Aakhiri Dagar, Purane Humsafar – Episode 18

This story is part of the Aakhiri Dagar, Purane Humsafar series

    राहुल मुझे भूल कर अपने माँ बाप की पसंद से शादी कर ले, इसके लिए मैंने उसका दिल तोड़ने के लिए उसके सामने एक गैर मर्द से चुदवा कर बेवफाई कर ली।

    अगले ही दिन मैंने अपनी नौकरी से इस्तिफा दे दिया। मुझे एक महीने का नोटिस पिरीयड पूरा करना था तो ऑफिस आते रहना था। मैने ऑफिस जाना जारी रखा और राहुल ने मुझसे बात तक नहीं की थी। उसको जो भी कहना होता अपनी सेक्रटरी के द्वारा बोल देता या ईमेल से बताता.

    3 सप्ताह बाद ही उसकी सगाई की खबर आ गयी। मेरा ऑफिस में जो लास्ट दिन होने वाला था उसके अगले ही दिन उसकी सगाई थी। ऑफिस में सब खुश थे कि आखिर उनके बॉस ने शादी करने की ठान ली थी। सिर्फ एक जना ऑफिस में खुश नहीं था और वो रूबी थी।

    रूबी ने मुझको समझाया कि अभी भी देर नहीं हुयी हैं और वो सब संभाल लेगी पर मैंने उसको मना कर दिया।
    मेरा ऑफिस में आखिरी दिन था और मैंने सबसे विदा लेना शुरु किया. राहुल को भी उसकी सगाई के लिए बधाई दे कर मैंने उस से विदा ली. उसने सिर्फ धन्यवाद बोला और कुछ नहीं. जाते वक्त रूबी से भी मिली.

    रूबी: “तो क्या सोचा, क्या करोगी?”

    मैं: “मै यह शहर छोड़कर कही और चली जाउंगी”

    रूबी: “मै भी यह ऑफिस और जगह छोड़ रही हूँ”

    मैं: “तुम क्युँ छोड़ रही हो?”

    रूबी: “तुम्हे तो पता ही हैं, इस ऑफिस में मेरे कितने आशिक हैं। वो पडौसी भी मुझे रोज परेशान करता हैं चोदने के लिए”

    मैं: “तो क्या हुआ! तुम्हे तो ऐसी ही आज़ादी वाली लाईफ चाहिये थी”

    रूबी: “तुम्हारे चक्कर में मै सुधर गयी। जब से तुमने वो कांड किया हैं मैंने चुदवाया नहीं हैं”

    मैं: “तुम तो एक दिन भी बिना चुदाये रह नहीं सकती, तुमने बिना चुदवायें एक महीना निकाल दिया!”

    रूबी: “तुम्हे लगता था कि मैंने तुम्हे सुधरा, पर असल में तुमने मुझे सुधार दिया”

    मैं: “तुमने मेरी बड़ी मदद की थी ऐसे दौर में। मुझे याद हैं तुम मेरी चूत में ऊँगली कर मेरी आदत सुधारती थी। चल आज मै तुम्हारी चूत में ऊँगली कर तुम्हारी इच्छा पूरी करुंगी”

    मै रूबी के साथ उसके घर आ गयी। उसने अपने कपड़े खोले और नंगी हो गयी। उसकी चूत पर भी बड़े बड़े बाल उगे थे। यह सबूत था कि वो भी चुदाई से सन्यास ले चुकी थी। मैंने जल्दी ही उसकी चूत को अपनी ऊँगली से रगड़ कर उसको जड़ने में मदद की।

    उसके जड़ने के दौरान ही बाहर दरवाजे पर उसका वो ही पडौसी आया था। रूबी उठ कर गयी और आज पहली बार उसने अपनी चूत का पानी अपने पडौसी को चखाया.

