Nayi Dagar, Naye Humsafar – Part 24

This story is part of the Nayi Dagar, Naye Humsafar series

    राहुल से धोखा खाने के बाद मुझे अब जैक के साथ बहुत सुकून मिल रहा था रहा था। हमने एक दूसरे के होंठो पर चूमना शुरू कर दिया। इतने दिनों बाद उसके हलके गुलाबी पतले कोमल होंठो को चुम कर बहुत अच्छा लगा।

    थोड़ी देर चूमने के बाद हम अलग हुए और वो कुछ बोलना चाह रहा था पर बोल नहीं पा रहा था।

    मैं: “तुम कुछ कहना चाह रहे हो”

    उसने अपने हाथो में मेरे हाथ ले लिए और बोला ।

    जैक: “दो दिन बाद हम वापस जा रहे हैं। मैं तुम्हे बहुत मिस करूँगा”

    मैं: “मैं भी मिस करुँगी”

    हम दोनों एक बार फिर एक दूजे के होंठो को चूमने लगे। फिर उसने मुझे घुमा दिया और पीछे से चिपक गया। उसने मेरी ड्रेस को जांघो से ऊपर उठाया और मेरी जांघो पर हाथ मलने लगा।

    उसका मुँह मेरे कंधो पर चुम रहा था। मेरी जांघो को छोड़ उसने अपना हाथ मेरी ड्रेस के ऊपर से ही मेरे मम्मो पर रख दबाना शुरू किया। उसने मेरे कानो से बाल हटाए और मेरी गर्दन और कान के पीछे चूमने लगा।

    इसी तरह चूमते हुए वो बारी बारी से कभी हाथ नीचे ले जाकर मेरी जांघो पर मलता तो कभी कपड़ो के ऊपर से ही मेरे मम्मे दबाता । इस तरह वो मुझे उत्तेजित कर रहा था। इस उत्तेजना से मेरी धीरे धीरे आह अहह सिसकीया निकलने लगी। उसने अपनी दो उंगलिया ली और मेरी चूत के ऊपर रगड़ने लगा और मैंने अपना मुँह पीछे मोड़ा और हम एक दूसरे को चूमने लगे।

    उसने मेरी ड्रेस उठा कर मेरे सर के ऊपर से निकाल दी और मुझे सोफे पर बैठा दिया । अंदर से मेरा काला ब्रा और पैंटी दिखने लगी। वो सोफे पर मेरे पीठ पीछे बैठ गया और मेरे ब्रा के ऊपर से मेरे मम्मे दबाने लगा और मेरे कंधे पर चूमता रहा।

    उसने पीछे से मेरी ब्रा का हुक खोल ब्रा पूरा निकाल कर मुझे टॉपलेस कर दिया । मेरा ब्रा हटते ही उसने पीछे से हाथ आगे लाते हुए मेरे मम्मो को मलना शुरू कर दिया और साथ ही साथ मेरी गर्दन की साइड और कंधे पर चूमता रहा।

    वो अब मेरे सामने की तरफ आया और मेरे दोनों पाँव चौड़े कर दिए। उसने मेरी पैंटी को मेरी चूत के छेद के आगे से थोड़ा साइड में किया और मेरी चूत की दरार में अपनी जबान चलाते हुए चाटता और चूसता रहा।

    मेरी लगातार आह आह की आवाज जारी थी और वो मेरी चूत चाटते चाटते थोड़ा आगे बढ़ जांघो पर तो कभी चूत और जांघो के बीच के एरिया में भी चूमता रहा। मैं अब और जोर से ओ आ हां ओ आ हां कर जैसे सैंड्रा को वाशरूम से बाहर बुलाने लगी। मैं चाहती थी कि वो देखे मैं उसके बेटे के साथ क्या कर रही हूँ।

    जोसफ वैसे भी कुछ दिन के लिए बाहर गया हैं, उसके बिस्तर का साथी अभी जैक ही हैं और उसको भी मैं अपने वश में कर लुंगी तो वो बहुत तड़पेगी।

    इधर जैक ने मेरी पैंटी मेरी टांगो से बाहर कर मुझे पूरा नंगा किया और उधर सैंड्रा बाहर आयी और उसने वहां का नजारा देखा। उसको अपनी आँखों पर यकीन नहीं हुआ। मगर वो अपने जवान बेटे को कैसे रोके, जो मेरे नशे में पागल हो चूका था।

