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फार्महाउस में हुई सौतेली सास की दमदार चुदाई (Farmhouse mein hui sauteli saas ki dumdaar chudai)

नमस्ते दोस्तों, उम्मीद है आप सब अच्छे होंगे। मेरी पिछली कहानियों को आपने काफी सराहा और मुझे काफी मेल प्राप्त हुए कि अगली कहानी कब आएगी, कब लिखोगे। तो बात ऐसी है कि मैं मनगढ़ंत कहानियां नहीं लिखता। मैं यहां पर अपने जीवन के सच्चे संस्मरण लिखता हूं।

बीवी के साथ साली की चुदाई, चाची सास की चुदाई, और सौतेली सास की चुदाई के बाद मुझे फिर से मौका मिला अपनी सौतेली सास परवीन को चोदने का। काफी यादगार अनुभव रहा ये मेरा।

तो बात कुछ ऐसी है कि सौतेली सास की आर्थिक मदद करने के बाद जो हमारे बीच हुआ, उसके बाद हमारे बीच अक्सर फोन पर बाते होने लगी। मेरी सास परवीन को जब मौका मिलता वो मुझे फोन करती और ज्यादातर हम गंदी बाते ही किया करते। कभी वो उसके और मेरे ससुर के साथ की गई चुदाई के किस्से सुनाती, तो कभी मैं उसको अपनी बीवी के साथ किए गए सेक्स के वीडियो दिखाता।

इतना सब होने के बाद हम फिर से मिलने के लिए मचलने लगे। दरअसल मुझे अपने से उम्र में बड़ी और 40+ की औरतों का बहुत शौक है‌। तो एक दिन मेरी सास अपने पीहर आई हुई थी, किसी सामाजिक कार्यक्रम की वजह से, और मैं भी उसी कार्यक्रम में था। तो जब मैं वहां से निकलने लगा, तो उनको पूछा कि, “आप भी चल रहे हो क्या?”

क्योंकि अगले दिन मुझे मेरी बीवी को लेने ससुराल जाना था, तो उन्होंने कहा, “ठीक है।”

तो मैंने घर पर फोन करके अपनी अम्मी को बोल दिया कि, “परवीन चाची आ रही है मेरे साथ और कल सुबह मेरे साथ ही मेरे ससुराल जाएगी।” ये कह कर मैंने फोन रख दिया और उनको अपनी कार में बिठा कर घर के लिए निकल गया, जो एक से डेढ़ घंटे की दूरी पर था।

तो फिर वहां से निकलने के बाद मैंने सिटी में एक गर्ल्स वेयर शॉप से एक सेक्सी नाइटी खरीद ली। क्यूंकि मेरे दिमाग में आज रात की चुदाई की प्लानिंग चल रही थी, और मेरी सास इन सबसे बेखबर थी।

फिर वहां से निकलने के बाद हम दोनों रास्ते में ऐसे ही हंसी मजाक करते हुए आ रहे थे, और मैंने गाड़ी अपने फॉर्महाउस की तरफ घुमा ली।

मैंने घर फोन कर के बोल दिया कि, “गाड़ी खराब हो गई है फॉर्महाउस के यहां। तो लेट बहुत हो गया है। हम सुबह तक आ पाएंगे।” तो मेरी सास चौंक गई कि गाड़ी चल तो रही है, खराब कहा हुई? तो मैंने कहा कि, “आज रात मेरा दूसरी गाड़ी चलाने का मन है।” तो वो शर्मा गई।

फिर फॉर्महाउस पहुंचने के बाद मैंने वहां कामवाली को चाय के लिए बोला और अंदर कमरे में आ गए। हम वहीं बैठ कर बाते करने लगे। इतने में कामवाली चाय लेकर आ गई और फिर वो सोने के लिए बाहर वाले कमरे में चली गई। उसके जाते ही मैं परवीन के नजदीक जा कर बैठ गया।

फिर मैंने उसका हाथ अपने हाथ में पकड़ लिया और उसको चाय का कप एक तरफ रखने की बोला, और उसके कंपकंपाते होठों पर अपने होंठ रख दिए। मैं उसके होंठो को रसास्वादन करने लगा, और वो भी मेरा साथ देने लगी। हम दोनों बेतहाशा एक-दूसरे के होंठ चूस रहे थे।

