नई नवेली पंजाबन भाभी कि चूदाई-2

This story is part of the Nayi naveli Punjaban bhabhi ki chudai series

    फिर अंकल ने बोला कि “जसमीत बेटा तू इससे पढ़ा भी देना इसका एग्जाम भी है 2 दिन में”

    भाभी ने बोला “जी पापा जी पढ़ा दूंगी” और फिर कुलदीप भैया और अंकल निकल गए।

    मैंने बोला कि मैं शाम को 7 बजे तक आऊंगा। भाभी ने बोला कि अपनी बुक्स भी ले आना और कपड़े भी।

    बस क्या था फिर मैं अपनी मां को बोल के 7 बजे तक चला गया। जब मैं गया तो भाभी खाना बना रही थी और बी जी टीवी देख रही थी। मैं नीचे वाले रूम में बी जी के साथ ही बैठ गया। बी जी ने बोला एक पता उठा के दवाई का। मैंने गलत उठा लिया तो वो बोली पागल यह नींद कि है तू बीपी वाली दे। फिर मैंने सही पता दे दिया उन्हें दवाई का।

    अब 8 बज गए थे, भाभी ने आवाज़ लगाई कि खाना ले जाओ विनीत। मैं किचन में गया तो आज भाभी ने गहरा हरे रंग का सलवार कमीज़ पहना हुआ था और ब्राउन रंग कि स्वटेर पहना था। वो रंग इतना खिल रहा था उनके ऊपर कि वोह किसी अप्सरा से कम नहीं लग रही थी।

    आलू गोभी कि सब्जी और रोटी पहले से ही डाल के रखी थी प्लेट में भाभी ने बोला यह प्लेट तेरी और बी जी कि है नीचे ही खा ले तू बी जी के पास फिर पढ़ाऊंगी तुझे। मैंने बोला ठीक है आप पहले काम करलो।

    फिर मैं खाना लेकर नीचे चला गया। मैंने और बी जी ने खाना खा लिया, अभी 8:45 हो गए थे। भाभी पानी ले कर नीचे आये तब बी जी ने वोह नींद वाली दवाई भी ले ली और कहा कि विनीत को तू अपने कमरे में ही सुला लेना और गेट का ताला लगा लेना।

    भाभी ने बोला विनीत तू लॉक लगा के ऊपर आज बुक्स लेकर। फिर वोह ऊपर चले गए।

    मैं भी ताला लगा के भाभी के रूम में चला गया। जब मैं गया तो भाभी ने रूम हीटर चलाया हुआ था जिससे की रूम गरम था इसलिए भाभी ने अपनी स्वेटर निकाल दी थी और दुपट्टा भी नहीं लिया था। भाभी बेड पर बैठ के खाना खा रहे थे। उन्होंने बोला विनीत बस 10 मिनट और रुक जा मैं खाना खा लूं फिर पढ़ते है। मैंने बोला आप आराम से खालो।

    फिर भाभी खाना खा के बोली कि बुक्स ले आ। वोह बेड पर बैठी थी, उन्होंने बोला तू कुर्सी ले आ आगे। फिर वोह मुझे मैथ के सम समझाने लगे क्यूंकि वोह झुक के बैठे थे इसलिए भाभी के क्लीवेज से उनके मोमे आधे दिख थे। लेकिन उन्हें इस बात को पता नहीं था कि मेरा ध्यान पढ़ाई में नहीं उनके चूचों कि तरफ है।

    9 से 11 बज गए थे भाभी ने बोला कि अब कल पढ़ाऊंगी अब सो जाते है।

    मैंने बोला ठीक है, मैंने किताबें रख दी।

    भाभी ने बोला कि तू सोफे पर लेट जा। मैं भी सोफे पर लेट गया, भाभी भी बेड पर लेट गए। फिर मुझे ठंड लगने लगी 15 मिनट बाद, तो भाभी बोली कि तू बेड पर ही आजा।

    मैंने बोला नहीं मैं ठीक हूं, उन्होंने बोला कि नहीं बीमार हो जाएगा। फिर मैं बेड पर लेट गया, भाभी लेफ्ट साइड सो रहे थे और में राइट साइड पे। लेकिन मुझे कहा नींद आ रही थी।