    सैंड्रा को देख जैक सोफे पर बैठ गया, पर मैंने बिना समय गवाए उसके पायजामे से उसका लंड बाहर निकाला। पहली बार मैंने उसका लंड देखा था, उसके लंड पर उसकी नसे ऐसा लग रहा था जैसे दूध की कटोरी में केसर के लच्छे पड़े हो। इतना गौरा लंड मैंने कभी देखा नहीं था और सोफे पर ही घोड़ी बन कर उसके लंड पर मुँह झुका दिया और उसका लंड चूसने लगी।

    मैंने जोश जोश में कुछ ज्यादा ही अपने गले में उतार कर चूस रही थी और मेरे मुँह से उउहु उउहु की आवाज आ रही थी। मैं एक हाथ से उसका लंड पकड़े अपना मुँह ऊपर नीचे घिस रही थी । वो भी मजे में मेरी गांड को सहला रहा था। थोड़ी देर मैं उसके गोरे लंड को चूसती रही।

    मैं सोफे पर घोड़ी बनी हुई थी और वो उठा और मेरे पीछे आया। उसने एक पाव नीचे ज़मीन पर रखा और दूसरा पाँव का पंजा सॉफे पर घुटनो के बल मोड़ कर रखा और पीछे से मेरी चूत में लंड डाल चोदना शुरू कर दिया। मैं सैंड्रा को जलाते हुए आह्ह आह्ह हम्म की झड़ी लगा दी।

    जैक की उम्र भले ही ज्यादा नहीं थी पर उसने सैंड्रा और जोसफ से काफी कुछ सीख लिया था जो वो मेरे साथ प्रदशित कर रहा था। वो एक अनुभवी मर्द की तरह मुझे बहुत अच्छे से चौद रहा था।

    उसने अपना एक हाथ मेरे कूल्हों पर रखा और दूसरा गाँड के छेद के ऊपर रख अपनी एक ऊँगली मेरी गांड के छेद में डाल दी। मैं दोनों छेद में चूदने से आह्ह आह्ह अम्म आह्ह आह्ह अम्म की लगातार आहें भरने लगी।

    हम दोनों अब सोफे पर लेटे थे , मैं आगे और वो मेरे पीछे था। मेरी टाँगे सैंड्रा की तरफ थी, मैंने अपनी टांग ऊपर कर मोड़ पकड़ ली ताकि सैंड्रा को अच्छे से दिखा जला पाऊ।

    जैक ने मेरी गांड पकड़ दरार को चौड़ा किया और मुझे तेज तेज चोदना शुरू किया। मैं अब बेतहाशा आह्ह आह्ह आह्ह आह्ह उम्म करने लगी। मुझे खुद इतना मजा आ रहा था कि मुझसे अब कण्ट्रोल नहीं हो रहा था।

    जैक अब सोफे पर सीधा बैठ गया और मुझे उसकी गोद में आने को कहा। मैं उसकी गोद में चढ़ कर उसके लंड पर बैठ गयी। मेरी पीठ उसकी तरफ थी और मैंने अपने पाँव मोड़ पीछे कर लिए थे। मेरे हाथ पीछे उसके सीने पर थे। नीचे से जैक ने अपना लंड मेरी चूत में घुसा दिया। मेरी चूत पूरी खुल चुकी थी उसका लंबा सा लंड मेरे काफी अंदर तक जा रहा था।

    जैक ने अब मुझे मेरी मम्मो के साइड से कमर के बीच पकड़ लिया था और मुझे ऊपर नीचे कर रहा था। मैं भी ऊपर नीचे जोर लगा कर चूद रही थी।

    थोड़ी देर में मैंने ऊपर नीचे होना बंद कर दिया तो जैक ने नीचे से धक्के मारना शुरू। उसके झटके नीचे से भी काफी जोर से पड़ रहे थे और मेरी चूत को छलनी कर रहे थे। मेरी हालत अब ख़राब होने लगी।

    मैं अब चीखते हुए आहें भर रही थी आआआआआह आआआआआह। जैक ने मेरे बालो को चोटी की तरह पकड़ खिंच मेरा मुँह ऊपर छत की तरफ कर दिया और जोर जोर से झटके मारता रहा। मैं अपना मुँह खोले ऊपर छत की तरफ देखते हुए आहें भर रही थी। सीईई ओह्हो ओह्हो ओह्हो करते हुए अपना पानी छोड़ने लगी।

