बात पिछले साल की है। मेरी पत्नी रिया दिल्ली गई हुई थी समर वेकेशन में। हमारे यहां काम करने वाली बाई भी अपने परिवार के साथ गांव गई थी। अब घर का भी सारा काम मुझे ही करना था।
जब से रिया दिल्ली गई, मैं रात में मीना जो मेरी पड़ोसन है के यहां चला जाता था, और उसे चोद लेता था। दो दिन बाद शनिवार को ऑफिस की छुट्टी थी, तो मैं दिन में ही मीना के घर चला गया। वहां दिन में उसकी कामवाली प्रीति भी थी। तो मैंने अपना पूरा दिन उन दोनों को चोद कर मीना के घर पर ही बिताया।
मैं प्रीति को बोला: यार एक कामवाली मेरे यहां भी भेज दे, जो कुछ टाइम तक घर का काम कर सके।
वो बोली: साहब मैं हूं तो आपको दूसरी की क्या जरूरत है? आपको जब भी जरूरत हो यहां आ जाना।
मैं बोला: शैतानी की बात मत कर। या तो किसी को लेकर आजा। या फिर तू ही घर का काम कर दे मेरे घर आकर। एक महीने की ही बात है।
वो बोली: मैं तो नहीं आ सकती। किसी और से बात करती हूं।
दूसरे दिन रविवार को वो सुबह जल्दी ही एक लड़की को लेकर मेरे घर आ गई। गर्मी की वजह से मैं सिर्फ अंडरवियर में ही सो रहा था। तो उसी हालत में मैंने उठ कर गेट ओपन कर दिए। देखा तो प्रीति किसी लड़की के साथ गेट पर खड़ी थी। वो दोनों अन्दर आ गई मैंने गेट बंद कर दिया।
प्रीति बोली: साहब ये छवि है। कल ही गांव से आई है। मेरे भाई की पत्नी है। वो एक फैक्ट्री में हेल्पर है। अब घर पर खाली रहेगी। इसीलिए ये आपका सारा काम भी कर देगी और इसका टाइम भी पास हो जाएगा। बाकी मैंने आपके लिए क्या-क्या करना है इसे सब बता दिया है।
मैं बोला: ये सब काम कर लेगी ना?
तभी छवि बोली: हां साहब, दीदी ने हमें सब काम समझा दिया है।
मॉर्निंग इरेक्शन के कारण मेरा लंड खड़ा था, और अंडरवियर में से साफ दिखाई दे रहा था। वो दोनों मेरे लंड की तरफ देख रही थी।
तभी प्रीति ने मेरे लंड पर हाथ फेर दिया और वो बोली: साहब इसकी सेवा के बारे में भी मैंने छवि को बता दिया है। ये आपकी हर तरह से सेवा करेगी।
छवि एक तीखे नयन नक्श वाली सुंदर और मासूम सी लड़की थी। उसकी शादी हो चुकी थी, लेकिन वो शादी-शुदा लगती नहीं थी। उसने एक पजामी सूट पहन रखा था। स्लिम बॉडी थी उसकी, लेकिन बूब्स और गांड बड़े थे। उसे देख कर मेरा लंड एक-दम टाइट हो चुका था।
मैं बोला: चलो छवि तुम्हारा एक टेस्ट हो जाए। आज तुम मुझे एक अच्छी सी चाय पिला दो।
वो बोली: ठीक है साहब अभी लाती हूं।
मैं बोला: तीन कप बनाना।
अब वो किचेन में चली गई। प्रीति ने मुझे बताया साहब मैंने छवि को सब समझा दिया है। आपको जब भी इसकी लेनी हो ये दे देगी। इस टाइम तक प्रीति मेरे लंड के साथ खेलती रही, और बातें करती रही। तभी छवि चाय लेकर आ गई। उसने देखा प्रीति मेरे लंड को पकड़ कर उसके साथ खेल रही है।
वो भी टेबल पर चाय रख कर बोली: साहब चाय ले लीजिए।
वो बोली: प्रीति दीदी आप टेंशन ना लो, मैं साहब को खुश कर दूंगी।
वो बोली: हां साली, आज तू खुश कर देगी वो तो मुझे पता है। लेकिन ये इतना बड़ा है। चूत और गांड एक साथ फट जाएगी। फिर रोना मत।
छवि मेरे लंड को पकड़ कर बोली: आप टेंशन ना लो दीदी, मैं इसकी खूब सेवा करूंगी।
प्रीति को कहीं काम पर जाना था तो वो चाय पी कर निकल गई।
छवि बोली: साहब आज का काम कहां से शुरू किया जाए आप बताए?
