Aunty ki gand ka gulabi chhed

कामुक कहानियो के सभी नर एवं मादाओं को मेरा नमस्कार,प्रणाम। मैं आशा करता हूँ की आप सभी लोग निरंतर कामुक कहानिया पढ़कर बहुत ही खुश एवं आनंदित होंगे।

मैं देव कुमार जयपुर राजस्थान से आपके लिए एक और रोमांचक कामुक कहानी लेकर आया हूँ। मेरी पहले की कहानियाँ पढ़कर कई लोगो ने मुझे मेल किया, मैं उन सभी का आभार व्यक्त करता हूँ। और मैं आशा करता हूँ की आप आगे भी मेरी कहानी पढ़कर मुझे मेल करके प्रोत्साहित करते रहेंगे।

मैं अपने बारे में और तो क्या बताऊ दोस्तों, मैं भी आपकी ही तरह एक आम इंसान हूँ। मेरा लण्ड 6 इंच लम्बा और 1 इंच मोटा है, किसी भी कामुक और सेक्सी औरत को चोदने में निपुण हूँ।

और मेरा मानना है की चुदाई के लिए लण्ड की साइज क्या है ये मायने नहीं रखता, मायने ये बात रखती है की आप अपनी कामुक संगिनी को कैसे प्यार करते हो।

उसे चुदाई के लिए कैसे तैयार करते हो। दोस्तों सीधा लंड चुत या गांड में घुसा के दे दना दन ठुकाई करके वीर्य निकलने को चुदाई नहीं कहते, उस चुदाई में आप संगिनी को कितना प्यार देते हो, उसे कितना संतुष्ट करते हो, आप कितना संतुष्ट होते हो, सही मायने में उसे चुदाई कहते है।

खेर दोस्तों मैं अपनी कहानी पर आता हूँ। आपने मेरी पहले की कहानी टीना ऑन्टी बनी मेरी रांड के 3 भागो में पढ़ा होगा, नहीं पढ़ा तो पहले वो भाग पढ़े।

कि कैसे मेरे और ऑन्टी के बीच नजदीकियां बढ़ी और कैसे हम दोनों के जिस्म एक हुए, कैसे मैंने टीना ऑन्टी को चुदाई के लिए, मेरा मतलब चुत में लण्ड लेने को कैसे तड़पाया, तरसाया, कैसे मैंने टीना ऑन्टी की चुत चोद कर उन्हें मेरी रांड बनाया।

अब मैं आपको मेरी इस कहानी में बताना चाहूंगा, कि टीना ऑन्टी की चुत चुदाई के बाद कैसे मैंने उनकी प्यारी सी मखमली गोरी गांड के गुलाबी गोल छेद में अपना लण्ड डाल कर।

रांड बनी टीना ऑन्टी के गांड के टाँके खोले, मेरा मतलब कैसे एक 2 बच्चो की माँ की बिन चुदी कोरी गांड की बड़े ही रोमांटिक तरीके से मैंने सील तोड़ी।

दोस्तों टीना ऑन्टी की गांड चुदाई के लिए मैंने ऑन्टी को कहा, कि क्यों नहीं हम गांड चुदाई एक रोमांटिक तरीके से करे?

टीना ऑन्टी बोली – क्यों नहीं मेरे देव राजा मेरे हुस्न के मालिक मुझ कुतिया रांड को तू जैसे चाहे, जहां चाहे चोद, मैं तैयार हूँ ऐसे हर पल के लिए जिसमे रोमांस हो, प्यार हो, जन्नत हो, आनंद हो, कुछ मीठा दर्द हो, तड़प हो, चुदाई हो।

मैं और टीना ऑन्टी एक शॉपिंग मॉल में गये, वहां से मैंने ऑन्टी के लिए एक लाल और सफ़ेद रंग की ब्रा और चड्ढी ख़रीदे। फिर हम एक शॉप पे गये, जहां पालतू जानवरो के सामान मिलता है।

टीना ऑन्टी ने मुझसे पूछा – देव यहाँ से क्या लेना है?

तो मैंने धीरे से ऑन्टी कहा- कि मुझे मेरी कुतिया के लिए गले का बेल्ट और चैन लेनी है।

तो ऑन्टी मुस्कराते हुए बोली – क्या बात है मेरे राजा सच्ची कि कुतिया बनाने का प्लान है क्या?

मैं – क्यों मेरी रानी आज तेरी गांड का उद्धघाटन करना है, साथ में कुछ नया भी तो चाहिए न?