फिर मैंने अपनी सास परवीन को वो नाइटी पहनने को बोला जो मैं उसके लिए लेकर आया था। ब्लू कलर की नेट वाली नाइट जिसके साथ एक छोटी सी डोरी वाली पैंटी भी थी, तो वो ना-नुकुर करने लगी। लेकिन मैंने उसको जबरदस्ती बाथरूम भेज दिया पहनने के लिए।

कुछ देर बाद वो बाथरूम से वो नाइटी पहन के निकली। दोस्तों क्या कमाल लग रही थी। ब्लू नाइटी से उसका गोरा दूधिया बदन बाहर आने को बेताब था। उसके 38″ के साइज के बोबे और उस छोटी सी डोरी जैसी पैंटी से बाहर दिखती खुली गांड, उसकी मांसल जांघें किसी मुर्दे का भी लंड खड़ा कर दे।

फिर वो चल कर मेरे पास आई और मेरी जांघ पर बैठ गई।‌ वो मेरे बालों में अपनी उंगलियों घुमाते हुए मुझे किस्स करने लगी, और मैं उसके बूब्स मसलने लगा। फिर मैंने उसको बेड पर लिटा दिया और अपना शर्ट खोल कर उसकी बगल में लेट कर एक-दूसरे को चूमने-चाटने लगे।

ये सब करते हुए मैं उसकी गांड को भी दबा रहा था, और इसके बाद मैंने उसके बूब्स को उसकी नाइटी से बाहर निकाला और चूसने लगा। उसके 38″ के बोबे कमाल के थे और बड़ा सा घेरा लिए उसके निप्पल मुझे पागल कर रहे थे। मैं पागलों के जैसे उसके बूब्स को भींच रहा था, दबा रहा था, चूस रहा था और परवीन की आहें पूरे कमरे में गूंज रही थी।

फिर मैंने उसके सेक्सी बदन को नाइटी की कैद से आजाद कर दिया। फिर मैंने भी अपनी पेंट उतार दी। अब हम दोनों ही अंडरवियर में थे, और मैं परवीन की नाभि को चूमने लग गया। अपनी जीभ से मैं उसकी गहराई नापने लगा और परवीन और ज्यादा मचलने लगी। फिर मैंने नीचे आते हुए उसकी पैंटी को उतारा और उसकी चूत के दर्शन किए।

उसकी चूत मानो कोई एक-दम बन-मस्के के जैसे फूली हुई बिल्कुल क्लीन शेव्ड थी। फिर मैंने सबसे पहले वहां एक हल्की ही चुम्मी ली, और उसकी चूत को अपनी उंगलियों से फैला कर चाटना शुरू किया। नमकीन स्वाद मेरे मुंह में घुलने लगा, और मेरी सास परवीन अपने हाथों से मेरा मुंह उसकी चूत में दबाने लगी। काफी देर चूत चाटने के बाद उसने मुझे रोका और वो खुद मेरे ऊपर आ गई।

फिर मेरे ऊपर आने के बाद वो मेरे सीने पर किस्स करने लगी, मुझे चूमने-चाटने लगी, और नीचे जाते हुए उसने मेरी अंडरवियर भी उतार दी। अब मेरा 6.5 इंच लंड उसकी आंखों के सामने था।

जैसे ही उसने अपने नर्म हाथों से मेरे लंड को सहलाया, मेरे बदन में जैसे झुरझुरी दौड़ गई। उसने बड़े प्यार से मेरे लंड को सहलाते हुए मेरे लंड पर अपने नाजुक होंठो से एक चुम्मी दी। फिर अपनी जीभ से मेरे लंड के टोपे को चाटने लगी, और फिर पूरे लंड को अपने मुंह में ले लिया। वो उसको एक आइसक्रीम के जैसे चाटने लगी।

इतनी देर में मेरे लंड से जैसे ही पानी छूटने को हुआ, मैंने परवीन को बोल दिया। तो उसने हाथ से हिला कर मेरा पानी निकाल दिया।‌ अब मैं थोड़ा ढीला पड़ गया। वो मेरी हालत समझ गई थी, तो उसने देर ना करते हुए मेरे ऊपर आ कर अपनी गांड मेरी तरफ की और लंड की तरफ उसने अपना मुंह कर लिया और 69 पोजीशन में आ गई।