    वो गाली देता हुआ वहां से चला गया कि ऐसा टेस्ट उसको करवाया। हम दोनो हस पड़े। रूबी ने मेरी भी जड़ने में मदद की पेशकश की पर मैंने उसको मना बोल दिया।

    अगले दिन राहुल की सगाई थी और मैंने अपना सोशल मिडिया स्टेटस चेंज कर सिंगल कर दिया। अगले ही दिन मुझे एक जाने पहचाने आदमी का मैसेज मिला जो मुझे एक तरफा प्यार करता था। आपने मेरी पहले की कहानी “Nayi Dagar Naye Humsafar” पढ़ी हो तो आपको जोसफ याद होगा, यह उसी का मैसेज था।

    पिछली बार जब वो विशाल कद काठी का काला इंसान भारत आया था और मुझसे मिला था तो मेरे प्यार में पड़ गया था। जो कि उसने जाते वक्त एक लव लैटर के मध्यम से बताया था।

    उसने वादा किया था कि वो मेरे सोशल मिडिया स्टेटस पढता रहेगा. शायद वो इसी दिन का इंतजार कर रहा था। उसने मुझे अपना नंबर भी दिया था।

    हम दोनो ने बात की। मैंने उसको बताया कि मैं अपने पति से तलाक ले चुकी हूँ और राहुल की जॉब भी छोड़ चुकी हूँ। उसने मुझे अपने पास जॉब का ऑफर दिया।

    मैने अपने पुराने पति अशोक से बात कर ली कि मै हमारे बच्चे को साथ लेकर भारत से बाहर जाना चाहती हूँ। अशोक को तो वैसे भी अपने नयी बीवी पूजा से बच्चा पैदा करना था तो उसने मुझे इजाजत दे दी।

    मैने अपने वीजा का प्रक्रिया शुरू कर दिया और कुछ महीनो के बाद ही मै देश छोड़कर अपने बच्चे के साथ जोसफ के यहाँ चली गयी।

    उसने बड़े अपनेपन से हमारा स्वागत किया। उसने अपने नाजायज बाप बॉब की मदद से अपनी खुद की कंपनी शुरु कर दी थी और सौतेली माँ सैंड्रा के चंगूल से आज़ाद था।

    मै वहां बॉब के बेटे जैक से भी मिली। जब जैक भारत आया था तो जैक और मै एक दूसरे के आकर्षण में पड़ गए थे। पर अब वो अपनी गर्लफ्रेंड के साथ लीव इन में रह रहा था और जल्दी ही बाप भी बनने वाला था।

    6 महीने बाद ही जोसफ ने मुझे शादी के लिए प्रोपोज़ कर दिया। मुझे पता था कि वो मुझे सच्चे दिल से प्यार करता हैं पर मै उस से कुछ छुपाना नहीं चाहती थी।

    मैने उसको सब सच बता दिया पर फिर भी उसने मुझसे शादी करने की ठान ली थी। मैंने उसको उसकी माँ से भी अनुमति लेने की सलाह दी। उसकी माँ बहुत अच्छे दिल की थी और उसने मुझे स्वीकार लिया।

    मैने उनको बोल दिया कि मै मेडीकल परेशानी की वजह से जोसफ के बच्चे की माँ नहीं बन पाउंगी। फिर भी उन्होने मुझे स्वीकार कर लिया कि मै अपना बच्चा खुद साथ लायी हूँ तो तो वो उसे ही अपना पोता मान लेगी।

    एक तरफ राहुल के माँ बाप थे जो मुझे स्वीकार नहीं कर रहे थे और दुसरी तरफ जोसफ की माँ बाहें फेलाएं हमारे स्वागत को तैयार थी।

    मुझे अच्छे से पता था कि जोसफ का लंड घोड़े की तरह बड़ा था और उस से शादी करने का मतलब उस दर्द को हमेशा के लिए झेलना था। पर उस दर्द के मुकाबले उसका प्यार ज्यादा भारी था। मैंने उसकी चुदाई से मिलने वाले दर्द को स्वीकार कर लिया।

    जब मैंने अपने घर वालो को यह खबर दी कि मै एक काले आदमी, जो कि सांड की तरह दिखता हैं से शादी करुंगी तो वो शॉक में आ गए.