मैंने कुत्ते के गले में बांधने वाला बेल्ट और एक चैन खरीदी। फिर एक बेकरी से अच्छा सा केक लिया, फिर दारू की दुकान से 2 बोतल वाइन और 1 बोतल व्हिस्की की लेकर हम दोनों शॉपिंग करके वापिस घर आ गये।

सब सामान रखा और थोड़ी देर सोफे पर बैठ गये, और ऑन्टी बोली – देव मैं बहुत ज्यादा रोमाँचित हो रही हूँ, मेरी चुत में खुजली हो रही है इसमें लंड पेल दे न यार।

मैंने अपना हाथ ऑन्टी की लैगिंग के ऊपर से ही चुत पर रखा, तो मैंने देखा की उनकी पूरी लैगिंग गीली हो रही है।

मैं – क्या हुआ मेरी जान लैगिंग में ही सु सु कर दिया क्या?

टीना- नहीं रे मेरी चुत, गांड मरवाने की सोच सोच कर ही पनिया गयी है। निगोड़ी को लंड चाहिए, पेल दे ना इसमें अपना लंड।

मैं ऑन्टी की चुत को अपने हाथ से मुठी में दबाता हुआ बोला – साली कुत्तिया रांड इतनी भी क्या जल्दी है? आज तेरी चुत को रोने दे, पानी पानी होने दे, इसको इतना गरम होने दे की इसका गरमा गर्म पानी पीने में मजा आ जाये। आज पहले तेरी गांड चुदाई फिर चुत की शिकाई।
फिर ऑन्टी मेरे दोनों तरफ पैर करके अपनी चुत को मेरे लोडे पर रखकर मेरी गोद में बैठ कर अपनी चुत को मेरे लोडे पर रगड़ने लग गयी। साथ ही हम दोनों के होठो से होठ मिल गये, और हम किस करने लग गये।

मैंने अपने हाथ ऑन्टी की चूतड़ पर ले गया और सहलाते हुए, उन पर चपत लगाने लग गया। ऑन्टी की आंखो में वापिस हवस बढ़ रही थी। अब मैंने देर न करते हुए ऑन्टी को साइड में धका देते हुए कहा।

मैं – चल साली छिनाल बहन की लोड़ी, मादर चोद, रंडी, थोड़ा सब्र कर, इंतजार कर, थोड़ी और तड़पने दे तेरी इस चुत को फिर देख चुदाई में मजा। आज तेरा एक छेद और खुलने वाला है, आज तू मेरी सच्ची में कुत्तिया बनेगी।

फिर मैंने ऑन्टी से कहा – तुझे अभी तेरे बेडरूम से कुछ लेना है तो ले ले बाद में मैं कहु तभी तू अंदर कुत्तिया बनी हुयी जाएगी। आज तेरी दूसरी सुहाग रात होगी, जिसमे तेरी गांड की सील टूटेगी।

टीना – वाव, जो हुकुम मेरे हुस्न के मालिक, तो फिर आज मैं शादी का जोड़ा पहन लेती हूँ?

मैं – नहीं आज तू कुत्तिया बनेगी, तेरे जिस्म पर केवल ब्रा चढ़ी और गले में पट्टा जो चैन के साथ है वो हि होगा। आज तुझे नए अंदाज में सुहाग रात माननी है जिसमे मीठा मीठा दर्द और तड़प होगी, बोल तैयार है रंडी?

ऑन्टी – हाँ मादर चोद तैयार हूँ मैं, जो तू कहेगा वो ही मैं करुँगी, मुझे जन्नत की सैर करा दे मेरे देव राजा। मुझ पर जरा भी दया मत करना, निचोड़ कर रख दे आज इसे, मैं भी चाहती हूँ की कोई मेरे साथ जबरदस्ती वाली चुदाई करे।

मुझे कुछ और नहीं चाहिए अपने बैडरूम से, और हाँ बहन के लोडे, ये घर तेरा है और मैं तेरी रखेल, रांड, कुत्तिया हूँ। दुबारा मत कहना की मेरा बेडरू, सब कुछ तेरा, बस मेरे हुस्न की प्यास भुझा दे मेरे मालिक।

ऑन्टी बोली – पहले मैं खाना बना लेती हूँ। क्या खाना है आपको?

