हाय मेरे देसी कहानी के पाठकों, आप सब को मेरा सेक्स भरा नमस्कार। मेरा नाम चोदू राम है। मैं पेशे से डॉक्टर हूं। मेरी उमर 34 साल है। मेरा लंड साढ़े सात इंच का है, और मैं उत्तर प्रदेश के जिला अलीगढ़ का रहने वाला हूं। आपने मेरी पहली सेक्स कहानी पढ़ी होगी, और मुझे बहुत सारे मेल भी आए। आप लोगों को बोर ना करते हुए मैं अपनी सच्ची कहानी पर आता हूं।
ये बात उन दिनों की है, जब मैं ग्रेजुएशन के प्रथम वर्ष के एग्जाम देकर अपनी छोटी बुआ के घर गया था। वो बहुत सेक्सी है। जिनका नाम कामिनी है, और उनकी शादी तीन महीने पहले ही कोलकाता में हुई है। मेरी बुआ कामिनी जब भी मोहल्ले में निकलती है, तो मोहल्ले के लोग उन्हें मिया खलीफा के नाम से एक-दूसरे से बात करते है, और कहते है कि काश इनकी चूत चोदने को मिल जाए तो समझो मियां खलीफा को चोद लिया।
ये बात मेरी बुआ भी कभी-कभी सुन लेती हैं, और अपनी दोस्तों को बताती है। तब मैं अपनी बुआ की बातें चुपके से सुनता हूं, और मेरी बुआ की दोस्त भी उन्हें मियां खलीफा के नाम से ही चिढ़ाती है। ये बात बिल्कुल सही है। मेरी बुआ को देख कर अच्छे-अच्छों के लंड और मुंह में पानी आ जाता है। उनकी उम्र 27, कमर 34″ बूब्स करीब 38″ के होंगे, बिल्कुल मियां खलीफा के जैसे।
मेरी बुआ को हर कोई रगड़ कर चोदना और चूसना चाहता है। उन्हीं में मैं भी एक हूं, जो कामिनी बुआ को चोदना, उनके बूब्स चूसना, और रगड़-रगड़ कर चोदना चाहता था। लेकिन मैंने सिर्फ उनके बड़े-बड़े नारियल जैसे बूब्स ही देखे, और मैं उन्हें चूसना चाहता हूं। कभी-कभी सोचता था कि मैं अपनी सेक्सी कामिनी बुआ से कहूं कि मैं तुमसे प्यार करता हूं, और तुम्हे चोदना चाहता हूं। पर मुझे डर भी लगता है कि कहीं मेरी रसभरी मियां खलीफा जैसी कामिनी सेक्सी बुआ, किसी को घर में बता देगी तो मेरा घर वाले बुरा हाल करेंगे।
इसकी बजाए मैं रोज अपनी सेक्सी बुआ के ख्याल सोच-सोच कर,अपना लंड हिला-हिला कर, पानी निकाल कर, अपने लंड की गर्मी शांत कर लेता। पर कभी चोदने का मौका ही नहीं मिला। लेकिन कहते है ना कि किसी चीज़ को दिल से चाहो तो को ऊपर वाला सुन लेता है। ऐसा ही मेरे साथ हुआ।
हमारे घर के पास एक लड़की जो कामिनी बुआ की दोस्त है, उसकी शादी होने वाली थी। जिस वजह से वो हमारे घर अपनी मम्मी को लेकर आई, और मेरे पापा से बोली, “भैया कामिनी को बुला लो।” और उसकी मम्मी भी पापा को मेरी कामिनी, सेक्सी, बड़े-बड़े बूब्स वाली बुआ को बुलाने को कहने लगीं।
मेरे पापा ने उनसे कहा कि संडे को बुला लूंगा। और फिर पापा ने बुआ की ओर फूफा के पास काल कर दी कि मैं रविवार को कामिनी को लेने आ रहा हूं। जिसकी वजह से मेरी बुआ भी तैयार हो गई संडे को आने के लिए। लेकिन बुआ को अलीगढ़ से कोलकाता लेने जाने के लिए पापा को 5 या 6 दिन कि छुट्टी लेनी थी, और पापा को इतनी लंबी छुट्टी मिलना नामुमकिन था।