मैं बोला: तुम जब तक झाड़ू पोंछा का काम करो। मैं फ्रेश हो कर आता हूं।
ये बोल कर मैं बाथरूम में चला गया, और छवि अपने काम में लग गई। मैं रात में भी मीना के घर से लेट आया था, तो मुझे काफी नींद आ रही थी। लेकिन इन दोनों की वजह से नींद खुल गई थी। मेरा मन बहुत खुश था कि एक नई लड़की मुझसे चुदाने वाली थी।
मैं बाथ रूम से बाहर आया और छवि को बोला: अब तुम पहले यहां आ जाओ, बाकी काम बाद में कर लेना।
मैं उसे बेड रूम में ले गया, और खुद बेड पर लेट कर उसे खींच कर अपने ऊपर डाल लिया, और उसके होंठो को चूमने लगा। फिर दोनों हाथों से उसकी गांड को दबाने लगा। वो भी अपने होंठ मेरे होठों से हटा नहीं रही थी, और लगातार मुझे चूमे जा रही थी। वो बार-बार अपनी गांड को उछला रही थी। उसकी चूत पर मेरा लंड चुभ रहा था।
अब मैंने उसे अपने ऊपर से खड़ा किया और उसे लंड चूसने के लिए बोला: मुझे लंड को चुसवाने में बड़ा मजा आता है। मेरी पत्नी कभी चूसती नहीं है। उसे अच्छा नहीं लगता।
छवि बोली: साहब मैं एक मिनट में आती हूं।
वो किचेन से चॉकलेट सिरप की बोतल ले कर आई, और उसने चॉकलेट मेरे लंड पर पूरी तरह से लगाई, और फिर मेरे लंड को चाटने लगी। क्या एहसास था। मैं तो जन्नत में पहुंच गया। मैंने उसके बाल पकड़ कर उसके मुंह को चोदना शुरू कर दिया। वो मुंह से मेरे लंड को और हाथों से मेरे बॉल्स को छेड़ रही थी। वो एक पोर्नस्टार की तरह मेरे शरीर से खेल रही थी।
मैं बोला: यार कहां से सीखा ये सब? तुम तो काफी बड़ी खिलाड़ी हो।
वो बोली: साहब हमारे पति मोबाइल में ऐसी फिल्म देखते है, तो हम भी उसके साथ देख लेते है। लेकिन वो इतना दारू पीकर आता है कि हम कुछ कर नहीं सकते। बस एक बार हमें चोदते ही सो जाता है।
वो फिर बोली: आज जब हम आपके घर में आए तो वहीं चॉकलेट वाला डब्बा देखा। तो मेरा मन किया आज इसे ही ट्राई किया जाए। और आप भी बड़े शौकीन आदमी हमे दिखे, और सारी हिचक तो प्रीति दीदी हमारी खोल ही गई थी।
मैं बोला: अच्छा प्रीति ने और क्या बोला है मेरे लिए?
वो बोली: दीदी ने बताया है आप उन्हें कितना प्यार करते है, और आप चूत के बहुत शौकीन है, और लंड को मुंह में देना तो बहुत ही ज्यादा पसंद करते है। आज मैं आपकी और अपनी सारी इच्छाएं पूरी कर दूंगी।
वो फिर से लगी मेरे लंड को जोर-जोर से चूसने। इतने में मेरा वीर्य निकल गया। उसने पूरा मॉल अपने मुंह में ही भर लिया और पी गई। उसने एक बार वापस लंड पर थोड़ा चॉकलेट लगाया, और उसे सहलाते हुए बड़े ही प्यार से चाट कर साफ कर दिया। मेरे बोलने पर उसने अपने कपड़े अपने आप उतारे। उसका रंग थोड़ा सा गेहुआ था, लेकिन बूब्स बड़े ही मस्त थे। उसने रेड कलर की ब्रा और पैंटी का सेट डाल रखा था।
वो बोली: साहब जितना हमे निकलना था निकाल दिया, बाकी का तो आपको ही निकालना पड़ेगा।
मैं बोला: ठीक है जानेमन। आज तू ब्ल्यू फिल्म का पूरा मजा लेगी मुझे पता चल गया है।
वो मुस्कुराई। मैंने उसे अपने पास खींचा और उसको अपने से लिपटा कर खूब चूसा, और उसकी गांड और बूब्स को खूब रगड़ा। अब वो पूरी तरह से चुदाने के लिए तैयार हो चुकी थी, और तड़पने लगी थी।
मैंने उसकी ब्रा उतारी और उसके निपल्स को चूसा। मैं एक हाथ उसकी पैंटी में ले गया, और एक उंगली से उसकी चुदाई करने लगा। वो पागलों की तरह उह आह की आवाजे़ं निकालने लगी।
मैंने उसे बेड पर पटक दिया, और उसकी पैंटी को खींच कर उतार दिया। उसकी चूत एक-दम क्लीन शेव थी, जैसे आज ही शेव की हो।
मैं बोला: तुम तो बड़ी कमाल की हो। फुद्दी भी शेव करके आई हो।
वो बोली: साहब आपके लिए ही की है। प्रीति ने हमे रात को ही सब बता दिया था कि आपको क्या क्या पसंद है।
मैंने उसकी दोनो टांगे खोल दी, और सबसे पहले उसकी चूत को हाथ से सहलाने लगा। ऊपर से थोड़ी काली लेकिन अंदर से एक-दम चिकनी और गुलाबी थी। मजा आ गया आज एक और नई चूत मुझे मिलने जा रही थी।
मैंने मेरे लंड को पकड़ा और उसकी चूत पर थोड़ा रगड़ते हुए उसकी चूत मे घुसा दिया। वो भी शातिर खिलाड़ी निकली। बिना चिल्लाए हुए पूरा अंदर ले गई, और अपनी गांड को उछलने लगी। मैंने उसकी जबरदस्त चुदाई की और अपना पूरा वीर्य पंद्रह मिनट में उसकी चूत मे छोड़ दिया। फिर उसके ऊपर ही लेट गया। वो भी मुझे पकड़ कर पड़ी रही। हम कुछ देर में चादर ओढ़ कर सो गए।
बाकी की कहानी आपको दूसरे भाग में शेयर करता हूं।