फेसबुक पे मिला चोदू यार-1 (Facebook Pe Mila Chodu Yaar-1)

दोस्तों, मेरी चुदाई की कहानी में आपका हार्दिक अभिनंदन। मेरा नाम शिप्रा है, और मेरी उम्र 24 साल है। अभी मेरा फिगर 40-30-36 का है। रंग गोरा और कद 5 फुट 5 इंच। मैं अपना कॉलेज शुरू होते ही सेक्स करने लगी थी। मेरे 2-4 बॉयफ्रेंड हुए। उनसे मुझे सेक्स का काफी सुख मिला।

सेक्स मेरी जिंदगी का अहम हिस्सा ही है। क्योंकि मैं सेक्स में काफी रुचि लेती हूं। शादी से पहले मेरे कुछ मर्दों के साथ अवैध संबंध भी थे। मगर शादी के बाद मेरी सेक्स लाइफ काफी बोर हो गई। जैसा मैंने सोचा था मेरे पति सेक्स में उतने मजेदार नहीं निकले। ना तो उनका लंड और ना ही चुदाई करने का टाइम, दोनों ही बहुत कम थे। मैं कभी भी उनसे सेक्स में संतुष्ट नहीं हो पाई। वो मुश्किल से 2 मिनट भी नहीं टिक पाते थे, और मैं वैसी ही प्यासी रह जाती थी।

मेरे पति एक कंपनी के काम करते हैं और मेरा बारह साल का बेटा भी है। आजकल मुझे सेक्स की काफी तड़प होती है। मेरे पति तो मुझे टाइम नहीं देते हैं तो मैं फेसबुक पर अधिक सक्रिय रहती हूं। फेसबुक पर मेरी मुलाकात विक्रम जी से हुई। वो 56 साल के एक बिजनेसमैन है। हमारी काफी अच्छी तरह से पटने लगी। पहले तो हम लोग फेसबुक पर बातें करते थे। फिर धीरे-धीरे हमारी फोन पर बाते होनी लगी।

वो अपनी पत्नी से ज्यादा खुश नहीं थे और मैं अपने पति से। फिर क्या था, हमारे बीच नजदीकी बढ़ने लगी। एक दिन उन्होंने मुझे प्रपोज किया और मैंने भी हामी भर दी। एक बार हम दोनों फोन पर बातें कर रहे थे। उस दिन वो ज्यादा ही रोमांटिक होने लगे। उन्होने मुझसे किस मांगे, और मैंने भी फोन पे उन्हें कई बार किस दिये।

धीरे-धीरे बात का रुख सेक्स की तरफ हुआ, और खुल कर चुदाई तक बात पहुंच गई। वो बोले, “शिप्रा फेसबुक की फोटो में तुम्हारे मम्मे मस्त दिख रहें हैं।” मैंने हंस कर कहा, “मेरे मम्मे सबको अच्छे लगते हैं।

सूरज के यार-दोस्त भी मेरे मम्मों को घूरते है। पूरा मोहल्ला मेरे मम्मों को दबाना चाहता है।” वो बोले, “शिप्रा हमें भी दीदार करा दो।”

मैं भी चाहती थी कि वे मेरे नंगे बदन को देख कर लंड हिलाये। पहले मैं ना-नुकुर करती रही, फिर मान गई। वो बोले, “शिप्रा पहले अपनी साड़ी उतार दो।” मैंने उतार दी। फिर वो बोले, “शिप्रा क्या बात है, क्या फिगर है!” मैं अपने मम्मों को हिला कर बोली, “ये 38” के है और मेरी कमर 40 की है।” वो बोले, “शिप्रा अब ब्लाउज और पेटीकोट भी उतार दो।” मैंने ब्लाउज और पेटीकोट भी उतारे और बोली, “बस अब और कुछ नहीं उतारूंगी।”

वो मुझे मनाने लगे, “प्लीज शिप्रा मान जाओ ना, तुम्हे मेरी कसम।” मैंने पहले अपना ब्लाउज उतार दिया, और अपने मम्मों को अपने हाथों से छुपा कर बोली, “कैसा लगा नजारा?” वो बोले, “शिप्रा आधा नजारा देखने में मज़ा नहीं आया, पूरी पिक्चर दिखाओ।” मैंने हाथ हटाए और मम्मों को हिला कर बोली, “जानू ये देख लो।” वो बोले, “शिप्रा अब जन्नत का दरवाजा दिखा दो।” मैंने अपनी पैंटी उतारी और उनको अपनी चिकनी चूत के दर्शन कराए। वो बोले, “वाह शिप्रा क्या बात है! मज़ा आ गया! क्या मस्त चूत है, इस चूत को मैं जरूर चोदूंगा।” मैं बोली, “चूत चोदने के लिए लंड चाहिए, आप भी अपना हथियार दिखाओ।”