    पर फिर मेरी आगे की ज़िन्दगी को देखते हुए वो मान गए. मेरे घर वाले मेरी शादी में आये थे। मै अपने बच्चे के साथ जोसफ के घर में खुश थी।

    जोसफ को भी पता था कि उसके लंड से चुदवाने से मुझे कितना दर्द होगा इसलिए उसने मुझे पूरी छूट दी थी। मेरी इच्छा होती तो ही वो मुझसे चोदता और ज्यादा दर्द नहीं देने की कोशिश करता था।

    मै भी उसको निराश नहीं करना चाहती थी इसलिए दर्द होने के बावजूद मै उसको चोदने के लिए उकसाती थी। मै अपना दर्द छिपा कर उसके चेहरे पर आती ख़ुशी देख खुश होती।

    अब आप इसे कूदरत का चमत्कार कहेंगे या कुछ और, जहा डॉक्टर ने मुझे बोल दिया था कि मै अब कभी माँ नहीं बन सकती थी, पर जोसफ के उस घोड़े जैसे लंड ने वो चमत्कार कर दिया था। हालांकि जोसफ इसे वहां के डॉक्टरो का चमत्कार मानता हैं।

    शादी के 3 महीने बाद ही मै गर्भवती हो चुकी थी। मेरी ख़ुशी का ठिकाना नहीं था। मेरी हमेशा ख्वाहिश थी कि मै अपने पति के बच्चे की माँ बनु और वो होने वाला था।

    शायद मेरी किस्मत में यहीं लिखा था कि एक दिन में अपने पति के बच्चे की माँ बनु और वो पति जोसफ ही होगा। 9 महीने बाद मैंने एक बच्चे को जन्म दिया। वो गौरे काले का मिश्रण था। उसके घुंघराले बाल, भूरी आंखे और चपटी नाक, पुरी तरह जोसफ पर गया था।

    जोसफ की माँ का मुझ पर पूरा भरोसा था और उस भरोसे की लाज ऊपर वाले ने रखी थी। जहा भरोसा होता हैं वहीं सफलता होती हैं।

    रूबी के साथ में टच में रही. रूबी कहती रहती कि मै भी उसके लिए जोसफ की तरह कोई काला आदमी पसंद कर लु और उसकी भी शादी करवा लु।

    जब मेरा बच्चा 3 महीने का हो गया तो मै उसे लेकर भारत आयी ताकि उसको अपने घर वालो से भी मिलवा सकू. सब लोग बहुत खुश हुए कि मै अब खुश हूँ.

    काफी दिनों बाद रूबी से फेस तो फेस मिली. मै उसके घर ही रुक गयी क्युँ अब मेरा उस शहर में कोई घर तो था नहीं। उसको मैंने अपने छोटे बच्चे से भी मिलवाया।

    रूबी: “यार, तुम्हारी जवानी तो और भी खिल गयी हैं। बिना मेकअप के गाल कैसे चमक रहे हैं। अगर मोटे लंड से चुदवाने से ऐसे शरीर दमकता हैं तो मुझे भी दिलवा दे कभी”

    मैं: “शरीर खुशियों से दमकता हैं। तू भी शादी करके खुश हो जा”

    रूबी: “यह बता जब जोसफ इतना भारी भरकम हैं तो उसकी पिचकारी कितनी बड़ी होगी और उसमे कितना पानी भरा होगा जो तुम्हारी चूत में खाली करता होगा?”

    मैं: “पूछ मत, हालत खराब हो जाती हैं। उसको तो मै अपने ऊपर कम ही आने देती हूँ। अधिकतर मै ही उस पर चढ़ कर चोदती हूँ तो कण्ट्रोल रहता हैं। हालांकि वो मेरा ध्यान रखता हैं क्युँ कि उसे भी पता हैं कि मुझे दर्द होगा”

    रूबी: “तेरी बातें सुनकर मेरी भी इच्छा हो रही हैं कि एक बार इतने बड़ा लंड जरूर लु। जोसफ को बोलकर एक बार मुझे भी दिलवा दे उसका लंड।”

    मैं: “मेरे पति का लंड सिर्फ मेरा हैं, मै उसे किसी के साथ शेयर नहीं कर सकती।”

