बोले-

    वो चारों: कब आओगी रेखा डार्लिंग?

    मम्मी ने बोला: मन तो मेरा अभी ही है, लेकिन कल करेंगे। बस मेरी आप चारों से एक विनती है, कि प्लीज मेरे को कल ऐसा चोदना कि मैं आप लोगो की चुदाई कभी ना भूलूं। मतलब की चुदाई के साथ मेरे को बहुत मारो और जो भी गंदा काम कर सकते हो करो मेरे साथ।

    वो चारो बोले: ठीक है, कल आना और देखना कि हम क्या करते है तेरे साथ।

    मम्मी ने भी उन्हें ओके बोला, और दुकान वाले ने दुकान का शटर उठाया, और मम्मी को बाय बोला। मम्मी ने बाहर निकल कर सबको फ्लाइंग किस दी, और घर की तरफ चल दी।

    तो दोस्तों कैसी लगी मेरी पहली कहानी? आगे बताऊंगा कि कैसे उन चारों ने अगले दिन मम्मी को बहुत मार-मार के चोदा। और भी बहुत कुछ किया।

    To be continued…