तो पापा ने मुझसे कहा, “साहिल बेटा तुम्हें अपनी कामिनी बुआ के घर जाना है, और कोलकाता से बुआ को लेकर आना है।” ये बात सुन कर मेरा दिल अंदर से खुश हुआ, और मैं सोचने लगा कि अब तो 4 दिन बुआ के साथ रहूंगा, और बुआ से अपनी दिल की बात कहूंगा। फिर उनकी दूध भरी चूची का रस पिऊंगा, और मिशनरी स्टाइल में बुआ की चूत की चुदाई करूंगा पूरी रात।
मैं रोज यहीं सोच कर, टॉयलेट में जाकर, बुआ की चूत मारने की सोच-सोच कर अपने लंड का पानी निकलता, और मुझे कोलकाता जाने के लिए एक-एक दिन भारी पड़ रहा था। कब कोलकाता जाऊं, और अपनी रसीली कामिनी बुआ को चोदूं, और उनकी चूचियों को चूस-चूस कर उनका रस निकालूं? फिर सुबह में पापा ने मुझे रेल का रिजर्वेशन करने के लिए स्टेशन भेज दिया, और मैंने जाने के लिए स्लीपर बुक किया, और उधर से आने के लिए ऐ.सी. कोच बुक किया।
मैंने सोचा अगर मेरी सेक्सी कामिनी बुआ मान गई, तो मैं उनकी ऐ.सी. कोच में मिशनरी स्टाइल चुदाई करता हुआ लेकर आऊंगा। फिर यही सोच-सोच कर मेरे तीन-चार दिन ऐसे ही नकल गए, और अब आया बृहस्पतिवार। मैंने सारी तैयारी कर ली और कुछ कंडोम के पैकेट और सेक्स पावर की गोली का पत्ता भी रख लिया। फिर मैं दोपहर एक बजे स्टेशन पर पहुंच गया।
ट्रेन का टाइम 2 बजे का था। लेकिन उस दिन ट्रेन लेट थी। शाम को सात बजे आई, तो मैं ट्रेन में जाते ही अपनी सीट पर लेट गया। फिर पता नहीं मुझे कब मुझे नींद आ गई थी, और मैं सो गया। तभी सोते में सपना देखने लगा कि मैं अपनी सेक्सी कामिनी बुआ को चोद रहा हूं, और साथ में मेरी मौसी भी मुझसे अपनी चूत में उंगली करा रही है, और अपने दूध चुसवा रही है।
तभी अचानक से मुझे किसी ने जगाया, तो मैं हड़बड़ा कर उठा। सामने दखा तो एक लड़की और एक लड़का मुझसे मेरा टिकट चेक करने को मांग रहे थे। मैंने नींद भरी आंखों से देखा तो वो दोनों ट्रेन के टीटी थे। मैं सपने में मौसी और अपनी सेक्सी रसीली चूत वाली कामिनी बुआ की चुदाई कर रहा था, जिसकी वजह से मैं सात इंची के मूसल लंड (जिसे देख कर हर लड़की और औरत के चूत पानी छोड़ने लगती है। और हर उस लड़की जो मेरे लंड से एक बार चुदाई करा लेती है, उसकी ख्वाइश होती है कि साहिल का लंड दुबारा मेरी चुदाई करे। और मेरी चूत की गर्मी शांत कर दे) को सम्भाल रहा था।
जो लड़की टीटी थी, वो मेरी खड़े लंड को देख कर लाल हो गई, और अपनी नज़रें मुझसे छुपाने लगी। वो पसीना-पसीना हो गई। मुझे ऐसा लग रहा था कि वो मेरा लंड देख कर चुदाई कराने के लिए बेताब होने लगी, और मेरा टिकट चेक किए बिना अपने साथी लड़के को लेकर जल्दी-जल्दी चली गई।
फिर वो एक घंटे के बाद उसी लड़के के साथ हमारे कोच में आई, और दोनों सब का टिकट चेक करने लगे। जब वो मेरे पास आई, तो मुस्कुरा रही थी, और बार-बार मेरे पजामे को देख रही थी। उसकी ऐसी हरकत देख कर मेरे सात इंच के लंड ने उसे सलामी देनी शुरू कर दी और फिर से खड़ा हो गया।
वो मुझे देख कर मुस्कुराने लगी। फिर सभी की टिकट चेक करके वो दोनों वहां से चले गए, और मैं अपनी सीट पर फिर लेट गया।
इसके आगे क्या है, वो अगले पार्ट में पता चलेगा। फीडबैक के लिए choduram856@gmail.com पर मेल करें।