    रूबी: “उसके लंड से जड़ने पर कितना पानी निकालता होगा! डॉक्टर ने तो तुम्हे बोल दिया था कि अब कभी माँ नहीं बन सकती पर उसके लंड से निकले ढेर सारे पानी ने तुम्हे माँ बना ही डाला”

    मैं: “शादी के बाद शुरु के 2 सप्ताह तक तो ना मैंने उसको बोला और ना उसने मुझे चोदने की कोशिश की। मै उसके लंड को हाथ और मुंह से रगड़ कर ही उसका पानी निकालती थी। इतना पानी निकलता था कि मेरा पूरा चेहरा ही भीग जाता उसके पानी से ”

    रूबी: “उसने तुम्हारे चेहरे पर लंड का पानी डाला?”

    मैं: “मैने तो उसको अपनी चूत पर या मम्मो पर पानी छोड़ने को बोला था पर उसको मेरे मुंह पर पानी डालना अच्छा लगता हैं।”

    रूबी: “तो फिर चुदाई कब शुरु की तुमने?”

    मैं: “उसको तड़पता देखकर एक दिन मैंने ही बोल दिया कि चुदाई शुरु करते हैं, ऐसे डर कर कब तक रहेंगे। फिर हमने चुदाई शुरु कर दी। शुरु शुरु में दर्द होता हैं पर थोड़ी देर बाद चूत एडजस्ट हो जाती हैं और मजा ज्यादा आता हैं।”

    रूबी: “अब तो तुम्हे छोटे लंड से चुदने में मजा ही नहीं आएगा!”

    मैं: “लंड की साइज से कुछ नहीं होता हैं। अंदर डाल कर हिलाने का तरीका ज्यादा जरुरी होता हैं।”

    रूबी: ” अब तो तुम उसे चोदने देती हो और बच्चा भी पैदा कर दिया, जोसफ सेक्सुअल लाईफ से खुश तो हैं?”

    मैं: “उसकी एक ही इच्छा बाकी रह गयी हैं, उसने आज तक कभी किसी लड़की की गांड नहीं मारी हैं। उसका इतना मोटा लंबा लंड कोई कैसे अपनी गांड में ले सकता हैं, गांड फट ना जाए!”

    रूबी: “मेरे पास भेज दे, मै अपनी गांड फड़वाने को तैयार हूँ उसके मोटे लंड से ”

    मैं: “चल मजाक बंद कर। मै सोच रही थी कि राहुल से भी मिल लु एक बार। उसकी शादी शुदा लाईफ कैसी चल रही हैं पता करती हूँ।”

    रूबी: “तुम्हारा प्यार जो ठहरा राहुल। मिल आ राहुल से भी। अब तो तुम उसके बच्चे की माँ भी बन सकती हो, तुम्हारी परेशानी हल हो गयी हैं”

    मैं: “मेरी शादी हो चुकी हैं और उसकी भी किसी से हुयी होगी। अब मै उसके बच्चे की माँ क्युँ बनुंगी भला!”

    रूबी: “शादी तुमने भले ही जोसफ से की हो पर मुझे पता हैं प्यार तो तुम अभी भी राहुल से ही करती हो”

    मैं: “क्या फर्क पड़ता हैं, वो मेरी किस्मत में नहीं लिखा था”

    रूबी: “मै तो कहती हूँ तुम एक बार कोशिश कर लो, उसके बच्चे की माँ बनोगी तो तुम्हे ज़िन्दगी भर के लिए प्यार का तोहफा मिलेगा”

    मैं: “नहीं, मै जोसफ को धोखा नहीं दे सकती। मै सिर्फ राहुल को एक बार मिलुंगी बस, और उसको उसकी शादी की मूबारकबाद दूंगी”

    रूबी: “ठीक हैं, मै तुम्हारे बच्चो का ख्याल रखने के लिए घर पर ही रुक जाउंगी, तुम राहुल से मिल आना”

    ये अगले एपिसोड में जानिए राहुल से मेरी मुलाक़ात कुछ चिंगारिया भड़कायेगी या नहीं!

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