मैं- आज केवल उबले हुए अंडे और आमलेट, साथ में वाइन और व्हिस्की।

ऑन्टी किचन में जाकर आमलेट की तैयारी करने लगी। मैं बैडरूम में जाकर बेड पर सफ़ेद रंग की चादर बिछा दी, और उसको गुलाब के फूलो से सजा दिया। बेड के चारो और मोमबतिया लगा दी। रूम में रूम स्प्रे किया और सीधा किचन में ऑन्टी के पास चला गया।

वह जाते ही मैंने ऑन्टी की गांड पर चपत लगायी, और पीछे चिपक कर गांड पर अपना लंड रगड़ने लग गया। साथ ही ऑन्टी के चुचे पकड़ कर उनको भी मैं जोर जोर जोर से दबाने लग गया।

ऑन्टी – ऊ ऊ आ आ, अभी तो खुद ही बोल रहा था की सब्र करो और खुद ही अब गांड मारने की जल्दबाजी कर रहा है।

मैं – टीना ऑन्टी आप हो ही इतनी खूबसूरत कि मैं रोके रुक नहीं पा रहा हूँ। ऊपर से तेरी ये गांड, क्या बताऊ मेरी बेबसी पता नहीं तू मेरी कुत्तिया है या मैं तेरा कुत्ता।

तेरा हुस्न, एक एक अंग तरास के बनाया है बनाने वाले ने, मुझे अपने इस जिस्म में समां ले ऑन्टी।

फिर मैंने ऑन्टी को छोड़कर 1 गिलास में नीट व्हिस्की डाली, और दुबारा ऑन्टी के पीछे अपना लंड ऑन्टी की गांड के रगड़ते हुए मै खड़ा हो गया। फिर 1 ही गिलास से हम दोनों व्हिस्की पीने लग गये।

मैं कभी ऑन्टी को पिलाता तो कभी मैं पीता, और ऑन्टी आमलेट बना रही थी। हम दोनों को ऐसे पीने में बहुत ही मजा आ रहा था। मैंने ऑन्टी की लेगिंग चड्ढी सहित उतार दी।
अब ऑन्टी नीचे से नंगी किचन में खड़ी खाना बना रही थी। मैंने ऑन्टी की चूत को देखा वो पूरी गीली रास से भरी हुयी थी, मैंने व्हिस्की के गिलास को ऑन्टी की चूत के लगाया और कहा।

मैं – ले कुत्तिया थोड़ा चुत रस इस गिलास में भी भर दे, व्हिस्की विद चुत रस का पेग बना दे।

ऑन्टी ने ऐसा ही किया थोड़ा सा अपनी चुत का रस गिलास में ही डाल दिया। फिर मैंने पहले उसी अवस्था में ऑन्टी के पीछे चिपक कर लंड गांड पर रगड़ते हुए खड़ा हो गया, और ऑन्टी को पेग पिलाया।

फिर मैंने पिया, दोस्तों व्हिस्की का स्वाद दुगुना हो गया था। दोनों पर एक ही शराब और शबाब का नशा सा छाने लग गया था।

ऑन्टी बोली – वाव क्या स्वाद है व्हिस्की का, मजा आ गया मेरे देव।

ऑन्टी ने जब तक अंडे उबले और आमलेट बनायीं उतनी देर में हम दोनों ने व्हिस्की की पूरी बोतल खाली कर दी।

थोड़ी देर किचन में मस्ती के बाद हम दोनों हाल में आ गये। ऑन्टी ने ऊपर टी शर्ट पहनी हुई थी और निचे से वो पूरी नंगी थी।
मैं ऑन्टी से बोला – आप नहा के सफ़ेद रंग के ब्रा और चढ़ी पहन कर तैयार हो जाओ, और आप अभी सु सु मत करना।

ऑन्टी – क्यों अब क्या मूतना भी बंद करेगा क्या? मेरी चुत को क्यों तड़पा रहा है मादर चोद। मैं कब तक अपने भोसड़े में इसको रोक कर रखूंगी?

ऑन्टी पर व्हिस्की का नशा चढ़ गया था, मैंने ऑन्टी के बालो को पकड़कर खींचते हुए, ऑन्टी के चूतड़ पर एक जोर का चाटा मारते हुए कहा।

मैं – बहन की लोड़ी, साली छिनाल, रंडी कुतिया जैसे में कहता हूँ वैसा ही कर, तू अभी बाथरूम में सु सु नहीं करेगी। थोड़ी देर इन्तजार कर, आज रात को तेरा मूतना रूम में ही होगा तुझे बाथरूम तक आने की जरुरत नहीं पड़ेगी मेरी रानी।

