पड़ोसन बनी दुल्हन-53

एक लगभग नग्न लड़की तो जेठजी की गोद में ही बैठ कर कामुक अदाए कर जेठजी को उकसा रही थी। यह अनुभव माया और जेठजी दोनों के लिए अनूठा था।

पड़ोसन बनी दुल्हन-52

मुझे अब जल्द से जल्द माँ बनना था। मैं कैसे बनती? मेरे पास तीन विकल्प थे। मैंने तीसरा विकल्प चुना। जानिए क्या था तीसरा विकल्प।

पड़ोसन बनी दुल्हन-51

मैंने माया को यह भी कहा की मेरे पति तो पहले से ही जब यह बच्चे का चक्कर नहीं था तबसे ही मेरे पीछे पड़े थे की मैं मौज करने के लिए किसी गैर मर्द से चुदवाऊं।

पड़ोसन बनी दुल्हन-50

संजयजी सेक्स के मामले में बड़े ही उदार दिल के हैं। वह मुझे कई बार उनके दोस्तों से जबरदस्ती मिलाते थे और उनके साथ मेलजोल बढ़ाने के लिए उकसाते रहते थे।

पड़ोसन बनी दुल्हन-48

जेठजी माया को अपनी दो टांगों के बिच रख कर माया के बदन पर उसे चोदने के लिए तैयार हो गए। जेठजी ने माया की चूत की पंखुड़ियों अपने लण्ड से रगड़ कर खोला।

पड़ोसन बनी दुल्हन-47

माया ने जेठजी का सर अपने स्तनोँ पर टिकाया और बोली, ” जी, आप मेरे स्वामी हो और सदा रहोगे। आप की इच्छा मेरे लिए आज्ञा है।

पड़ोसन बनी दुल्हन-46

जब माया कमरे में दाखिल हुई तो जेठजी बिकुल नंगे पलंग पर बैठे हुए थे। उनके पलंग पर उनके बाजू में एक किताब पड़ी थी। ऊपर पंखे के चलते हुए किताब के पन्ने फरफरा रहे थे।

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अब आगे की कहानी अंजू की जुबानी, कैसे उसके जेठजी को माया ने अपना जिस्म सौंप दिया, अब एहसान के तले या प्यार की वजह से ये पढ़िए।