Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 7

अपने पति के मुह से कर्नल साहब और खुद के सम्बन्ध की एक बात सुन कर ही सुनीता के झनझना सा उठा. कहीं उसके पति कर्नल साहब से जल तो नहीं रहे?

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 6

सुनीता गणित सीखना चाहती थी, तभी उसे ज्योति से पता चलता है की कर्नल साहब गणित में काफी होशियार है, इस बात से सुनता का मन अन्दर से गुदगुदा उठता है!

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 5

सुनीता के पिता के देहांत के बाद वो बड़ी ही उदास रहने लगती है, फिर सुनील के कहने पर कर्नल साहब उसे समझाते है और उसके मुद ठीक कर देते है!

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 4

सुनील और उनकी पत्नी कर्नल साहब के बहोत कहने पर उनके घर जाते है, वहां पर सुनीता की कर्नल से तो सुनील की कर्नल पत्नी की पत्नी ज्योति से बात होती है।

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 2

जसवंत सिंह (कर्नल साहब) अपने पडोसी सुनील की पत्नी सुनीता का गदरीला बदन देख कर सन हो जाते है, आगे क्या हुआ इस एपिसोड में जानिए..

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 1

जीवन की भूलभुलैया में कुछ ऐसे लम्हे आते हैं। जिन को हम कितना ही चाहें फिर भी न कभी भूल पाते हैं।। ऐसे ही लम्हे इस कहानी में आपको पढने को मिलेगे!

Darvaje Banane Aaya, Bacha Bana Gaya

मेरे पड़ोस में रहने वाली बूढी औरत ने मुझे कहा के बेटा, मेरी बेटी यहां पास के गांव में ही रहती है। उन्होंने घर नया बनाया है। क्या तुम उनके दरवाजे बना दोगे?

Bhai Bhabhi Ko Diya Ek Anokha Tohfa – Part 2

सविता भाभी के साथ मेरी नजदीकी इतनी बढ़ गयी की है और वो दोनों एक हो गए, पर हमारे एक होने से भैया और भाभी को वो मिल गया जिसके लिए वो तरस रहे थे!