तू रूम में आ कर कुतिया की तरह कहीं भी मूत, मैं तुझे मना नहीं करूँगा। बस अभी नहीं, मेरी कुतिया समझी।

फिर मैंने ऑन्टी के चूतड़ों पर 5 -7 जोर जोर के चांटे और मार दिए, जिस से साली रंडी की गांड लाल हो गयी और बोली – जी मेरे मालिक, आप जैसा कहोगे मैं वैसा ही करुँगी।

फिर मैंने उसको छोड दिया और कहा – जा अब मैंने जैसा कहा है वैसा ही कर।
वो गांड मटकाती हुयी बाथरूम में चली गयी। मैंने फ्रिज में से केक, कुछ मलाई और वाइन की बोतल ली और ऑन्टी के शयन कश में चला आया। रूम में आकर मैंने लैपटॉप पर एक हॉटेस्ट ब्लू फिल्म लगा दी जिसमे एक पोर्न स्टार की, कुतिया की स्टाइल में हार्डकोर गांड चुदाई का वीडियो चल रहा था।

उसको पोज़ को रोक कर मैं ऑन्टी का इन्तजार करने लग गया। जैसे ही ऑन्टी बाथरूम से नहा कर रूम में सिर्फ ब्रा और पेंटी में आयी। तो मैं ऑन्टी के दूधिया बदन को देखता ही रह गया, साली रांड क्या कयामत ढा रही थी।

मैं खड़ा हुआ और ऑन्टी को बोला – हे हुस्न की परी आपका स्वागत है इस रोमांटिक माहौल में।

फिर मैंने ऑन्टी को गले से लगा कर उनको होठो पर गाल पर किस किया। फिर मैं बोला – क्या आप अपने दिल ओ जान से तैयार हो आज के प्रोग्राम के लिए?

ऑन्टी – हाँ मेरे मालिक, ये रंडी कुतिया तैयार है। मुझ रांड का हुस्न हाजिर है आपके लिए। इसे आज इतना भोगो, इतना भोगो की मेरी चीख पुकार निकले और कोई रहम दया नहीं हो। मुझे पूरा का पूरा सेक्स में डूबकर इसका मजा लेना है।

मैं – ओह यस माय स्लेव, तो फिर देरी किस बात की। चल साली छिनाल आ जा अब कुतिया की अवस्था में।

मैंने ऑन्टी के गले में पट्टा बांधकर उसमे चैन लगा दी। अब ऑन्टी अपने हाथ टीका कर घुटनो के बल कुतिया की पोजीशन में आ गयी। मैंने ऑन्टी की गांड पर चांटे मारते हुए कहा।

मैं – वाव मेरी पर्सनल रांड।

फिर रूम में चारो और मोमबत्तीया लगा कर उन्हें मैंने जला दिया। फिर मैंने रूम की सारी लाइट्स को बंद कर के लैपटॉप में चुदाई के वीडियो को चालू कर दिया। मैंने केक को ऑन्टी के बिस्तर पर बीच में रख दिया साथ में वाइन की बोतल रख दी।

ऑन्टी ये सब देखा कर और रोमांचित हो रही थी, और आंटी कुतिया बनी वीडियो देखती हुयी अपनी चुत को हाथ से रगड़ने लगी और वो अपने होठो को काटने लग गयी।

दोस्तो इस भाग में इतना ही। बस आप सब अब अपने लण्ड महाराज को अकेले हो तो हिला के गुलाबी गांड के नाम पर हस्त मैथुन करो। या आपके पास कोई जुगाड़ है तो उसकी मस्त वाली चुदाई करो।

सभी महिला पाठिकाओं से भी नम्र निवेदन है की आप भी कहानी का आनंद ले अकेली है तो आप भी कुछ खीरा गाजर ये बैंगन से अपनी चुत की खुजली शांत करो, ओर चुत रस का मजो लो या अपने आशिको के साथ गांड ओर चुत चुदाई का मजा ले।

आपके अपने देव कुमार को याद करके जरूर जरूर अपनी प्रतिक्रिया इ मेल द्वारा।

कोई भी महिला पाठिका जो अपनी लाइफ से असंतुष्ठ है, जिनको बाहर समाज के डर से या और किसी कारण वस वो अपनी लाइफ से नाखुश है। वो बेझिझिक मुझे से संपर्क कर सकती है। मैं आपकी हर privacy का ध्यान रखते हुए हर बात को गुप्त रखूँगा।

अतः आप सभी से निवेदन है की कहानी पढ़कर अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दे। आपका अपना देव कुमार जयपुर से।

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