अब उसकी बड़ी गांड मेरी तरफ थी, और उसकी चूत और गांड के दर्शन एक साथ हो रहे थे। वो मेरा लंड एक तजुर्बेकार औरत के जैसे चूस रहे थी। मेरा फिर से मूड बनने लगा और मैं भी उसकी चूत फैला कर अपनी जीभ से उसे चोदने लगा। हम दोनों ही पूरे मन से एक-दूसरे को चरमसुख देना चाह रहे थे। उसने मेरे लंड को चाट-चाट कर पूरा गिला कर दिया था। उसकी लार मेरे लंड से होती हुई मेरे आंड तक आ कर टपकने लगी थी।

फिर मैंने उसको अपने ऊपर से उठाया और अपने नीचे लिटा कर उसकी दोनों टांगे अपने कंधे पर रखी। फिर एक ही शॉट में अपना फनफनाता लंड अपनी सास परवीन की चूत डाल दिया और ताबड़तोड़ शॉट लगाने लगा। अब पूरे कमरे में फट फट फट की आवाज और मेरी सास की आहों की आवाज सुनाई दे रही थी।

लगातार शॉट मारने की वजह से उसकी चूत से सफेद रंग चिपचिपा सा द्रव्य मेरे लंड के चारों तरफ लगा हुआ था, और उसके दोनों बोबे फुटबॉल के जैसे उछाल थे, जिन्हें मेरी सास अपने हाथों से रोकने की नाकाम कोशिश कर रही थी।

फिर मैंने अपनी सास को ऊपर आने की बोला। वो ऊपर आकर अपने हाथों से मेरे लंड को अपनी चूत पर सही से रख कर ऊपर-नीचे होने लगी।‌ वो अपनी तरफ से मुझे भरपूर मजा देने लगी। कुछ देर ऐसा करने के बाद उसके पैर दर्द करने लगे, तो मैंने उसको घोड़ी बना दिया।

घोड़ी बनाने के बाद उसकी चौड़ी गांड के हसीन नजारे लेते हुए उसको घोड़ी बना कर चोदने लगा। फिर मैंने उसको कमर के बल लिटाया और अपने पूरे शरीर को उसके ऊपर डाल एक-दम चिपक कर चोदने लगा। वो मुझे कस के पकड़े हुई थी और मदमस्त आहें ले रही थी।

काफी देर चुदाई करने के बाद मेरा पानी निकलने को हुआ, तो मैंने देर ना करते हुए अपने लंड को उसकी चूत से बाहर निकाला।‌ फिर अपना सारा माल उसके बूब्स पर गिरा दिया। ये करने के बाद वो गुस्सा करने लगी कि उसको ये नहीं पसंद आता, पर मैंने कहा मुझे तो पसंद आता है। फिर उनको उठाया और बोला, “चलो साथ में एक-दूसरे को साफ करते है।”

फिर हम बाथरूम में गए और गर्म पानी के शावर के नीचे सबसे पहले एक-दूसरे को साफ किया। फिर पानी में भीगते हुए एक-दूसरे को किस्स करने लगे। किस्स करने के बाद मैं उसकी एक टांग ऊपर करके, उसकी जांघ को अपने कंधे पर रख कर, उसकी चूत चाटने लगा। गरम गरम चूत चाटते गरम पानी का समागम मुझे एक अजीब से अहसास की अनुभूति करा रहा था।

इतने में उन्होंने मुझे कस कर पकड़ा लिया और उनकी चूत ने पानी छोड़ दिया। फिर उन्होंने मुझे बताया कि उनका पानी चोदने से नहीं सहलाने या चाटने से निकलता है। फिर हम दोनों खूब देर साथ में नहाए और बाहर आकर एक-दूसरे को तौलिए से साफ किया। मेरी सास ने उसके बाल हेयर ड्रायर से सुखाए और फिर हम दोनों रात भर नंगे ही एक-दूसरे की बांहों में बाहें डाले सो गए।

तो दोस्तों ये थी मेरे जीवन की एक ओर सच्ची घटना। इसमें कोई काल्पनिकता नहीं है। आप सब को मेरी ये चुदाई की कहानी कैसी लगी मुझे मेरी मेल आईडी ashleelbalak6162@gmail.com पर जरूर लिखियेगा। आपके सुझाव, आपका प्यार, आपकी दोस्ती आमंत्रित है। आपके संदेशों के इंतजार में आपका प्यारा लेखक अश्लील बालक। धन्यवाद।

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