    उधर जैक भी सिसकिया भर रहा था और जिस तरह से तेज धक्के मारता हुआ अचानक गहरे धीमे धक्के मार रहा था वो भी अपना पानी मेरी चूत में निकाल रहा था। थोड़ी देर बाद हम दो प्रेमी एक दूसरे के प्यार से सरोबार हो झड़ चुके थे ।

    मैं उसके ऊपर से हटी और देखा उसका गोरा लंड सफ़ेद गाढ़े पानी से भरा हुआ था। सैंड्रा अभी भी ताके जा रही थी। मैं नीचे बैठी और उसकी तरफ नजरे कर मैंने जैक का लंड चूस कर साफ कर दिया।

    मुझे वो गन्दगी चूसना अच्छा तो नहीं लगा पर उसको ये दिखाना मुझे जरुरी लगा कि अब जैक पूरा मेरा हो चूका हैं। मैंने अपने होंठ हाथों से पोंछते हुए सैंड्रा को घुरा। फिर जैक का हाथ पकड़ उसको वाशरूम में ले गयी। उसके साथ नहा ली और जब पंद्रह मिनट के बाद वापिस आयी तो सैंड्रा तैयार हो कर जा जाने वाली थी।

    मुझे आज वैसे भी ऑफिस नहीं जाना था तो मैं शाम तक जैक के साथ घूमती रही। शाम होने से पहले मैं फिर उसके गेस्ट हाउस आ गयी और सैंड्रा का इंतजार करने लगी। शाम को मैं जैक का मूड फिर बनाने लगी और हम दोनों पुरे नंगे हो गए। जैसे ही सैंड्रा की कार बाहर आने की आवाज आयी मैं जैक को लेकर उसके बेडरूम में आयी और दुसरी बार चूदाई की तैयारी कर ली।

    सैंड्रा के कमरे में आने तक मैं जैक पर चढ़ कर उसकी मस्त चुदाई कर रही थी। मैं जैक को तृप्त कर देना चाहती थी ताकि उसे रात को सैंड्रा की जरुरत ना पड़े। मैंने उससे दोपहर में ही वादा ले लिया कि वो अब से सैंड्रा को नहीं चोदेगा।

    जैक एक भारतीय खूबसूरत औरत को चोद कर बहुत खुश था । मैं पहली बार एक गौरे लंड का स्वाद चख कर और सैंड्रा को जला कर खुश थी।

    हालांकि होम करते मेरे हाथ भी जले थे। सैंड्रा को जलाने चक्कर में मैंने अपनी इज्जत जैक के हवाले कर दी। पर मैं वैसे भी उसको सब दे देती, उसको देखते ही मुझे प्यार हो गया था।

    असल में वो जैक ही था जिसने मेरा साल भर का व्रत तोड़ने को मजबूर कर दिया था। और एक गलती के बाद मैं एक से बढ़ एक गलती करती गयी।

    मैं: “मेरे पास जोसफ और सैंड्रा का सेक्स वीडियो हैं। मुझे नहीं पता तुम्हारे पापा को पता हैं या नहीं इस बारे में, पर सैंड्रा की पोल खोलना जरुरी हैं। ”

    जैक: “जोसफ अच्छा इंसान हैं, वो इसमें फंस जाएगा”

    मैं: “उसको भी सैंड्रा से आजादी मिलेगी। वो अभी सिर्फ सैंड्रा का गुलाम बना हुआ हैं। वैसे भी मुझे नहीं लगता बॉब कभी जोसफ को छोड़ेगा ”
    मैंने उसको वो वीडियो भेज दिया।

    अगले दिन मैं ऑफिस पहुंची। जब राहुल अपने केबिन में गया तो एक नजर मेरी सीट पर डाली और अंदर चला गया।

    शायद उसे राहत मिली होगी मुझे ऑफिस में देख कर। सिर्फ एक बार मैं काम से अंदर गयी थी और उसको मैंने साफ़ बोल दिया था कि मेरे ऑफिस आने का मतलब ये नहीं कि मैंने उसे माफ़ कर दिया।

    अब हमारे बीच सिर्फ व्यावसायिक संबंध ही रहेंगे। प्रमोशन के बाद मेरा काम का बोझ बढ़ गया हैं और अब उसे अपने लिए दूसरी सेक्रटरी ढूंढनी होगी।

    उसकी पुरे दिन हिम्मत नहीं हुई मुझे अपने केबिन में बुलाने की; सिर्फ मेल और मैसेज ही मिल रहे थे।