फिर उन्होंने अपना लंड निकाला और बोले, “शिप्रा लो देख लो।” मैंने लंड देखा तो देखती रह गई। मेरे पति के लंड से तीन गुना लंबा और मोटा था। उन्होंने अपने लंड को हिला कर बोला, “कैसा लगा मेरा लंड शिप्रा?” मैं बोली, “वाह क्या बात है! क्या लंड है!” वो बोले, “शिप्रा वीडियो में तुम्हारा डांस देखा, अब तुम्हारा नंगा नाच देखने की तमन्ना है।” मैंने हामी भर दी और नंगी ही नाचने लगी। मैंने अपने मम्मों और गांड को हिला-हिला कर खूब नाचा और वो मुझे देखते हुए मुठ मारते रहे।

बाप रे क्या स्टेमिना था उनका। मैं नाचते नाचते थक गई, पर वो नहीं झड़े। मैं बोली, “बाप रे ये लंड है या क्या है! इतनी देर से खड़ा है, सूरज तो मुझे नंगी करके 10 मिनट में ही झड़ जाते है।” वो तेजी से मुठ मारते हुए बोले, “शिप्रा ये असली लंड है।” मैं उनके सामने अपनी चूत फैला कर बैठ गई और बोली, “अब जल्दी से झड़ जाओ।” उनकी मुठ मारने की स्पीड बढ़ गयी और करीब 15 मिनट बाद उनका वीर्य निकला।

करीब 100 ग्राम वीर्य निकला होगा। मैं आश्चर्य से बोली, “बाप‌ रे इतना सारा माल, इतना माल सूरज पूरे हफ्ते में निकालते हैं।” वो बोले, “शिप्रा अब तुम्हे चोदने की तमन्ना बढ़ गई है। जल्द से जल्द मैं तुम्हें चोदना चाहता हूं।” मैं अपने मम्मों को सहलाते हुए बोली, “डार्लिंग मैं भी तुम्हारे लंड को अपनी चूत में घुसवाना चाहती हूं। चार दिन बाद सूरज बिजनेस टूर पर 3-4 दिन के लिए दुबई जा रहें है। मैं उनसे बोल दूंगी कि मैं अकेली नहीं रहूंगी। मुझे अपनी सहेली के यहां छोड़ दो। मेरी सहेली अकेली रहती है और वो किसी को कुछ नहीं बताएगी। फिर हम दोनों मिल सकते हैं।”

वो बोले, “ठीक है हम दोनों मेरे फार्महाउस चलेंगे, और 3-4 दिन मैं तुम्हारी जवानी को जी भर कर भोगूंगा।” फिर सूरज मुझे मेरी सहेली सविता के यहां छोड़ कर दुबई चले गये, और दूसरे दिन ही विक्रम जी मुझे लेने आ गये।

विक्रम जी मुझे अपने फार्महाउस ले गये। अंदर जाकर उनहोंने मुझे अपनी गोद में बिठा लिया। मैं शांत बैठी हुई थी। वो मेरे पेट को सहलाते हुए बोले, “शिप्रा तुम तो इतनी मस्त हो, तुम्हारी जैसी सेक्सी औरत कभी मेरी दोस्त बनेगी, ये कभी नहीं सोचा। मैं अकेला रहता हूं और जिंदगी में कई दोस्त बनी मगर तुम उन सबसे सुंदर हो।“

इसके आगे क्या हुआ, वो आपको इस कहानी के अगले पार्ट में पढ़ने को मिलेगा। दोस्तों आपको मेरी ये हिंदी सेक्स कहानी कैसी लगी, मुझे कमेंट सेक्शन में कमेंट करके जरूर बताना। जल्दी ही अगला पार्ट लेके आऊंगी। तब तक के लिए आप देसी कहानी की बाकी कहानियों का मजा ले, और अपने लंड और चूत को सहलाते रहे, और मजा लेते रहे। सेक्स का मजा ही सबसे बड़ा मजा है। बाय दोस्तों।

 

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