    12:30 बज रहे थे, भाभी को शायद कम्बल में गर्मी लग रही थी तो उन्होंने कम्बल उतर दिया और पैर बाहर निकाल लिया थे। वो करवट ले कर सो रही थी, उनकी गान्ड मेरी तरफ थी, उनका सलवार जो कि थोड़ा ऊपर उठा हुआ था उनको गोरी दूध जैसी पिंडली देख के मेरा लन्ड चैन नहीं पा रहा था। गोरे गोरे पैरो पर रची हुई लाल मेहंदी वोह भी पिंडलियों तक और हाथो में भी उफ्फ क्या बताऊं!! लोड़ा पैंट फाड़ के बाहर आ रहा था।

    में धीरे से भाभी कि तरफ को सरका और हल्के से अपना हाथ उनकी गान्ड पर सहलाने लगा। जब जसमीत भाभी कि तरफ से कोई विरोध नहीं हुआ तो मैंने उनकी लात पे अपना पैर टच किया। तभी वो उठ गई और मुझे डांटने लगी कि क्या कर रहे हो तुम??!

    मैंने बोला कुछ नहीं फिर, उन्होंने बोला तुम मेरे पैरो पर अपना पैर क्यों लगा रहे थे? मैंने सॉरी बोला, उन्होंने बोला ठीक है अब आराम से सोजाओ।

    फिर में वापस से अपनी साइड जा कर लेट गया। लेकिन मुझे कहा नींद आ रही थी, मेरे दिमाग में तो जसमीत भाभी के गोरे गोरे पैर घूम रहे थे। फिर जब मुझसे रहा नहीं गया तो मैंने उन्हें जगाया-

    “भाभी उठो”

    वो बोली अब क्या है?

    मैंने बोला मुझे बस एक बार आपका दूध पीना है।

    वो बोली पागल हो क्या दिमाग खराब होगया क्या तुम्हारा??!

    मैंने बोला है क्युकी आप हो ही इतने सुन्दर तो क्या करू..

    वो बोली मुझे नहीं पता था तू इतना गन्दा है ।

    मैंने बोला मैं किसी को नहीं बोलूंगा प्लीज़ प्लीज़ और रोने कि एक्टिंग करने लगा।

    वो बोली तू रो क्यों रहा है, बी जी उठ जाएंगे चुपचाप सोजा!

    मैंने बोला नहीं तुम दूध पिलाओ नहीं तो मेरी आवाज़ सुनकर बी जी आ गए तो आप को ही प्रॉब्लम होगी।

    फिर रिक्वेस्ट करने पे वो मान गई।

    “ठीक है लेकिन किसको नहीं बोलना”

    मैंने बोला प्रॉमिस।

    फिर उन्होंने अपना कुर्ता ऊपर किया और लाल रंग कि ब्रा हटा दी और बोली सिर्फ 1 मिनट ही।

    मैंने बोला 5 तो लगेंगे दोनों पे कम से कम।

    वो बोली नहीं एक ही।

    मैंने बोला ठीक है आप लेट जाओ सीधा।

    फिर वोह सीधे लेट गई, मैंने उसका कुरता ऊपर किया और राइट बूब चूसने लगा। वो सी सी करने लगी, फिर मैंने दूसरी चूची भी पीनी शुरू करदी, वोह चूचियां ब्राउन रंग कि थी। मैंने कम से कम 7 मिनट तक पिया।

    क्यूंकि उसने आंखे बंद कर रखी थी तो मैंने भाभी के होठों पर एक स्मूच कर दी।

    उन्होंने बोला ये क्या था??

    मैंने बोला मेरा दिल किया भाभी आप पूरी परी हो।

    उन्होंने कमीज़ नीचे कर लिया और बोला सो जाओ अब।

    मैंने बोला नहीं पहले में आपको किस करूंगा।

    वो बोली क्या अब? कुछ नहीं मैंने बोला। मैं अभी नीचे है रहा ही बी जी को बताने।

    फिर वो बोली ठीक है करलो।

    मैंने बोला लिप्स पर नहीं नीचे।

    वोह बोली कहा नीचे?