    कल जैक वापिस जाने वाला था और मैं उससे आखिरी बार मिलने गेस्ट हाउस पहुंची। और सैंड्रा की आँखों के सामने एक दूसरे को चूमा । सैंड्रा के चेहरे पर खीझ देख कर मुझे बहुत सुकून मिला । उससे विदा लेने से पहले हम दोनों एक दूजे से गले मिल बहुत रोये।

    अगले दिन शाम को जोसफ का एक वीडियो मैसेज मिला, जिसको पढ़कर मैं भावुक हो गयी। उसका हिंदी अनुवाद भी नहीं करुँगी। कुछ चीजे ओरिजिनल ही अच्छी होती हैं।

    Joseph: “Hi Pratima, I don’t know how to tell this. First I want to apologise, in our first meeting I made an awkward comment. That’s how I have been brought up and think towards girls. But when I observed you I realised what a woman should be.

    You changed me. I never said this to any woman but I am telling you that I love you. I don’t know what you think about me but I can never forget you.

    Whatever happened between us in guest house that day was forced one, but I will never forget that experience. That was the best love I ever made. Till the time you’ll receive this message I’ll be gone from your life forever.

    I have your number and will keep looking at your profile picture and status messages you will change. I can’t call you or I don’t have courage to face you, because I will cry like a baby like am doing right now. If I cry like baby, then it won’t look good with this heavy body. Some love stories are tend to be short lived, mine is same.

    Take care, Love You. Joseph”

    *** (इस मेसेज का हिन्दी अनुवाद!) ***

    जोसफ:  हेल्लो प्रतिमा, मुझे नहीं पता मैं ये कैसे कहूँ। पहले तो मैं हमारी पहली मुलाकात के दोरान मेरे द्वारा तुम्हारे बारे में कही बातो के लिए माफ़ी चाहता हूँ। शायद औरतों के बारे में मेरी सोच ऐसी ही रही है। पर जब मैंने तुम्हे समझा तो जाना की सभी औरतें तुम्हारी तरह की ही होनी चाहिए!

    सच में तुमने मुझे बदल दिया, मैंने आज तक ये किसी भी औरत से नहीं कहा पर तुमसे कह रहा हूँ की आई लव यू। मुझे नहीं पता तुम मेरे बारे में क्या सोचती हो, पर मैं तुम्हे कभी भी नहीं भूल पाउँगा।

    उस दिन गेस्ट हाउस में हमारे बिच जो कुछ भी हुआ वो जबरदस्ती था, पर मैं उड़ दिन के अनुभव को कभी नही भूलूंगा। क्योकि वो मेरी जिदगी का सबसे बेहतर अनुभव था। जिस समय तम्हे ये मेसेज मिलेगा तब तक मैं तुम्हारी जिंदगी से बहुत दूर जा चूका होऊंगा।

    मेरे पास तुम्हारा नंबर है, मैं हमेश तुम्हारी प्रोफाइल पिक और स्टेट्स देखता रहूँगा। मैं तुम्हे फ़ोन नहीं करूँगा, क्योकि मुझमे तुमसे बात करने और तुम्हारा सामना करने की हिम्मत नहीं है। क्योकि मुझे पता है मैं एक छोटे बच्चे की तरह रो पडूंगा जैसे की मैं अब रो रहा हूँ। अगर मैं रोऊंगा तो मेरे इस बड़े शरीर पर वो बिलकुल अच्छा नहीं लगेगा। कुछ प्यार की कहानियां यु ही छोटी होती है, जैसे की मेरी है!

    अपना ख्याल रखना, लव यू! जोसफ!

    ***

    मैंने उसको तुरंत जोसफ को फ़ोन करना चाहा पर नंबर स्विच ऑफ था और वो हमेशा के लिए मेरी ज़िन्दगी से चला गया था। उसको कुछ भी कहना होता हैं तो अपना स्टेटस मैसेज बदल लेती हूँ। मुझे पता हैं वो पढ़ रहा होगा पर मैं उसकी सुन नहीं सकती।

    ऑफिस में राहुल को मैंने कई बार मुझे ताड़ते हुए पकड़ा हैं। हर बाहरी मीटिंग में वो मुझे जानबूझ कर शामिल करता हैं ताकि मेरे साथ कार में कुछ समय साथ बैठ पाए। शायद इस आस में कि किसी दिन मैं मान जाऊ। उसकी आँखों में वो तड़प हैं मुझे पाने की।

    मैंने सोचा शायद एक दिन मैं उसे मौका दे दू, जब मेरे पति अशोक की तरफ से मेरे लिए सब दरवाजे बंद हो जायेगे।

    [email protected]

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