    मैंने कहा चुत पे, अगर तुम आराम से करने दोगी तो मैं शरीफ इंसान कि तरह आराम से हट जाऊंगा।

    वोह मान गई और अपनी सलवार का नाड़ा खोलने लगी।

    मैंने बोला नहीं मैं ही खोलूंगा, तुम बस आराम से सीधे आंखे बंद करके लेट जाओ। जसमीत भाभी आराम से सीधी लेट गई।

    फिर मैंने पहले उनके गोरे मेहंदी लगे पैरो पे किस्स किया और उनकी पैर कि उंगलियां एक एक करके चूसी, उन्होंने कुछ नहीं कहा।

    फिर मैंने उनके पेट से कुर्ता ऊपर किया और उनका नाड़ा खोला और उनकी सलवार नीचे उतार दी। उन्होंने नीचे काले रंग कि पैंटी पहनी थी, मैंने पैंटी ले अपनी नाक लगाई तो उसमें से थोड़ी थोड़ी पेशाब जैसे महक आ रही थी, भाभी बोली जल्दी करो।

    मैंने फटाफट उनकी पैंटी नीचे कर दी जो की अभी भी उनके घुटनों पर ही थी, जैसे ही मैंने उनकी पैंटी नीचे कि मेरे होश उड़ गए उनकी टाइट चुत एक दम गोरी और हल्के हल्के बाल थे।

    मैंने बोला आप टांगे चौड़ी करो तभी तो मैं किस का सकूंगा। पहले नखरे किए फिर टांगे चौड़ी कर ली फिर मैंने पूरी पैंटी निकाल दी और मैंने उनकी चुत पे किस्स करना शुरू कर दिया। जैसे ही मैंने एक दो किस्स किए वो सिसक सी गई।

    फिर मैंने जसमीत भाभी कि चुत चाटना शुरू करदी, तब उन्होंने मेरा सर ज़ोर से चुत में सटा लिया। मैंने भी अपनी जीभ चुत के छेद में डालकर चाटना शुरू करदी। उन्होंने मेरा सर पकड़ लिया।

    10 मिनट तक चुत चाटने के बाद मैंने अपनी उंगली उनकी चुत में अंदर बाहर डालनी शुरू कर दी। वो बोली नहीं यह नहीं प्लीज़। मैंने बोला भाभी प्लीज थोड़ा साथ दो और ज़ोर ज़ोर से अंदर बाहर उंगली चलाना शुरू कर दिया। और 5 मिनट के बाद ही फिर से चुत चाटना शुरू कर दिया।

    अब भाभी को खुद ही होश नहीं था सी सी उफ्फ उफ्फ विनीत नहीं मत करो स्स स… अब मुझे पता चल गया कि बाजी अपने हाथ में है।

    मैंने भाभी के ऊपर लेट गया और अपने लेफ्ट हाथ से उसका राइट चूचा दबाने लगा और अपने राइट हाथ से चुत में उंगली अन्दर बाहर करने लगा और भाभी कि बाईं चूची चूसने लगा उफ्फ़ विनीत हा स्सससससससससससससससससससससस…

    बस 20 मिनट में ही वोह झड़ गई और भाभी का चुत का रस मेरे हाथ पे आ गया, मैंने फटाफट से सारा रस पी लिया और चुत चाट चाट कर साफ़ कर दी। जसमीत भाभी आंखे बंद करके लेटी थी।

    मैंने पूछा जसमीत भाभी बस मुझे एक बार करने दो..

    तब भाभी ने बोला ठीक है सिर्फ एक बार ही..

    मैंने बोला ठीक है लेकिन मैं शुरू से करूंगा।

    वोह बोली कैसे?

    मैंने बोला बस आप साथ दो और लेट रहो।

    वोह आंखे बंद करके लेट गई।

    आगे की कहानी आपले भाग में जल्दी ही आएगी। आप अपने विचार और कोई चूदाई चाहती हो तो मुझे जरूर ईमेल करे – [email protected]

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